Rules of Drinking Water (पानी पीने का नियम)
💧पानी पीने का नियम:-
जिस प्रकार भोजन करने के नियम हैं, उसी प्रकार पानी पीने का भी नियम है। यह पढ़कर लगेगा कि हम सिर्फ नियमों में बंधे रहें। ऐसा नहीं है, खाने और पीने का नियम तो ऐसा है जिसको कुछ दिन करने के बाद शरीर उसी का अभ्यस्त हो जाता है। फिर आपको बहुत ज्यादा याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती, बल्कि इन छोटे-छोटे नियमों का पालन करके हम चुस्त-दुरुस्त रह सकते हैं।- भोजन के अंत में या बीच में पानी पीना विष पीने के समान है। भोजन करने के कम से कम 1 घंटे या डेढ़ घंटे के बाद पानी पीना चाहिए। भोजन के पहले पानी कम से कम 40 मिनट या अधिक से अधिक 1 घंटे पहले पी लेना चाहिए। चाहे जितना पानी पी सकते हैं।
- सुबह उठते ही दांत मुंह धोए बिना सबसे पहले गुनगुना पानी पीना चाहिए।
- यदि भोजन में दो अन्न हैं, तो एक अन्न की समाप्ति और दूसरे अन्न की शुरुआत के पहले एक से दो घूंट पानी पी सकते हैं। भोजन के अंत में गला साफ करने के लिए एक से दो घूंट पानी पी सकते हैं।
- भोजन के अंत में पीने के लिए सबसे अच्छी चीज मट्ठा या छाछ है, जिसको पीने का सही समय दोपहर के भोजन के बाद का है। दूसरी सबसे अच्छी चीज दूध है, जिसको शाम के खाने के बाद पी सकते हैं। दूध सोते समय पिए तो और अच्छा है। तीसरी सबसे अच्छी चीज है मौसमी फल के रस, जिसका सही समय है सुबह के भोजन के बाद। कोल्ड स्टोरेज के फलों का रस नहीं पीना चाहिए।
- फल खाना जूस पीने से बहुत अच्छा माना जाता है। क्योंकि जूस में सारे फाइबर बाहर निकल जाते हैं। फाइबर ब्लड को साफ करता है तथा बड़ी आंत छोटी आंत को साफ करता है। हृदयाघात, ट्राइग्लिसराइड, कोलेस्ट्रोल नियंत्रित करता है। जूस में थोड़ा सा काला नमक डालकर पिएं या अदरक का रस अथवा चुना डालकर पिएं। ऐसा करने से कभी भी सर्दी नहीं होगी। एक गिलास जूस में चौथाई चम्मच अदरक का रस, काला नमक और चूना भी इस्तेमाल कर सकते हैं। काला नमक तथा चूने की मात्रा गेहूं के दाने के बराबर होनी चाहिए। (जिसको पथरी की समस्या हो वह चूना इस्तेमाल ना करें)।
- पानी हमेशा चुस्कियां लेकर पिएं अर्थात पानी हमेशा घूंट - घूंट करके पीना चाहिए। हमारे शरीर में भोजन पचाने के लिए अम्ल होता है और मुंह में क्षार बनता है। लार के रूप में अम्ल और क्षार आपस में मिलकर न्यूट्रल हो जाते हैं। अम्ल का मतलब जिनका ph 7 से कम है और क्षार का मतलब जिनका ph 7 से अधिक है। न्यूट्रल का मतलब जिनका ph 7 है, पानी न्यूट्रल होता है।
- घूंट घूंट कर पानी पीने से वजन नहीं बढ़ता अर्थात शरीर के बनावट के हिसाब से वजन संतुलित रहता है।
- ठंडा पानी कभी नहीं पीना चाहिए। शरीर के तापमान के बराबर का ही पानी पीना चाहिए। मतलब गुनगुना पानी पिएं अर्थात 27 डिग्री से 37 डिग्री के बीच का ही पानी पीएं। मिट्टी के बर्तन का पानी 27 डिग्री तापमान का होता है, ऐसा मिट्टी की तासीर के कारण है।
- ठंडा पानी पीने से पेट को उसे सामान्य तापमान पर लाने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत पड़ती है और अतिरिक्त ऊर्जा के लिए अतिरिक्त खून की जरूरत होती है। जिससे कि अलग-अलग हिस्सों से इसकी पूर्ति होती है। इससे उन हिस्सों में खून की कमी होने लगती है और ऐसा बार बार करने से कई बीमारियां शरीर में जन्म लेने लगती हैं।
- ठंडा पानी पीने से पहली बीमारी कॉन्स्टिपेशन की होती है क्योंकि पानी ठंडा पीते रहने से बड़ी आंत संकुचित हो जाती है। फ्रिज का पानी, बर्फ डाला हुआ पानी और आइसक्रीम जैसी वस्तुएं खाने से परहेज करें।
- सुबह गुनगुना पानी पीएं अथवा तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीएं। प्लास्टिक और एल्युमिनियम के बर्तन का पानी कभी मत पिएं। पानी का अपना कोई गुण नहीं होता है, इसे जिस में मिलाया जाता है उसी का गुण धारण कर लेता है।
- पानी हमेशा बैठ कर ही पीएं।
- खड़े होकर और जल्दी-जल्दी पानी पीने से दो गंभीर रोग होते हैं। जिसमें पहला है हर्निया और दूसरा है अपेंडिसाइटिस।
- पानी हर व्यक्ति अपने वजन में 10 से भाग देकर दो घटाकर दिन भर में पानी पीने की मात्रा की गणना कर सकता है। सामान्य रूप से 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए।
- शरीर को अच्छी तरह काम करने के लिए शरीर को कम से कम 27 डिग्री और अधिक से अधिक से 48 डिग्री का तापमान चाहिए। लगातार ठंडा पानी पीते रहने से बड़ी आंत और छोटी आंत सिकुड़ जाती है।
- होली के बाद और बारिश के पहले दिन तक मिट्टी के बर्तन का पानी पिएं, बारिश के पहले दिन से बारिश के अंतिम दिन तक तांबे के बर्तन का पानी पिएं और बारिश समाप्त होने के दिन से होली के दिन तक सोने के बर्तन में रखा हुआ पानी अच्छा माना जाता है।
- नींद ना आना और अवसाद की बीमारियों के लिए शीशे के बर्तन में रखा हुआ पानी सबसे अच्छा होता है।
- एक बार पानी गर्म करके सुबह से शाम तक पीया जा सकता है।💧
💦 जल ही जीवन,जल ही बसन्त
जल ही है अनमोल रतन
जल बिन सब सून धरा पर
जल ही संचित अनुपम धन।।"💦
English Translate
Rules of drinking water: -
Just as there are rules for eating food, similarly there is a rule for drinking water. It will be read that we should be bound only in rules. It is not so, the rule of eating and drinking is such that after doing a few days the body gets used to it. Then you do not need to remember too much, but by following these small rules, we can remain fit.
- Drinking water at the end or middle of a meal is similar to drinking poison. Water should be drunk at least 1 hour after meals or after one and half hour. Water should be drunk at least 40 minutes or more than 1 hour before meals. Whether you can drink as much water.
- On waking up in the morning, without washing the mouth first of all, one should drink lukewarm water.
- If there are two grains in the food, then one to two sips of water can be drunk before the end of one grain and the beginning of the second. At the end of the meal, one to two sips of water can be drunk to clear the throat.
- The best thing to drink at the end of a meal is whey or buttermilk, the right time to drink is after lunch. The second best thing is milk, which can be drunk after dinner. Drinking milk at bedtime is even better. The third best thing is seasonal fruit juices, the right time after the morning meal. Cold storage fruit juice should not be drunk.
- Eating fruit is considered very good by drinking juice. Because all the fiber in the juice gets out. Fiber cleans the blood and large intestine cleanses the small intestine. Controls heart attack, triglyceride, cholesterol. Drink a little black salt in juice or drink ginger juice or chun. By doing this, there will never be a cold. One-fourth teaspoon of ginger juice, black salt and lime can also be used in a glass of juice. The quantity of black salt and lime should be equal to the grain of wheat. (Those who have stones problem, do not use lime).
- Always drink water with a sip, that is, water should always be sipped. Our body has acid to digest food and alkali is formed in the mouth. As saliva, acids and bases become neutral together. Acid means less than ph 7 and alkali mean ph greater than 7. Neutrals, meaning ph of 7, are water neutral.
- Drinking water after sipping does not increase weight, that is, weight is balanced according to body texture.
- Never drink cold water. One should drink water equal to body temperature. That means drink lukewarm water i.e. drink only water between 27 degree to 37 degree. The pottery has a water temperature of 27 degrees, this is due to the clay effect.
- Drinking cold water requires extra energy to bring the stomach to normal temperature and extra blood is needed for extra energy. So that it is fulfilled by different parts. This causes blood loss in those parts and by doing this again and again many diseases start taking birth in the body.
- The first disease caused by drinking cold water is constipation because by drinking cold water, the large intestine becomes compressed. Avoid eating things like fridge water, ice poured water and ice cream.
- Drink lukewarm water in the morning or drink water kept in a copper vessel. Never drink water from plastic and aluminum utensils. Water does not have any quality of its own, it gets the quality of the same in which it is mixed.
- Always drink water while sitting.
- Standing and drinking water frequently causes two serious diseases. The first is hernia and the second is appendicitis.
- Every person can calculate the amount of water to drink throughout the day by dividing his weight by 10 divided by two. Normally 4 to 5 liters of water should be drunk.
- For the body to work well, the body needs a temperature of at least 27 degrees and maximum of 48 degrees. Continually drinking cold water shrinks the large intestine and small intestine.
- After the Holi and drink the earthen pot water till the first day of the rain, drink the copper pot water from the first day of the rains to the last day of the rains and keep it in the gold vessel from the day of the rain till the day of Holi. Water is considered good.
- Water kept in a glass vessel is best for sleeplessness and depression diseases.
- Once heated, water can be drunk from morning to evening.
जैसा अनुशाशन वैसी ही ज़िन्दगी
ReplyDeleteUseful Information
ReplyDelete🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
ReplyDelete🚩🚩जय जय भोलेनाथ 🚩🚩
👍👍👍अत्यंत उपयोगी लाभदायक व स्वास्थ्यवर्धक जानकारी शेयर करने के लिए आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
Very important information
ReplyDeleteVery Nice Information 👌🏻
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी जानकारी
ReplyDeleteVery useful information.
ReplyDeleteVery useful information, per problem ye hai ki koi follow nhi krta..
ReplyDeleteVery useful tips
ReplyDeleteUseful knowledge
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