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मुर्ख लोगों की सूची - The list of Fools - Murkh logk ko suchi

मुर्ख लोगों की सूची 

                    एक दिन दरबार में राजकीय कार्यवाही के मध्य अचानक अकबर बीरबल से बोले, " हम खुशकिस्मत हैं कि इतने होशियार और अक्लमंद लोग हमारे दरबार में हैं, पर अब हम इस राज्य के मूर्खों को देखना चाहते हैं। बीरबल! इस राज्य के सबसे बड़े मूर्खों को हमारे सामने हाज़िर करो।"
                   अकबर का आदेश सुन बीरबल आश्चर्यचकित हुए, किंतु राजा अकबर की बात मानना उनका फर्ज था। वह तुरंत मूर्खों की तलाश में निकल पड़े। एक माह पूर्ण होने के ऊपरांत वह चार व्यक्तियों के साथ अकबर के समक्ष उपस्थित हुए। 
मुर्ख लोगों की सूची  (The list of Fools)

                 "जहाँपनाह! ये रहा पहला मूर्ख। मैंने इस व्यक्ति को बैलगाड़ी पर बैठकर कहीं जाते हुये देखा। बैलगाड़ी चालक के अतिरिक्त बैलगाड़ी पर बैठा ये अकेला व्यक्ति ही था। उसके बाद भी इसने अपनी गठरी सिर पर लाद रखी थी। चकित होकर जब मैंने कारण पूछा। तो ये कहने लगा कि गठरी बैलगाड़ी पर रख दूंगा, तो बैल के ऊपर बोझ बढ़ जायेगा। इसलिए मैंने गठरी अपने सिर पर रख ली है। अब इसे मूर्खता नहीं कहेंगे, तो क्या कहेंगे।"
                   फिर बीरबल ने दो लकड़हाड़ो को पेश किया। "जहाँपनाह! ये रहे  दो और मूर्ख। हुजूर ये दोनों लकड़हाड़े इसलिए लड़ रहे थे कि " एक अपनी शेर दूसरे के गाय पर छोड़ देगा। "ये उस गाय और शेर की बात हो रही जो भगवान के प्रसन्न होने के बाद इन्हे मिलेंगे। 

मुर्ख लोगों की सूची  (The list of Fools)

                     फिर बीरबल ने चौथे व्यक्ति को आगे किया। एक दिन मैंने देखा कि ये अपने घर की छत पर भैंस लेकर जा रहा है। मुझे आश्चर्य हुआ, तो मैंने पूछ लिया। लेकिन फिर इसका जवाब सुनकर मैंने तो अपना सिर ही पीट लिया। इसने बताया कि इसके घर की छत पर घास उग आई है। इसलिए ये भैंस को छत पर ले जाता है, ताकि वह वहाँ घास खा सके। घास काटकर ये भैंस को लाकर खिला सकता है। लेकिन ये मूर्ख भैंस को ही छत पर ले जाता है।
               “हम्म, वाकई इन चारों की कारस्तानी बेवकूफ़ाना है। अब बाकी के दो मूर्खों को पेश करो.” अकबर बोले।
                       “हुज़ूर! नज़र उठाकर देखिये पाँचवा मूर्ख आपको सामने खड़ा दिखाई पड़ेगा.” बीरबल बोला।
            “कहाँ बीरबल? हमें तो यहाँ कोई और व्यक्ति दिखाई नहीं पड़ रहा।” अकबर इधर-उधर देखते हुए बोले।
                        “पाँचवा मूर्ख मैं हूँ हुज़ूर।” बीरबल सिर झुकाकर बोला, “अब देखिये। मुझ पर कितने महत्वपूर्ण कार्यों की ज़िम्मेदारी है। लेकिन सब कुछ एक तरफ़ हटाकर मैं एक महीने से मूर्खों को खोज रहा हूँ। ये मूर्खता नहीं तो और क्या है?”

मुर्ख लोगों की सूची  (The list of Fools)

                         बीरबल की बात सुनकर अकबर सोच में पड़ गए, फिर बोले, “और छठा  मूर्ख कहाँ है बीरबल?”

“गुस्ताखी माफ़ हुज़ूर, पर छठा मूर्ख आप हैं। आप हिंदुस्तान के शहंशाह है। इतने बड़े साम्राज्य का भार आपके कंधों पर है। प्रजा के हित के जाने कितने कार्य आपको करवाने हैं। लेकिन उन सबको दरकिनार कर आप एक महीने से मुझसे मूर्खों की तलाश करवा रहे हैं। तो छठे मूर्ख आप हुए ना…” कहते हुए बीरबल ने अपने कान पकड़ लिए।
                        बीरबल का जवाब सुनकर अकबर को अपनी गलती का अहसास हो गया कि बेफ़िजूल में उन्होंने अपना और बीरबल का काफ़ी वक़्त बर्बाद कर लिया है।

The list of Fools

Once Akbar asked Birbal to bring four fools of the first order to him. He said - "It is not difficult because this world is full of fools. Birbal said - "OK" and asked some time to find them, which Akbar readily gave to him.

मुर्ख लोगों की सूची  (The list of Fools)

Now Birbal started looking for fools. He was going somewhere that he saw a man carrying a large plate on which were kept some clothes, betel leaves and sweets. He looked like a fool to Birbal, so he asked him - "Where are you going to? And to whom you are carrying this?" The man replied - "My wife has remarried. Now they have a child so I am taking this gift for them." Birbal got convinced that he was a fool, so he considered him a candidate to take to the king.

At another time he saw a man riding a buffalo carrying a bundle of grass on his head. Birbal thought he was also a fool, so he asked him - "Why are you carrying this bundle on your head?" The man replied - "In fact my buffalo is pregnant, so I thought that she should not carry too much load, that is why I have put this bundle on my own head instead of putting it on it." Birbal considered him also a candidate to take to the king.

मुर्ख लोगों की सूची  (The list of Fools)

So next morning he took those people to Akbar's court and presented them to him as the biggest fools.  "But these are only two fools; where are the other two? I asked you to bring four fools." King asked. Birbal folded his hands and bending a little said - "Jehaanpanaah, The third fool are you who asked me to bring the fools; and the fourth fool is me who has brought these fools for you."

When the king heard about them, he laughed a lot on their foolishness.



Moral/शिक्षा:- हमें अपना कीमती वक़्त व्यर्थ के कामों में नहीं गवाना चाहिए।

15 comments:

  1. सुधा पाण्डेयJune 6, 2020 at 2:32 PM

    बहुत ही रोचक और शिक्षाप्रद कहानी

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  2. Itni badi dunia me bas 2 hi mile... congres party k office chala jata

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    1. 😆😆😆😆2 nahi 4 lata ha.... political comment not allowed..

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  3. भई, मैं तो मुर्ख हूँ नही, तुम्हारे बारे में पता नही। वैसे बहुत अच्छा लगा, पढ़कर ।

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    1. मेरे बारे में क्यों नहीं पता। कोई बात नहीं अच्छा लगना चाहिए।

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  4. बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक कथा

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