पीपल
ज्यादातर लोग पीपल (Peepal) को सिर्फ पूजनीय पेड़ मानते हैं। वैसे तो सभी पीपल से परिचित हैं, परंतु पीपल के पेड़ का औषधीय प्रयोग भी होता है और इससे कई रोगों में लाभ भी होता है, इससे कम लोग ही अवगत होंगे। हमारी भारतीय संस्कृति में पीपल की पूजा होती है। इसे देव वृक्ष का दर्जा प्राप्त है। स्कंद पुराण के अनुसार पीपल के जड़ में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में श्रीहरि और फलों में सभी देवताओं का वास होता है।
चलिए जानते हैं पीपल का वृक्ष हमारे लिए किसतरह जीवनदायिनी है
- अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनों समय आक्सीजन देता है।
- पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी में डालकर 100 ग्राम रहने तक उबालें, ठंडा होने पर पिएं। ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय पहले ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा।
- पीपल के पत्तों पर भोजन करें, लीवर ठीक हो जाता है।
- पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह, दोपहर, शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है।
- पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी में मिलाकर पिलायें,1- 2 बार में ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है।
- पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है।
- पीपल की छाल को खांड (चीनी) मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसें, कोई भी नशा छूट जाता है।
- पीपल के पत्तों का काढ़ा पियें, फेफड़ो, दिल, अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है।
- पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पियें, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है।
- कितना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठने से डिप्रेशन खत्म कर देता है।
- पीपल की फल और ताजा कोपलें बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार लें, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है। साथ ही बच्चों का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है।
- पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, जिन बच्चों में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते हैं, सोते कम हैं, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है।
- कितना भी पुराना घुटनों का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठें 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा।
- शरीर में कहीं से भी खून आये, महिलाओं को मासिक समय में रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर छानकर पी जाएं, यह रक्त का बहना बंद कर देता है।
- शरीर मे कहीं भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांधने से दर्द ठीक हो जायेगा।
Fantastic 👌👌 post
ReplyDeleteGreat information 👌👌👌👌👍👌👍
ReplyDeleteअपने औषधीय गुणों के कारण पीपल अमृत वृक्ष है।
ReplyDeleteकितनी औषधीय गुणों से भरपूर दैविये पौधा हमारे आसपास ही मौजूद है लेकिन हमलोगों
ReplyDeleteको इसके गुणों के बारे में जानकारी नही है।
सभी जगह सुगमता से उपलब्ध इस पौधे के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी देने के लिए
बहुत बहुत आभार🙏🏻
बुजुर्ग बताते हैं नीम पीपल और बड़ के वृक्ष जीवन के सबसे बड़े सहायक हैं🙏🏻
ReplyDeleteGreat information
ReplyDeleteबहुत सुन्दर जानकारी
ReplyDeletenice article
ReplyDeleteVery fantastic
ReplyDeleteअत्यंत ही महत्वपूर्ण जानकारी है thanks रूपा जी 😊🙏🏻
ReplyDeleteइसके गुणों के कारण ही हमारी संस्कृति में देव वृक्ष कहा गया है। सर्व सुलभ पीपल के औषधिय गुणों की महत्वपूर्ण जानकारी से सबको लाभ होगा।
ReplyDeleteअच्छी और उपयोगी जानकारी
वहुत अच्छी जानकारी है
ReplyDeleteपीपल वृक्ष को देव वृक्ष
ReplyDeleteकहना ही नहीं है पर्याप्त
पीपल के इस पावन-वृक्ष
से बहुत कुछ होता प्राप्त
प्राणवायु सबसे अधिक
ये पीपल देता है हमको
दूर भगाता है जीवन से
बीमारी के काले तम को
पीपल केवल वृक्ष नहीं
वृक्षों में सबसे उत्तम है
विकारों को दूर करने की
यह औषधि सर्वोत्तम है
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
बहुत रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारी 👍
ReplyDeleteGood.
ReplyDeleteBahut badhiya jankari....
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