बाजरा (Millet)(Baajra)
आज हम यहां बाजरा (Millet)(Baajra) की चर्चा करेंगे, जिसका उपयोग ठंडी में लगभग सभी घरों में होता है। बाजरा (Millet) से आप सभी परिचित ही होंगे। बाजरा एक अनाज है, जिसकी खेती भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है। ज्यादातर भारतीय घरों में गेहूं के आटे की रोटियां खाई जाती हैं, मगर बाजरे की रोटी का भी अपना अलग ही स्वाद है। बाजरे की रोटी को 'भाखरी' भी कहते हैं। आज हम यहां बाजरा (Millet)(Baajra) के फायदों और नुकसानके बारे में चर्चा करेंगे।
बाजरा प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, फास्फोरस और आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। बाजरा ना केवल पाचन क्रिया को ठीक करता है, बल्कि कई बीमारियों को भी दूर रखने में हमारी मदद करता है। वैसे तो बाजरे का सेवन पूरे भारतवर्ष में होता है, परंतु जैसे पंजाब में मक्के की रोटी प्रसिद्ध है वैसे ही बाजरे की रोटी एक राजस्थानी व्यंजन है। तो चलिए जानते हैं स्वाद से भरपूर बाजरे के कुछ फायदों और नुकसान के बारे में।
जानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे में :-
# हड्डियों के रोग
# कब्ज की समस्या में
हमारा पूरा सिस्टम पाचन क्रिया पर ही आधारित है। अगर पाचन क्रिया दुरुस्त हो तो बीमारियां जल्दी पास नहीं आती। फाइबर से भरपूर होने की वजह से बाजरा पाचन क्रिया को सही रखता है, जिससे कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है।
# खून की कमी
बाजरे में भरपूर मात्रा में आयरन भी होता है, जिससे खून की कमी से होने वाले रोग नहीं होते।
# डायबिटीज की समस्या
मधुमेह दुनियाभर में लाखों लोगों में पाई जाने वाली आम बीमारी हो गई है। बाजरे में मैग्नीशियम पाया जाता है, जो शरीर में इंसुलिन और ग्लूकोज की मात्रा को सम बनाए रखने में मदद करता है, जिससे मधुमेह की बीमारी में लाभ पहुंचता है।
# कोलेस्ट्रोल
बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रोल हृदय के लिए अच्छा नहीं होता। बाजरा में फाइबर की मात्रा अधिक होने से यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होती है। फाइबर शरीर से खतरनाक खराब कोलेस्ट्रॉल एलडीएल(LDL) को समाप्त करता है और अच्छे कोलेस्ट्रोल एचडीएल(HDL) के प्रभाव को बढ़ाता है।
# हृदय रोग में
दिल को सुरक्षित रखना है तो बाजरे का सेवन करें, क्योंकि बाजरे में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है, जो रक्तचाप और दिल के दौरे के खतरे को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बाजरा पोटेशियम का भी अच्छा स्रोत है, जो उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक है।
# अस्थमा की समस्या
अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी बाजरा बहुत लाभदायक है, क्योंकि यह अस्थमा को विकसित होने से रोकता है।
# वजन कम करने में
फाइबर की उच्च मात्रा होने की वजह से बाजरा जल्दी भूख नहीं लगने देती। अतः जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं, उन्हें अपने भोजन में बाजरे की रोटी को शामिल करना चाहिए।
# बालों के लिए
बाजरा में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है, जो बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बालों की सुंदरता को बढ़ाता है। अतः अगर आप गिरते बालों से परेशान हैं, तो अपने आहार में बाजरे की रोटी को अवश्य शामिल करें।
# त्वचा पर
बाजरा में अमीनो एसिड पाया जाता है, जो चेहरे पर झुर्रियों के प्रभाव को कम करता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट तनाव से लड़ने और शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी असर करती है।
# गर्भवती महिलाओं के लिए
बाजरे का नुकसान
वैसे तो बाजरा के बहुत से फायदे हैं, परंतु अत्यधिक मात्रा में सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकता है। बाजरे का अधिक मात्रा में सेवन करने से थायराइड की समस्या उत्पन्न हो सकती है .अतः जिन लोगों को थायराइड की समस्या है, उनको इसके सेवन से परहेज करना चाहिए। बाजरा का अत्यधिक मात्रा मेंं सेवन फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है तथा किडनी मैं पथरी होने की संभावना को बढ़ाता है। गर्भवती महिलाओं को इसका अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
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Millet
Today we will discuss here Millet (Baajra), which is used in cold in almost all households. You will all be familiar with Millet. Millet is a grain, cultivated extensively in India. Wheat flour rotis are eaten in most Indian homes, but millet bread also has its own distinct taste. Bread of millet is also called Bhakhari. Today we will discuss about the advantages and disadvantages of Millet (Baajra) here.
Millet is rich in nutrients like protein, fiber, magnesium, phosphorus and iron. Millet not only cures digestion, but also helps us in keeping many diseases away. Although Bajra is consumed all over India, but as maize bread is famous in Punjab, Bajra roti is a Rajasthani dish. So let's know about some of the advantages and disadvantages of flavored millet.
Know about its medicinal properties: -
# Bone diseases
People who consume millet should not develop osteoporosis due to deficiency of calcium in bones.
# In constipation problem
Our entire system is based on digestion. If the digestion is healthy, diseases do not come quickly. Being rich in fiber, millet keeps digestive system correct, which relieves constipation problem.
# Anemic
There is also a lot of iron in millet, which does not cause diseases due to anemia.
# Diabetes problem
Diabetes has become a common disease found in millions of people worldwide. Magnesium is found in millet, which helps in maintaining the level of insulin and glucose in the body, which benefits in diabetes disease.
# Cholesterol
Increased cholesterol is not good for the heart. It is helpful in reducing cholesterol due to the high fiber content of millet. Fiber eliminates the dangerous bad cholesterol LDL from the body and enhances the effect of good cholesterol HDL.
# In heart disease
If you want to keep your heart safe, consume millet, because millet contains a lot of magnesium, which plays an important role in reducing the risk of blood pressure and heart attack. Millet is also a good source of potassium, which is helpful in reducing high blood pressure.
# Asthma problem
Millet is also very beneficial for a person suffering from asthma, as it prevents asthma from developing.
# In weight loss
Due to the high fiber content, millet does not allow to starve quickly. Therefore, those who are troubled by the increasing weight, should include millet bread in their diet.
# For hair
Millet contains plenty of protein, which strengthens hair roots and enhances hair beauty. So, if you are worried about falling hair, then definitely include millet bread in your diet.
# On the skin
Millet contains amino acids, which reduce the effects of wrinkles on the face. The anti-oxidants present in it also fight stress and the effect of free radicals in the body.
# For pregnant women
Pregnant women should eat two millet breads every day instead of eating calcium tablets. By giving millet and bread instead of calcium and iron to pregnant women, there are no diseases due to calcium and iron in children from birth to 5 years. Not only this, the cases of abnormal pain during childbirth in women who consume millet are also negligible.
Disadvantage of Millet
Although millet has many benefits, but excessive intake can also cause some harm. Excessive consumption of millet can cause thyroid problems. Therefore, people who have thyroid problems should be avoided. Excessive intake of millet damages the lungs and increases the chances of kidney stones. Pregnant women should not consume it excessively.
प्रायः सर्दियों में हमारे घरों में बाजरे का उपयोग होता है।बचपन मे बाजरा,गुड़ और और देशी घी के लड्डू हम लोगों ने खाए हैं।आज के ब्लॉग की सबसे बड़ी बात गर्भवती महिलाओं में बाजरे के उपयोग की है।कैल्शियम और मैग्नीशियम की गोलियों की तथाकथित मार्केटिंग से परहेज करते हुए हमें अपने परिवार और मित्रों को बाजरा खाने की सलाह देनी चाहिए।इतनी ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए साधुवाद।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी शेयर की है। पहले सर्दियों के समय में बाजरे और मक्के की रोटी का प्रचलन बहुत था। लगभग हर घर में बाजरा और मक्के की रोटी का प्रयोग होता था, परंतु अब कुछ घरों में मक्के की रोटी का चलन तो है, पर बाजरा किचन से निकलता जा रहा है। बहुत कम लोग ही इसके बारे में जानते होंगे और इसका उपयोग करते होंगे। समसामयिक ज्ञानवर्धक पोस्ट 👍🏻👍🏻
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteThe bread of is very useful
ReplyDeleteNice nd Informative content✌
ReplyDeletenice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteबाजरे की गिनती मोटे अनाजों में होती है। मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है, पर अब हम मोटे अनाज की तुलना में महीन आनाज को ज्यादा तवज्जो देने लगे हैं। आपने यहां राजस्थानी व्यंजन की चर्चा की है। यह सच है कि राजस्थान में मोटे अनाज का प्रचलन बहुत है जिससे फायदा यह है की वहां के लोगों की दृष्टि बहुत तेज होती है।
ReplyDeleteआज की पोस्ट बहुत उपयोगी है। ऐसी जानकारियों से सबको अवगत कराने के लिए धन्यवाद।
बहुत अच्छी जानकारी
ReplyDeleteMai thandi bhar bajre ki roti ka sewan karta hu...Yah swasthya labh ke saath saath swadist b hota ha...
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBahut achi jaankari share ki aapne...aaj ki generation ke bahut se log to iske bare me jante bhi nhi honge...jo jante bhi honge wo iska sewan nhi karte honge...khud mere hi ghar me puri thandi me ek ada baar ban gya to ban gya...Aap aisi jankariyon se awagat krate rahiye...
ReplyDeleteUseful
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteVery Knowledgble and useful post...I appreciate the writer for such a informative post...Keep it up..
ReplyDeleteUseful information
ReplyDeleteAapki yhi choti choti roz marra ki gyaan ki baatein daily life me bhut useful hoti hai.. thanku for sharing 🙏🙏
ReplyDeleteBahut upyogi blog, bajra ka sewan kisi na kisi roop me avashya karna chahiye, daliya bhi swadisht lagta hai.
ReplyDeleteNice 👏👏👍
ReplyDeleteGood for health 👍👍
ReplyDeleteSehat k liye bhut labhdayak ha
ReplyDeleteThis comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteThank you so much di for sharing this information with us, it will help many people
ReplyDeleteNice info
ReplyDeleteहम लोगों के लिए दुर्लभ हो गया है
ReplyDeleteवही तो....जब आपलोगों के लिए दुर्लभ हो गया है...तो हम जैसों को कहा से मिलेगा।
DeleteUseful
ReplyDeleteGood or health
ReplyDeleteUseful
ReplyDelete🤞🤞
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteबाजरे की रोटी ,हलवा,खीर के साथ साथ अभी
ReplyDeleteतो बाजरे की लड्डू भी काफी प्रयोग में लायी जा
रही है। आपने तो इसके औषधीय गुण के बारे
में जो जानकारी प्रदान की हैं उससे तो इसके
प्रति आकर्षण और बढ़ गया🙏