चैत्र नवरात्र एवं हिंदू नव वर्ष
चैत्र माह के पहले दिन हिंदू नव वर्ष मनाया जाता है। चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नया हिंदू नव वर्ष प्रारंभ हो जाता है। 13 अप्रैल मंगलवार अर्थात आज से नवसंवत्सर 2078 का शुभारंभ हो रहा है। चैत्र का महीना हिंदू कैलेंडर का पहला महीना माना जाता है। चैत्र प्रतिपदा से नवरात्रि का पर्व भी आरंभ हो जाता है।
हिंदू नववर्ष अर्थात नव संवत्सर 2078 के आरंभ होते ही शुभ कामों की भी शुरुआत हो जाती है। नवरात्र पर मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। मान्यता है कि इन 9 दिनों तक मां दुर्गा धरती पर वास करती हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार ब्रह्मा जी ने चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को ही सृष्टि की रचना की थी। यही कारण है कि इस तिथि को हिंदू नव वर्ष और नए संवत्सर की शुरुआत मानी जाती है।
हिंदू नव वर्ष कब आता है?
हिंदू नववर्ष चैत्र मास की प्रतिपदा के दिन मनाया जाता है। इस दिन से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। महाराष्ट्र में इस दिन को गुड़ी पड़वा कहा जाता है और भारत में दक्षिण भारत में इसे उगादि (Ugadi) कहा जाता है।
हिंदू नव वर्ष कैसे मनाया जाता है?
हिंदू नववर्ष के दिन घरों की साफ सफाई होती है। घरों में पकवान बनते हैं क्योंकि इस दिन नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस वजह से नए साल की शुरुआत मीठे से होती है। बहुत से लोग आज के दिन उपवास भी रखते हैं। कुछ लोग नवरात्रि आरंभ होने के पहले दिन और आखिरी दिन उपवास करते, वहीं कुछ लोग पूरे नौ दिन का उपवास करते हैं। महाराष्ट्र में इस दिन पुरन पोली बनाया जाता है। साथ ही कई घरों में इस दिन पंचांग पढ़ा जाता है।
नव संवत्सर का इतिहास
नव संवत्सर के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत शकरी महाराज विक्रमादित्य ने की। हिंदू धर्म में चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को नव संवत की शुरुआत होती है। इसका आरंभ विक्रमादित्य ने किया था। इसलिए इसे विक्रम संवत भी कहा जाता है।
शक संवत और विक्रम संवत में अंतर
शक संवत को सरकारी रूप से अपनाने के पीछे यह दो वजह दी जाती है कि प्राचीन लेखों शिलालेखों में इसका वर्णन देखा गया है। इसके अलावा यह संवत विक्रम संवत के बाद शुरू हुआ। अंग्रेजी कैलेंडर से यह 78 वर्ष पीछे है 2021 - 78 = 1943, इस प्रकार अभी 1943 शक संवत चल रहा है।
ऐसे शुरू हुआ विक्रम संवत
कहा जाता है कि राजा विक्रमादित्य ने इसकी शुरुआत की थी। उनके समय में सबसे बड़े खगोल शास्त्री वराहमिहिर थे, जिनकी सहायता से इस संवत के प्रसार में मदद मिली। यह अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है 2021 + 570= 2078 विक्रम संवत चल रहा है।
नव संवत्सर 2078 के आगमन और नया हिंदू वर्ष और चैत्र नवरात्रि के मौके पर आप सभी को ढेरों शुभकामनाएं।
Nice
ReplyDeleteहिंदू नव वर्ष ki hardik shubh kamnaye
ReplyDeleteNavwarsh ki hardik badhayi
ReplyDeleteHappy navratri
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी,आप सबको नव वर्ष और चैत्र नवरात्रि की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं, जय माता दी
ReplyDeleteHappy New Year...Happy Navratri...
ReplyDeleteसभी को वासंतिक नवरात्र किबढाई एवं शुभकामना।
ReplyDelete👍👍
ReplyDeleteHappy navratri
ReplyDeleteहिंदू नववर्ष और नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐🙏🙏 शक संवत और विक्रम संवत की विस्तृत जानकारी आज तुम्हारे ब्लॉग द्वारा मिली.. बहुत बहुत धन्यवाद 👍👍
ReplyDeleteसभी को चैत्र नवरात्र एवं हिंदू नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏
ReplyDeleteHappy navratri
ReplyDeleteNav varsh tatha navratri ki shubhkamnayen. .🌹🌹🌹🌹
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