आज अमावस है
आज का दिन बहुत ही विशेष है। हमारे चारों ओर एक विशेष तरह की ऊर्जा रहेगी आज। पूर्णिमा का चांद जहां हमें बाहर की और विकसित करता है। हमें भावुक बनाता है। हमारे विचारों को ताकत और चुंबकीय शक्ति देता है, वहीं अमावस का चांद हमारे अंदर की और गहरा, अध्यात्मिक और विशेष तरह की ऊर्जा से भर देता है।
इस महीने 17 जुलाई 2023 को अर्थात आज सोमवार को है। सोमवार के दिन अमावस्या को सोमवती अमावस्या भी कहते हैं तथा सावन अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में सोमवार और शनिवार को आने वाली अमावस्या बहुत खास होती है। हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में कैलेंडर और हिंदू पंचाग की तारीख चंद्रमा के अनुसार बदलती रहती है।
अमावस्या क्या है? यह वह रात है जब चंद्रमा पूरी तरह से दिखाई नहीं देता है। अमावस्या की रात हर 30 दिन के बाद आती है, ऐसा कहा जा सकता है कि अमावस्या हर महीने में एक बार आती है। चंद्रमा के घटने और बढ़ने को पक्ष कहा जाता है, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दो प्रकार के होते हैं। जब अमावस्या सोमवार को पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है और जब अमावस्या शनिवार को पड़ती है तो उसे शनि अमावस्या कहा जाता है।
अगर इस रात का हम फायदा उठाना सीख जाएं, तो यह हमें एकाग्रचित कर देगा। यह बिखरे हुए व्यक्तित्व को एकत्रित कर सकता है। मस्तिष्क में फालतू की इकट्ठी हुई यादों से उभरने वाले विचारों से मुक्ति दिलाता है और हमारे जीवन को किसी एक व्यवहारिक दिशा की ओर बढ़ने में मदद करता है।
पूर्णिमा की रात की तरह इसमें भी विशेष स्थिति में रहना, व्यवहार करना आ जाए तो यह अमावस की रात संपूर्ण जीवन को बदल सकती है। यह हमारे जीवन के बहुत गहरे पहलुओं पर काम करता है। मानसिक चेतना के अंदर छुपी हुई गहरी संवेदनाओ को गहरा कर देता है और उन्हें पूर्णता की ओर धकेलता है।
अमावस की रात गहरी होती है, काली होती है। इस दिन हमें अर्जुन की तरह काम करना चाहिए और चिड़िया की आंख पर निशाना लगाना चाहिए। इस दिन वह लक्ष्य पूरा हो सकता है, जो हमारे अंतर्मन की गहराइयों में छुपा हुआ है। तंत्र साधकों के लिए योगियों के लिए, बिजनेसमैन के लिए और जो बीमार हैं, उनको स्वयं खुद को ठीक करने के लिए यह दिन और रात बहुत खास है।
बस हमें इसका उपयोग और प्रयोग करना आ जाए। इसके साथ तमन्यता आ जाये। आम व्यक्ति के लिए भी यह रात किसी एक बड़े लक्ष्य को साध सकती है। यही विशेषता है इस रात की।
जीवन बस एक जन्म कुंडली और किसी ज्योतिषाचार्य के एक समाधान पर निर्धारित नहीं है। जीवन को समझना होगा इसके साथ काम करना होगा जागरूक होकर जीवन के हर पहलू को समझना होगा फिर ये वह सब कुछ देगा जो हमारे लिए जरूरी है।
रात को कुछ देर ध्यान में बैठें, आत्मचिंतन करें अपने कार्यों के बारे में, जीतना गहरा चिंतन आज करेंगे, उसके उत्तर आज जल्दी मिलेंगे यही आज के दिन की विशेषता है। एकांत में बैठने से गहन चिंतन करने से प्लानिंग करने से आज के दिन सही और जल्दी उत्तर मिलते ही हैं. अन्य दिनों के मुकाबले।
इस बात की सत्यता कितनी है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। मैंने पढ़ा और आप सभी के साथ साझा कर रही हूँ। आज के दिन जानने की कोशिश करती हूँ आप सभी भी कीजियेगा।
🕉️ॐ नमः शिवाय 🙏
🙏🙏
ReplyDeleteॐ नमः शिवाय ॐ हरि हरि ॐ
ReplyDeleteनिश्चित ही मन को एकाग्र करने के लिए अमावस ज्यादा उपयुक्त होता है। अच्छी जानकारी
ReplyDeleteअति उत्तम
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
Nice information...
ReplyDeleteOm namah shivaya
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteMaine bhi padha tha ek baar..
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर सूचना। आभार।
ReplyDeleteबहुत ही सकारात्मक ऊर्जा भरने वाली बात कहीं हैं आपने , अमावस्या हमे आंतरिक ऊर्जा को सकारात्मक रूप से आगे बढ़ाने को इंगित करती है। बहुत ही अच्छी जानकारी प्रदान की हैं🙏
ReplyDelete🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
ReplyDelete🙏ॐ नमः शिवाय 🚩🚩🚩
🙏हर हर महादेव 🚩🚩🚩
👌👌👌बहुत सुन्दर जानकारी, आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
🙏आपको भी हरियाली अमावस्या की हार्दिक शुभकामनायें 🙏
Very nice information👌👌
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteआपको और आपके पूरे परिवार को हरियाली अमावस्या की हार्दिक शुभकामनाएं आपका दिन शुभ रहे🙏🏻
ReplyDeletegud info
ReplyDeleteसोमवती अमावस्या का महात्म्य हो अधिक है।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया जानकारी 👍
ReplyDeleteVery good
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