अर्जुन की छाल (Arjun ki Chhal)
आज हम अर्जुन के पेड़ की चर्चा करेंगे तथा इसके औषधीय गुणों के बारे में जानेंगे। अर्जुन के पेड़ से सभी लोग अवगत होंगे। यह वृक्ष लगभग हर जगह जंगलों में पाया जाता है। इस पर वैशाख - ज्येष्ठ में फूल खिलते हैं और जाड़े में फल आते हैं। यह बहुगुणी सदाहरित पेड़ है।
अर्जुन की छाल में अनेक प्रकार के रासायनिक घटक पाए जाते हैं। इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, सोडियम, मैग्नीशियम प्रमुख हैं। सोडियम- कैल्शियम की प्रचुरता के कारण ही यह हृदय की मांसपेशियों में सूक्ष्म स्तर पर कार्य करता है।अर्जुन से हृदय की मांसपेशियों को बल मिलता है। हृदय की पोषण क्रिया अच्छी होती है।
आमतौर पर अर्जुन की छाल और रस का औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।अर्जुन की छाल का प्रयोग हृदय संबंधी बीमारियों, क्षय रोग, सामान्य कान दर्द, सूजन, बुखार के उपचार के लिए किया जाता है।
नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी यह वात के महीने हैं अर्थात इन महीनों में वात से संबंधित बीमारियां ज्यादा होती हैं। अर्जुन की छाल एक बेहतरीन वात नाशक है।
अर्जुन की छाल का काढ़ा हमेशा औषधि के रूप में ही पिएं। यह काढ़ा रक्त से कचरे को साफ कर देता है, जिससे हृदयघात जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।नवंबर, दिसंबर, जनवरी और फरवरी इन 4 महीनों में अर्जुन की छाल का काढ़ा अवश्य पीना चाहिए।
एक कप दूध में आधा चम्मच अर्जुन छाल का पाउडर डालकर काढ़ा बनाएं और इसमें गुड, मिश्री या खांड डालकर इसका सेवन करें। किसी भी काढ़े के सेवन का उपयुक्त समय सुबह का होता है।
अर्जुन की छाल के फायदे (Benefits of Arjun Chhal):-
# तीन चार बूंद अर्जुन के पत्ते का रस कान में डालने से कान का दर्द कम होता है
# अर्जुन की छाल के फायदे हृदय रोग में सबसे ज्यादा होते हैं।
# 5 ग्राम अर्जुन छाल चूर्ण को 250 मिली लीटर दूध और लगभग समभाग पानी डालकर धीमी आंच पर पकाएं। जब दूध मात्र शेष रह जाए तब उसमें 10 ग्राम मिश्री मिलाकर नित्य प्रातः पीने से ह्रदय संबंधी विकारों का शमन होता है। यह पेय ज्वर युक्त, अतिसार और रक्तपित्त में भी लाभदायक है।
# अर्जुन की छाल एसिडिटी से राहत दिलाने में बहुत ही मददगार होती है।
# यह हड्डी को जोड़ने में भी फायदेमंद है। अर्जुन छाल का प्रयोग करने से हड्डी के दर्द से ना सिर्फ आराम मिलता है बल्कि हड्डी जुड़ने में भी सहायता मिलती है।
# अर्जुन छाल के एक चम्मच चूर्ण को जल या दूध के साथ सेवन करने से एवं इसकी छाल को जल में घीसकर त्वचा पर लेप करने से कुष्ठ रोग में तथा वर्ण में लाभ होता है।
# कभी-कभी अल्सर का घाव सूखने में बहुत देर लगता है या फिर सूखने पर पास ही दूसरा घाव निकल आता है। ऐसे में अर्जुन छाल का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। अर्जुन छाल को कूटकर काढ़ा बनाकर अल्सर के घाव को धोने से भी लाभ होता है।
# अर्जुन की छाल मुहांसों से भी छुटकारा दिलाता है यह चेहरे की कांति भी बढ़ाता है अर्जुन की छाल के चूर्ण को मधुमेह मिलाकर लेप करने से मुहांसों से छुटकारा मिलता है।
# अर्जुन छाल का काढ़ा बनाकर पीने से शरीर के किसी भी अंग की सूजन कम होती है।
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Arjun ki Chhal
Today we will discuss Arjuna tree and learn about its medicinal properties. Everyone will be aware of the Arjuna tree. This tree is found almost everywhere in the forests. On this, flowers blossom in Vaishakh-Jyeshtha and bear fruits in winter. This is a multi-layered tree. Many types of chemical components are found in the bark of Arjuna. Calcium carbonate, sodium, magnesium are the main ones. Due to the abundance of sodium-calcium, it acts on a microscopic level in the heart muscle. Arjun provides strength to the heart muscle. Heart's nutrition is good.
Arjuna's bark and juice are commonly used as medicine. Arjun's bark is used for the treatment of cardiovascular diseases, tuberculosis, common ear pain, swelling, fever. November, December and January February is the month of Vata, meaning Vata related diseases are more in these months. The bark of Arjuna is a great rash.
Always drink the decoction of Arjuna's bark as medicine. This decoction cleans the garbage from the blood, which can prevent diseases like heart attacks. One must drink a decoction of Arjun's bark during November, December, January and February.
Make a decoction by adding half a teaspoon of Arjun bark powder to a cup of milk and eat it by adding gud, mishri or khand. The appropriate time to consume any decoction is in the morning.
Benefits of Arjun Chhal: -
# Putting three to four drops of Arjun leaf in the ear reduces ear pain.
# The benefits of Arjun's bark are highest in heart disease.
# 5 grams of Arjun bark powder by adding 250 ml of milk and almost equal water and cook on low heat. When milk is left only, then mixing 10 grams of sugar candy in it and drinking it in the morning regularly reduces heart problems. This drink is also beneficial in fever, diarrhea and blood disorders.
# Arjun's bark is very helpful in relieving acidity.
# It is also beneficial in attaching bone. Using Arjun bark not only provides relief from bone pain but also helps in bone joining. # Taking a spoon of Arjun bark powder with water or milk and rubbing its bark in water and applying it on the skin Doing this is beneficial in leprosy and varna.
# Sometimes it takes too long for the ulcer to dry or the other wound comes out on drying. In this case, the consumption of Arjun bark is very beneficial. Make a decoction by boiling Arjuna bark and washing the wound of ulcer is also beneficial.
# Arjun's bark also gets rid of pimples, it also enhances the face of the pimples, applying powder of Arjun's bark to diabetes gets rid of pimples.
# Drinking a decoction of Arjun bark reduces the swelling of any body part.
Bahut upyogi post...arjun chhal k bare me suna tha...itni detail nahi pta thi...bilkul sahi samay par sahi post...keep it up 👌👌👌👍🏻👍🏻👍🏻👍🏻
ReplyDeleteVery useful post... Arjun chhal ka kadha hamare yha pite hain..per ye nhi pta tha k ye kadha is time par pite hain...thank u so much for this post..
ReplyDeleteUseful
ReplyDeleteअत्यंत उपयोगी
ReplyDeleteUseful post
ReplyDeleteUpyogi jankari
ReplyDeleteVery useful
ReplyDeleteअर्जुन की छाल बहुत ही सस्ती और सर्व सुलभ जड़ी है। आपने इसके असीमित गुणों की भीचर्चा अपने ब्लॉग के माध्यम से की। उपयोगी ब्लॉग।
ReplyDeleteSahi samay par sahi post...good job...keep it up...
ReplyDeleteNice ....pahli baar suna maine iske baare me ..👏👏👏
ReplyDeleteGud info
ReplyDeleteUseful info..
ReplyDeletenice
ReplyDeletenice
ReplyDeleteगांव पर तो अर्जुन का पेड़ ही है पर इसकी उपयोगिता का पता ही नहीं था.. बहुत ही लाभकारी जानकारी...तुम्हारे ब्लॉग के माध्यम से मिली 👏👏
ReplyDeleteVery beneficial
ReplyDeleteVery important information
ReplyDeleteUseful tips
ReplyDeleteBahut Upyogi post
ReplyDeleteVery useful...👍👍
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteSamay Par upyogi jaankari..keep it up..
ReplyDeleteUseful Post...
ReplyDeleteVery useful..👍👍
ReplyDeleteबेहद रोचक जानकारी 👏🏻
ReplyDeleteहृदयाघात ,पीलिया,मुँह के छाले,अल्सर,शरीर मे सूजन,मुहासे,टूटी हड्डियों को जोड़ने में सहायक
ReplyDeleteतथा कुष्ठ जैसे अनेक भयंकर बीमारियों में अत्यंत
लाभदायक अर्जुन के पेड़ के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए हृदय से आपका आभार🙏🙏🙏
Very important helpfully information 👌👌
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