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Sunday.. इतवार ..रविवार

 इतवार (Sunday)

Sunday.. इतवार ..रविवार"ज़िन्दगी में एक बात तो तय है,
कि तय कुछ भी नही हैं...❤"

वर दे वीणावादिनी वर दे 

वर दे, वीणावादिनि वर दे
प्रिय स्वतंत्र-रव अमृत-मंत्र नव

भारत में भर दे
काट अंध-उर के बंधन-स्तर
बहा जननि, ज्योतिर्मय निर्झर
कलुष-भेद-तम हर प्रकाश भर
जगमग जग कर दे

नव गति, नव लय, ताल-छंद नव
नवल कंठ, नव जलद-मन्द्ररव
नव नभ के नव विहग-वृंद को
नव पर, नव स्वर दे
वर दे, वीणावादिनि वर दे

– सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'

Sunday.. इतवार ..रविवार"अब मत खोलना,
मेरी ज़िन्दगी की पुरानी किताबों को,
जो था वो मैं रही नहीं,
जो हूँ वो किसी को पता नहीं...❤"

32 comments:

  1. मै जसवंत निराला
    आदरणीय कविराज “सूर्यकांत त्रिपाठी निराला “के चरणो मै शत शत नमन करता हू

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  2. वक्त के साथ साथ बदलना सीखो
    हवा के रुख के साथ चलना सीखो
    वक्त किसी के लिए रुकता नहीं
    वक्त किसी के आगे झुकता नहीं
    भूल जाओ उन पुराने ख्यालों को
    दबा रखो मन में उठते सवालों को
    अंधेरे में रहकर क्या जीना जिंदगी
    ढूंढते रहना नित-नए उजालों को
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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  3. माँ सरस्वती को नमन।
    शुभ रविवार।

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  4. इस कविता को हमारे स्कूल में सुबह प्रेयर में गाया जाता था 👌
    अच्छी तस्वीर 👍

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  5. Well said. A perfect writing skills which has been included in article. An outstanding article

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  6. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा रचित वाणी वंदना एक अनूठी रचना है जिसे अत्यधिक लोकप्रियता प्राप्त हुई। शुभ रविवार।

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  7. नमस्कार प्रिय मित्र। अपनी मुस्कान को सभी के लिए खुशी लाने दें।

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  8. कुलांचे भरती है हिरण
    जैसे मेरे मन-उपवन में
    राधा-कृष्ण संग गोपियाँ
    जैसे अठखेलियाँ करती
    खिलखिलाती वृंदावन में
    इन सब मित्रों की तरह ही
    रहता हूं सदा मस्त-मगन मैं
    भुलाना चाहता वो सब यादें
    दबी हुई कब से जो मेरे मन में
    जैसे कोई पंछी स्वच्छंद होकर
    उड़ता रहता कैसे खुले गगन में
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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  9. ओ साथी रे बिना पढ़ाई क्या जीना
    बिना पढ़ाई क्या जीना ओ साथी रे
    जो लोग पढ़ते हैं वो आगे बढ़ते हैं
    जो ना पढ़े वो फिर तो कहीं ना
    ओ साथी रे बिना पढ़ाई क्या जीना
    तुम पढ़ लो तो फिर उन्हें भी पढ़ाना
    मन में उनके आत्मविश्वास जगाना
    अनपढ़ रहोगे तो फिर हंसेगा जमाना
    पढ़ लिखकर तुम फिर खूब कमाना
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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    1. शिक्षा बहुत जरूरी है.. लाजवाब 👌👌

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