प्यार शब्दों का मोहताज होता नहीं
ज़िंदगी तेज़ बहुत तेज़ चली हो जैसे... ❣️❣️"
प्यार शब्दों का मोहताज होता नहीं,
इसका लफ़्ज़ों से आग़ाज़ होता नहीं..
दोस्त सच्चा उसे ही समझना सदा,
भूलकर भी जो नाराज़ होता नहीं..
बात सारे जहाँ में ये सब जानते,
जो दग़ा दे वो हमराज़ होता नहीं..
इस जहाँ में मुहब्बत के दो लफ़्ज़ से,
प्यारा कोई भी अल्फ़ाज़ होता नहीं..
आसमां पे न ख़ुर्शीद जबतक दिखे,
दिन निकलने का आग़ाज़ होता नहीं..
आजकल की मोहब्बत में जाने ख़ुदा,
क्यूँ वो पहले सा अन्दाज़ होता नहीं..
छिपाते न उल्फ़त को "आशिक़" कभी,
ज़ब्त हमसे कोई राज़ होता नहीं..
"हर रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़े हैं ,
ऐ जिंदगी देख मेरे हौसले तुझ से भी बड़े है....❣️❣️"
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