रहस्यमय शिव मंदिर, टिटलागढ़, ओडिशा🚩
भारतवर्ष में बहुत से ऐसे मंदिर हैं, जो चमत्कारिक माने जाते हैं तथा जिन का रहस्य अभी तक ना तो कोई पुरातत्व विभाग जान पाया है और ना ही वैज्ञानिक इसकी तह तक पहुंच पाए हैं। ऐसे में भगवान को मानने वाले और ना मानने वाले दोनों ही इसे भगवान का चमत्कार ही मानते हैं। कुछ लोग ऐसे चमत्कारों को अंधविश्वास भी नाम देते हैं, लेकिन कुछ लोग इसे मानते भी हैं। ऐसा ही एक मंदिर उड़ीसा के टिटलागढ़ में स्थापित है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसके मुख्य द्वार में प्रवेश करते ही भक्तों को ठंडी का एहसास होने लगता है, भले ही मंदिर के बाहर का तापमान 55 डिग्री हो।
मंदिर का मुख्य द्वार बंद करने पर अंदर ठंड बढ़ जाती है
एक रहस्यमय मन्दिर जहां गर्मी में भी सर्दी का एहसास होता है। गर्मी के मौसम में कई बार मन्दिर के अन्दर कंबल की जरूरत पड़ती है। मंदिर का मुख्य द्वार बंद होते ही मंदिर के अंदर ठंडक बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जबकि बाहर इतनी गर्मी होती है कि लू भी लग सकता है।
मानना है कि देव प्रतिमाओं से ठंडक निकलती है
भारत में ऐसी कई रहस्यमय जगहे हैं, जहां पर ईश्वरीय शक्ति के होने का आभास होता है, लेकिन भगवान के जिस चमत्कार का साक्षात् अहसास ओडिशा के टिटलागढ़ में होता है, वह कहीं और नहीं होता। टिटलागढ़ उड़ीसा राज्य का सबसे गर्म स्थान माना जाता है। वही कुम्हड़ा पहाड़ पर शिव पार्वती का मंदिर अपने आप में रहस्यों को समेटे हुए है। पथरीली चट्टानों के चलते यहां पर भयानक गर्मी पड़ती है, इसके बावजूद मंदिर के अंदर इस गर्मी का कोई प्रभाव दिखाई नहीं देता।
मंदिर के पुजारियों का कहना है कि यहां स्थापित देव प्रतिमाओं से ही ठंडक आती है। भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की मूर्ति से ठंडी हवा निकलती है, जो पूरे मंदिर परिसर को ठंडा रखती है। पुजारी बताते हैं कि मंदिर के बाहर के वातावरण में जैसे-जैसे धूप बढ़ती है, वैसे-वैसे मंदिर के अंदर ठंडक बढ़ती जाती है। गर्मियों में मंदिर का तापमान इतना गिर जाता है कि कंबल ओढ़ने तक की जरूरत पड़ जाती है।
हैरान करने वाला है टिटलागढ़ का यह शिव मंदिर
पूर्वी राज्य ओडिशा का सबसे गर्म इलाका है, टिटलागढ़। खास तौर पर यहां का कुम्हड़ा पहाड़ तो कुछ ज्यादा ही गर्म रहता है। यहां भगवान शिव और पार्वती का रहस्यमयी प्राचीन मंदिर अवस्थित है, जो अपनी रहस्यमयी ईश्वरीय चेतना के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर विज्ञान के लिए भी एक अनसुलझी पहेली है। क्योंकि यहां पथरीली चट्टानें हैं जिनपर सीधी तेज धूप पड़ती है। जिसकी वजह से यहां पर गर्मी कुछ ज्यादा ही पड़ती है, लेकिन इसी भीषण गर्मी के बीच जब यहां स्थित शिव पार्वती के मंदिर में प्रवेश करते हैं तो आपको ईश्वर के चमत्कार का सीधे तौर पर अहसास हो जाता है। जहां लगातार गर्मी पड़ती रहती है, वहीं शिव मंदिर के अंदर का तापमान हमेशा ठंडा बना रहता है.
इस मंदिर में किसी तरह का कूलर या एयर कंडीशनर भी नहीं लगा हुआ है, लेकिन फिर भी इस मंदिर का तापमान हमेशा कम रहता है।
55 डिग्री में जब लू से तपता है शहर, इस रहस्यमयी मंदिर के अंदर ठंड से कांपते हैं श्रद्धालु
मई जून के महीने में जब बाहर का तापमान कई बार 55 डिग्री तक पहुंचने लगता है, लेकिन उन्हीं परिस्थितियों में टिटलागढ़ शिव मंदिर के अंदर ठंड भी बढ़ जाती है। गर्मी के मौसम में कई बार मंदिर के अंदर कंबल ओढ़ने की नौबत भी आ जाती है। मंदिर के अंदर और बाहर चंद कदमों की दूरी पर माहौल पूरी तरह बदल जाता है।
वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए रहस्य
शिव पार्वती मंदिर के बाहर भयानक गर्मी और अंदर उतनी ही ज्यादा ठंडी। इस रहस्य को जानने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा काफी प्रयास किया जा चुका है और आज भी रहस्य सुलझाने की वैज्ञानिक कोशिश कर रहे हैं। परंतु आज तक उन्हें कोई भी सफलता हासिल नहीं हुई है। अतः कोई परिणाम नहीं मिल पाने से यह बात आज भी एक रहस्य बनी हुई है।
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Mysterious Shiva Temple, Titlagarh, Odisha
There are many such temples in India, which are considered to be miraculous and whose secret has neither been known by any archeology department nor scientists have been able to reach its bottom. In such a situation, both those who believe in God and those who do not believe it to be a miracle of God. Some people also name such miracles as superstition, but some people also believe in it. One such temple is established in Titlagarh in Orissa. It is said about this temple that as soon as the devotees enter its main gate, the devotees start feeling cold, even though the temperature outside the temple is 55 degrees.
When the main gate of the temple is closed, the cold inside increases.
A mysterious temple where one feels cold even in summer. In the summer season, sometimes blankets are needed inside the temple. As soon as the main gate of the temple is closed, the coolness inside the temple increases very much, while it is so hot outside that heat can also occur.
It is believed that the coolness emanates from the idols of God.
There are many such mysterious places in India, where the presence of divine power is felt, but the miracle of God, which is realized in Titlagarh, Odisha, is not found anywhere else. Titlagarh is considered to be the hottest place in the state of Orissa. The temple of Shiva Parvati on the same Kumhra mountain has a secret in itself. Due to the rocky rocks, there is a terrible heat here, yet there is no effect of this heat inside the temple.
The priests of the temple say that only the idols installed here bring coolness. The idol of Lord Bholenath and Mata Parvati emits cool air, which keeps the entire temple complex cool. The priests say that as the incense rises in the environment outside the temple, the coolness inside the temple increases. In summer, the temperature of the temple drops so much that even wearing a blanket is required.
This Shiva temple of Titlagarh is astonishing
Titlagarh is the hottest place in the eastern state of Odisha. Especially the Kumhda mountain here remains very hot. The mysterious ancient temple of Lord Shiva and Parvati is situated here, which is famous for its mysterious divine consciousness. This temple is an unsolved puzzle even for science. Because there are rocky rocks on which direct strong sunlight falls. Due to which the heat is a bit high here, but in the midst of this scorching heat, when Shiva enters the temple of Parvati located here, you get a direct feeling of the miracle of God. While there is constant heat, the temperature inside the Shiva temple always remains cool.
There is no cooler or air conditioner installed in this temple, but still the temperature of this temple is always low.
When the city heats up in 55 degrees, devotees shiver with cold inside this mysterious temple
In the month of May-June, when the outside temperature sometimes reaches 55 degrees, but under the same conditions, the cold also increases inside the Titlagarh Shiva temple. Many times during the summer season, there is also a situation of covering the blanket inside the temple. At a distance of few steps inside and outside the temple, the atmosphere changes completely.
Even scientists could not know the secret
Terrible heat outside Shiv Parvati temple and equally cold inside. A lot of effort has been made by the scientists to know this mystery and even today scientists are trying to solve the mystery. But till date they have not got any success. Therefore, due to not getting any result, this thing remains a mystery even today.
अदभुत! यकीन नहीं होता मंदिर के बाहर इतनी गर्मी और मंदिर के अंदर कम तापमान.. देखने लायक है..
ReplyDeleteबगण बंम बगण बम बम लहरी..जय महाकाल 🙏
ReplyDeleteहर हर महादेव।
ReplyDeleteजय भोले
ReplyDeleteरहस्यमई शक्तियां.. हर हर महादेव 🙏🙏
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteVery good information...
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteजय हो 👏 👍
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteअद्भुत जानकारी।
ReplyDeleteभगवान शिव शिवा को प्रणाम।
I love such secrets. This story reminded me of an incident I had in my country, although it was about something else. I visited a small church (this is our temple). After I was there for a while, I realized that it was poignantly quiet there - without any murmur. It seemed to me that I must have lost my hearing suddenly. It was such a strong feeling that I had to whisper something - to find out that I could hear after all. There are places in the world that can surprise us with their mystery. For me, this is extraordinary.
ReplyDeleteThank you Christina for sharing your point with us. To share your experience here. There are many such mysteries in the world and I also love such mysterious things.
DeleteSee you again with some such such mysterious things..😊😊
DeleteVery nice....
ReplyDeleteGood info
ReplyDeleteइस मंदिर के बारे में पहली बार ही सुना है। वास्तव में अचंभित करने वाली जानकारी। ऐसे नई नई जनकारियों से अवगत कराने का अच्छा प्रयास।
ReplyDeleteरहस्यमय एवं चमत्कारिक मंदिर ओडिशा के टितला गढ़ में स्थित शिव पार्वती मंदिर।
ReplyDeleteHar Har Mahadev 🙏🙏
ReplyDeleteबिल्कुल नई जानकारी कभी इस मंदिर के विषय में नहीं सुना। अद्भुत और अकल्पनीय मंदिर जिसका रहस्य आज का आधुनिक विज्ञान भी नहीं सुलझा पा रहा। वास्तव में ऐसे बहुत सारे रहस्मयी और चमत्कारिक मंदिर और जगहें हैं जिनकी हमे जानकारी नहीं।
ReplyDeleteजय महाकाल
Nice
ReplyDeleteOm namah shivaya..🙏
ReplyDeleteAdbhut mandir..pahli baar hi padh raha hu is mandir ke vishay me..
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