राष्ट्रीय युवा दिवस ~ National Youth Day
आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बधाई।आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती भी है। 1984 में आज के दिन को ही "राष्ट्रीय युवा दिवस" के रूप में मनाने की घोषणा सरकार ने की थी। स्वामी विवेकानंद अदम्य साहसी, विलक्षण पराक्रमी तथा शानदार व्यक्तित्व के स्वामी थे। उन्होंने हमेशा युवाओं को आन-बान और शान के साथ जीने का संदेश दिया। उन्होंने युवा- हृदय को कर्म योग का पाठ पढ़ाया। अज्ञानता, डर, मोह, दुर्बलता आदि के दलदल में फंसे मनुष्य को उससे बाहर निकालने का संघर्ष स्वामी विवेकानंद ने किया था।
वर्तमान में रहते हुए , आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि के साथ उन्होंने बिना किसी को ललकारे लड़ाई लड़ी। उनके विचार बेहद शक्तिशाली थे जो आज भी युवाओं में प्राण फूंकते नजर आते हैं। उन्होंने युवाओं के स्वाभिमान को जगाया, युवाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाया और हर स्थिति में हर कठिनाई को लांघ कर विजयी होने का मंत्र दिया। राष्ट्रीय चेतना के लिए कर्म-योग को आधार बनाकर उन्होंने युवकों के हृदय में अग्नि प्रज्वलित की। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के युवाओं को उन्होंने सफलता का रास्ता दिखाया। आज के युवा को स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र से सीखने की आवश्यकता है।
यदि आज का युवा जीवन में सफल होना चाहता है तो सबसे पहले उसे अपने से बड़ों की सलाह पर ध्यान देना पड़ेगा। युवा को अपनी सोच नई प्रकार की विकसित करनी पड़ेगी जिससे कि वह दुनिया को रास्ता दिखा सके। भीड़ के पीछे न भाग कर उसे दूरदर्शिता दिखानी पड़ेगी और मित्रों के चुनाव में सतर्कता बरतनी होगी। आज के युग की सफलता की चाभी डिजिटल टेक्नोलॉजी है, अतः उसे इसका ज्ञान अवश्य लेना पड़ेगा। युवा को हर जगह, हर स्थिति में सामंजस्य बिठाते हुए नई रणनीति बनानी होगी। यहां यह याद रखना होगा कि शुरुआती दौर में असफलता मिलने पर उसे निराश न होकर एक बार पुनः जी-जान से अपने कर्तव्य की ओर लगना पड़ेगा। किसी भी युवा को हमेशा अपने शब्द चयन में सावधानी बरतनी होगी। सफलता का मूलमंत्र पाजिटिविटी है अतः उसे अपने विचारों को पॉजिटिव रखना होगा।
आज राष्ट्रीय युवा दिवस पर हमें यह प्रण लेना होगा कि हम समाज में जाति धर्म की दीवार तोड़ते हुए समाज को इन्हीं मंत्रों से शिक्षित करते हुए अपने देश को सर्वांगीण विकास की दौड़ में सबसे आगे ले जाएंगे।
एक बार पुनः राष्ट्रीय युवा दिवस की बधाई।
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National youth day
Congratulations to all of you on National Youth Day. Today is also the birth anniversary of Swami Vivekananda. In 1984, the government announced to celebrate today's day as "National Youth Day". Swami Vivekananda was a master of indomitable daring, prodigious mighty and brilliant personality. He always gave a message to the youth to live with peace and dignity. He taught Karma Yoga to the young heart. Swami Vivekananda struggled to get a man trapped in a swamp of ignorance, fear, fascination, weakness etc.
Living in the present, with spiritual and scientific vision, he fought without any challenge. His thoughts were very powerful, which are still seen in the youth. He awakened the self-esteem of the youth, boosted the confidence of the youth and chanted victories by overcoming every difficulty in every situation. On the basis of karma-yoga for national consciousness, he ignited the hearts of the youth. He showed the way to success not only to India but to the youth of the whole world. Today's youth need to learn from the life character of Swami Vivekananda.
If today's youth wants to succeed in life, first of all he will have to heed the advice of elders. The youth will have to develop their thinking in a new way so that they can show the way to the world. He will have to show foresight by not running after the crowd and will have to be cautious in the choice of friends. Digital technology is the key to the success of today's era, so he must take knowledge of it. The youth will have to devise a new strategy, harmonizing everywhere. It is to be remembered here that in the initial phase of failure, he will not have to be discouraged and will once again have to earnestly turn to his duty. Any youth will always have to be careful in their word selection. Positiveness is the key to success, so he has to keep his thoughts positive.
Today, on National Youth Day, we have to take a pledge that we will break the wall of caste and religion in the society and educate the society with these mantras and take our country to the forefront of all-round development.
Congratulations once again on National Youth Day.
Nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteस्वामी जी को जन्म जयंती पर उनकी चरणों मे कोटी कोटी नमन ।
ReplyDeleteस्वामी के विचार और आदर्श सदैव मानव जाति का पथ-प्रदर्शन करते रहेंगे !
Nice😊😊
ReplyDeleteराष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteस्वामी विवेकानंद जी ने शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी और वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे।🙏🙏🙏🙏🙏 सत सत नमन
ReplyDeleteआपके ब्लॉग का ये अंक भी काबिले तारीफ़ है👍🏻👍🏻👍🏻
राष्ट्रीय यूवा दिवस की बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteNice
ReplyDeletenice
ReplyDeleteSwami ji ko koti koti naman 🙏🙏 aur yuva diwas ki hardik shubhkamnaye 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteराष्ट्रीय यूवा दिवस की बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteयुवाओं के प्रेरणस्रोत, अदभुत विचारक, युग प्रवर्तक, सनातन धर्म के ध्वजवाहक, साहित्य दर्शन एवं इतिहास के प्रकांड विद्वान स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस पर कोटि कोटि नमन करते हुए देश के सभी लोगों को युवा दिवस की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteYouth day ki badhayi
ReplyDeleteगजब के थे स्वामी विवेकानंद जी
ReplyDelete~~~~~~~~~~~~~~~~~
जब स्वामी विवेकानंद विदेश गए, तो उनके भगवा वस्त्र और पगड़ी देख कर लोगों ने पूछा: “आपका बाकी सामान कहाँ है ??”
स्वामी जी बोले…. “बस यही सामान है“
तो कुछ लोगों ने व्यंग किया कि “अरे! यह कैसी संस्कृति है आपकी? तन पर केवल एक भगवा चादर लपेट रखी है न कोट – पतलून जैसा कुछ भी पहनावा नहीं है ??”
स्वामी विवेकानंद मुस्कुराए ओर बोले:: “हमारी संस्कृति आपकी संस्कृति से भिन्न हैं क्योंकि आपकी संस्कृति का निर्माण आपके दर्जी करते हैं जबकि हमारी संस्कृति का निर्माण हमारा चरित्र करता है।
॥ संस्कृति वस्त्रों में नहीं, चरित्र के विकास में है ॥
स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर कोटी कोटी नमन और अभिनंदन !!!
जय हिन्द||
Nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteस्वामी विवेकानंद जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे उनकी प्रशंसा में हर शब्द बहुत कम है।
ReplyDeleteशत् शत् नमन 🙏🙏
Sat Sat Naman🙏🙏
ReplyDeleteSwami Vivekanand. .....bahumukhi pratipha ke dhani. ...sat Sat naman 🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteस्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर कोटी कोटी नमन और अभिनंदन....
ReplyDeletegot to know information in detail..thanks
ReplyDelete“Strength is Life, Weakness is Death.
ReplyDeleteExpansion is Life, Contraction is Death.
Love is Life, Hatred is Death.”
― Swami Vivekananda
Yuwaon ke prernashrot....My Ideal Swami Vivekanand ko naman....Aur sabhi ko yuva diwas ki badhai...
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteलक्ष्य निर्धारित हो सभी का
ReplyDeleteमन में ना हो कोई द्वंद
अपने तरीके से जीवन जीने
को तो आप हो स्वच्छंद
श्रेष्ठता अपनी सिद्ध करने को
विवेक से हो विवेकानंद
दृढ़ संकल्पित निश्चित लक्ष्य से
जीवन में हो परमानन्द
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
शत शत नमन 🙏🏻
ReplyDeleteनमन 🙏
ReplyDeleteYuwa diwas ki shubhkamnaye
ReplyDeleteकोटि कोटि नमन 🙏
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