Cricket News: Latest Cricket News, Live Scores, Results, Upcoming match Schedules | Times of India

Sportstar - IPL

कार्तिक पूर्णिमा || Kartik Purnima 2024 || देव दीपावली || गुरु पर्व

 कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima)

हिंदू धर्म में पूर्णिमा का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हिंदू धर्म में हर साल 12 पूर्णिमा होती हैं, जो हर महीनें आती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है, तब इनकी संख्या बढ़कर 13 हो जाती है। कार्तिक महीने में आने वाली पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा, त्रिपुरी पूर्णिमा या गंगा स्नान की पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन "देव दिवाली" मनाई जाती है। इस दिन को "गुरु पर्व" भी कहा जाता है। इस वर्ष १५ नवंबर आज के दिन "देव दिवाली" का पर्व मनाया जा रहा है। 

कार्तिक पूर्णिमा || Kartik Purnima 2024 || देव दीपावली || गुरु पर्व

कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्यों मनाई जाती है देव दीपावली?

दीपावली के ठीक 15 दिन बाद और कार्तिक पूर्णिमा के दिन "देव दीपावली" का पर्व मनाया जाता है। देव दिवाली के दिन काशी और गंगा घाटों पर विशेष उत्सवों के आयोजन किए जाते हैं और गंगा किनारे खूब दीप प्रज्जवलित किए जाते हैं। देव दिवाली मनाने को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता भी स्वर्गलोक से धरती पर आते हैं और दिवाली का पर्व मनाते हैं। 

पौराणिक कथा के अनुसार, त्रिपुरासुर नाम के एक राक्षस ने अपने आतंक से धरतीलोक पर मानवों और स्वर्गलोक में सभी देवताओं को त्रस्त कर दिया था। सभी देवतागण त्रिपुरासुर से परेशान हो गए थे। सभी ने भगवान शिव से त्रिपुरासुर का अंत करने की प्रार्थना की। भगवान शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। त्रिपुरासुर के अंत के बाद उसके आंतक से मुक्ति मिलने पर सभी देवतागण प्रसन्न हुए और उन्होंने स्वर्ग में दीप जलाएं। इस घटना के बाद से ही कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन को "देव दीपावली" कहा जाने लगा। 

इसके साथ ही इस दिन को त्रिपुरासुर नामक असुर का अंत होने के कारण इस दिन को त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं। इसी के बाद से भगवान शिव को त्रिपुरारी के रूप में पूजा जाने लगा था।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन क्यों मनाया जाता है गुरु पर्व?

कार्तिक पूर्णिमा || Kartik Purnima 2024 || देव दीपावली || गुरु पर्व

कार्तिक पूर्णिमा को सिख सम्प्रदाय में प्रकाशोत्सव के रूप में मनाया जाता है। सिख धर्म को मानने वाले कार्तिक पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं, क्योंकि इस दिन उनके संस्थापक गुरू नानक देव का जन्म हुआ था। 

इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा को बैकुण्ठ धाम में देवी तुलसी प्रकट हुई थीं और कार्तिक पूर्णिमा को ही देवी तुलसी ने पृथ्वी पर जन्म लिया था। 

सभी पाठकों को कार्तिक पूर्णिमा, गुरुपूर्णिमा और देव दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाइयाँ !!

No comments:

Post a Comment