इतवार (Sunday)
🍂🍂"जहां एक निराशावादी व्यक्ति ,
किसी भी कार्य में उसका दुष्परिणाम ढूंढ लेता है।
वहीं लगनशील और आशावादी व्यक्ति
हर एक कठिन कार्य में भी एक अवसर ढूंढ लेता है।"🍁🍁🥀🥀
मेरे सपने तो फिर से जागो
मेरे सपने तुम फिर से जागो
छू लो नभ को बढ़कर आगे
ना होगा तेरा कोई अंत
तू आगे बढ़, बनकर अनंत
आशा बनकर, तुम फिर जागो
मेरे सपने तुम फिर जागो
छू लो नभ को बढ़कर आगे
ना होगा तेरा कोई अंत
तू आगे बढ़, बनकर अनंत
आशा बनकर, तुम फिर जागो
मेरे सपने तुम फिर जागो
देखो हिम को कैसा उतुंग
है झेल रहा बहु मेरुदंड
जब गरुड़ चला नभ को छूने
लघु पक्षी ने फैलाए पंख
तो भीरु हुआ होकर अनंत
मेरे सपने तुम फिर से जागो
चला पवन बन ईश्वर रूप
हिम दर्शाता उसका स्वरूप
गगन खड़ा बनकर स्तंभ
इठलाता वरुण भरकर घमंड
फिर तूने कायर बन, मेरे मन
क्यों डाले कुरुक्षेत्र में अस्त्र
ना होगा तेरा कोई अंत
आगे बढ़ तू बनकर अनंत
आशा बनकर तुम फिर जागो
मेरे सपने तुम फिर से जागो
🍂🍂"सभी प्राणियों में एक विशिष्ट प्रकार की प्रतिभा होती है
जिसे अगर वह समय रहते समझ ले तो श्रेष्ठ बन जाता है.."🍁🍁🥀🥀
Waooo... Beautiful poem❤️ with beautiful smile😍😍❤️❤️😘😘😘
ReplyDeleteHappy Sunday beautiful 🤗🤗🤗😘😘
ReplyDeleteYes right...always think positive in every situation 👍👍
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteजीवन मे उत्साह का संचार करती प्रेरणादायक,बेहतरीन कविता।
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteHappy Sunday 🙂
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ReplyDeleteजहां न जाये रवि
ReplyDeleteवहाँ चला जाता है कवि
Saandaar👌👌
ReplyDeleteInspirational poem...Happy Sunday
ReplyDelete👌👌👍
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteसुंदर सी तस्वीर के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती अच्छी कविता। शुभ रविवार
ReplyDeleteWah wah kya baat hai 👏👏
ReplyDeleteHpy sunday ji
ReplyDeleteVery nice👌
ReplyDeleteओजस्वी कविता।शुभ रविवार।
ReplyDeleteएक फ्रेम में दो खूबसूरत फूल..बादलों तले..लाजवाब तस्वीर के साथ बहुत ही सुन्दर कविता 🌹🌹🌹🌹
ReplyDeleteअति सुन्दर
ReplyDeleteSahi kaha vyakti apni pratibhaon ko nahi pahchan pata
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteAchi tasveer ..ache Kavita ke saath..👌👌
ReplyDeleteNice pic 😍😍 nice poem 👌👍
ReplyDeleteBeautiful poem..
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