Cricket News: Latest Cricket News, Live Scores, Results, Upcoming match Schedules | Times of India

Sportstar - IPL

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

मध्यप्रदेश दर्शन

मैं कभी मध्य प्रदेश नहीं गयी हूँ, फिर भी मेरे ब्लॉग पर आज मध्यप्रदेश दर्शन पब्लिश हो रहा है। इस विषय में दो शब्द आप सभी पाठकों से कहना चाहूंगी। ब्लॉग के एक प्रशंसक जो मध्यप्रदेश के विदिशा के मूल निवासी हैं, इस ब्लॉग के माध्यम से मध्यप्रदेश का भ्रमण कराना चाहते हैं। मैं उनकी शुक्रगुजार हूँ, जो उन्होंने इस काम के लिए मेरा ब्लॉग चुना। तो फिर देर किस बात की, चलिए बैठे बैठे मध्यप्रदेश का दर्शन करते हैं। कभी मौका मिले तो मध्यप्रदेश जाकर भी घूमना होगा। 

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

यूं तो हम सब जानते हैं, भारत के हर राज्य की अपनी संस्कृति अपनी अलग पहचान है, पर आज हम जिस राज्य की बात कर रहे हैं, उसको भारत का सबसे खूबसूरत प्रदेश कहा जाता है। यह भारत के मध्य में होने के कारण मध्यप्रदेश कहलाता है। भारत मे सबसे ज्यादा नेशनल पार्क इसी राज्य में है। सबसे ज्यादा आदिवासी समाज भी मध्यप्रदेश मैं पाया जाता है। मध्यप्रदेश का खाना, लोकगीत, त्यौहार, परंपरा भारत के अन्य राज्यो से बिल्कुल अलग है। मध्यप्रदेश का इंदौर, जिसे मिनी बॉम्बे के नाम से जाना जाता है, खाने पीने की दृष्टि से सारे भारत में मशहूर है। मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है, जो कई किलो की धरोहर है। सिर्फ मध्यप्रदेश में एक नदी ऐसी है, जो उल्टी बहती है। एक समय पर मध्यप्रदेश को भारत का सबसे बड़ा राज्य का दर्जा प्राप्त था। सन 2000 में छत्तीसगढ़ के अलग होने तक। आज भी मध्यप्रदेश भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। 

मध्यप्रदेश की रोचक बातें

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

  • मध्यप्रदेश को भारत का दिल *Heart of Nation* भी कहा जाता है। 
  • मध्यप्रदेश में एक क्षेत्र ऐसा भी  है, जहां पिता अपनी बेटियों को विदाई में सर्प  (सांप ) देते हैं। 
  • मध्यप्रदेश की जनसंख्या लगभग 8.50 लाख करोड़ है। 
  • मध्यप्रदेश की सीमा राजस्थान महाराष्ट्र गुजरात उत्तर प्रदेश एवम छत्तीसगढ़ से लगती है। 
  • मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली जाती है। कुछ जनजातिय क्षेत्रों में अन्य भाषायों का प्रयोग भी बहुतायत आपको सुनने को मिलेगा। राज्य की 90 प्रतिशत आबादी हिन्दू है। 6.5 प्रतिशत लोग इस्लाम धर्म को मानने वाले एवं बाकी जैन, सिख, ईसाई, बौद्ध धर्म के लोग भी यहाँ निवास करते हैं। 
  • मध्यप्रदेश की स्थपना 1 नवंबर 1956 को हुई थी। तब तक मध्यप्रदेश की राजधानी नागपुर हुआ करती थी। 1956 में नागपुर को बदल कर भोपाल को राजधानी का दर्जा प्राप्त हुआ। 
  • मध्यप्रदेश में कई शासकों ने राज्य किया है, जिसमे मराठा, बुन्देल, चौहान एवम चंदेल मुख्य हैं। मुगलों का भी यहाँ अल्पकालीन शासन रहा है। भारत के सबसे महान राजाओं में शुमार राजा विक्रमादित्य की राजधानी उज्जैन भी मध्यप्रदेश में स्थित है। ये राज्य अपने कल्चर ओर शिल्पकला के लिए पूरी दुनिया मे जाना जाता है। 
  • भारत की सबसे प्राचीन नदी नर्मदा को मध्यप्रदेश की जीवनदायनी नदी कहा जाता है। यह इस राज्य की सबसे प्रमुख एवम भारत की 5 वीं सबसे बड़ी नदी है। यह अमरकंटक की पहाड़ियों से निकलती है। 
  • नर्मदा नदी की सबसे रोचक बात यह है कि यह भारत की एकमात्र ऐसी नदी है, जो विपरीत दिशा में बहती है। जहाँ बाकी सब नदियां पश्चिम से पूर्व की तरफ बहती हैं, वही नर्मदा जी पूर्व से पश्चिम की ओर बहती हैं। 
  • नर्मदा जी के लिए पुराणों में लिखा है, सिर्फ नर्मदा जी एक मात्र ऐसी नदी हैं, जिसके दर्शन मात्र से व्यक्ति के पापों का हरन हो जाता है। 

मध्यप्रदेश का अदिवादी समुदाय

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

मध्यप्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ सबसे ज्यादा जनजाति आदिवासी निवास करते हैं। प्रतिशत के हिसाब से 21 % जनजातीय इस राज्य में निवास करती है। कोड़ी, भील, सहरिया, कोंडा, कूल जैसी जनजातीय प्रमुख हैं। 

बाघों की भूमि (Land of Tigers)

मध्यप्रदेश को "लैंड ऑफ टाइगर" भी कहा जाता है। इस राज्य के नेशनल पार्क में बाघ और रॉयल टाइगर पाए जाते हैं। जितने यहाँ बाघ और रॉयल टाइगर हैं, उतने दुनिया के किसी जंगल में नहीं हैं। मध्यप्रदेश में 10 नेशनल पार्क, 6 टाइगर रिजर्व, 24 वाइल्ड लाइव सेंचुरी हैं, जिसके कारण पूरे राज्य में जंगल ही जंगल एवम हरियाली देखने को मिलेगी। इनमें बांधवगढ़ नेशनल पार्क, कान्हा नेशनल पार्क, पेंच टाइगर रिजर्व सबसे प्रमुख हैं। 

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

प्रसिद्ध किताब जंगल बुक भी इसी राज्य के जंगलों से प्रेरित हो कर लिखी गयी है। 

मध्यप्रदेश का पन्ना जिला अपने हीरे की खदानों के लिए पूरे दुनिया मे मशहूर है। भारत का सबसे ज्यादा हीरा- पन्ना की खदानों में पाया जाता है। 50 प्रतिशत एरिया में यहाँ ज़मीन के नीचे हीरा पाया जाता है, जहाँ आज भी हज़ारों लोग नियमित रूप से हीरा निकालने कार्य करते हैं। पन्ना का हीरे का कारोबार प्रतिवर्ष 1 विलियन डॉलर के करीब है। इसके साथ साथ यह राज्य कोयला, बेग्निश, डोलोमाइट में भी समृद्ध है। 

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

महाकालेश्वर उज्जैन

भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से दो जोतिर्लिंग महाकालेश्वर उज्जैन में एवम ओम्कारेश्वर में स्थित है।  उज्जैन में प्रति बारह वर्ष में एक बार कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता है, जो अब 2028 में आयोजित होगा। 

मध्यप्रदेश में कई त्यौहार बहुत ही धूमधाम और उत्साह से मनाए जाते हैं, जिनमें खंडवा जिले के पास नर्मदा नदी का हनुवंतिया इशलेण्ड का जल महोत्सव, भगोड़िया हाट फेस्टीवल, मालवा उत्सव, तानसेन समारोह, खजुराहो डांस फेस्टिवल प्रमुख हैं। 

मध्यप्रदेश की GDP 1.50 विलियन डॉलर है। यहाँ सबसे ज्यादा लोग कृषि से जुड़े हुए हैं। 

सोयाबीन, तुवर, उडद, मसूर के उत्पादन में मध्यप्रदेश पूरे भारत में प्रथम स्थान पर आता है। वहीं दूसरी तरफ मक्का, तिल, मूंग के उत्पादन में आज भी ये राज्य अपना दूसरा स्थान बनाये हुए है। 

महान लोगों की जन्मभूमि

भारत की कई प्रमुख प्रसिद्ध महान लोगों की जन्मभूमि भी मध्यप्रदेश है। जिनमें चंद्रशेखर आज़ाद, लता मंगेशकर, अटल बिहारी वाजपेयी, अनितवीर, किशोर कुमार और तानसेन प्रमुख हैं। 

मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले के बुन्देल नगर में वीणा वादनी एक ऐसा अनोखा स्कूल है, जहाँ पढ़ने वाले सभी बच्चे दोनों हाथों से एक साथ लिखने की कला में माहिर हैं। यहाँ प्रथम क्लास से ही दोनों हाथों से लिखने की शिक्षा दी जाती है। 

टूरिस्ट स्पॉट

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

खुजराहो राज्य का ऐसा ऐतिहासिक स्थल है, जहाँ कई प्राचीन मंदिर हैं। मंदिर के बाहर की गई नक्काशी काफी प्रसिद्ध है। मंदिर के बाहर कामसूत्र की कला कृतियां बनी हुई नजर आती हैं, जो लोगो का आकर्षण का केंद्र हैं। कारीगरी का अद्भुत नजारा जिसे कहा जाता है। वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में भी खुजराहो प्रमुख नाम है। 

रायसेन जिले की भीमबेटका में 600 से ज्यादा प्राचीन गुफाएं हैं, जिनमें कई गुफाएं लाखों साल पुरानी हैं। यहाँ की दीवारों पर 12 हज़ार साल पुरानी पेंटिंग, कला कृतियां उकेरी हुई नजर आती हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यह जगह भी वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में अपना स्थान बनाये हुए है। 

सांची स्तूप

सांची जिसने नहीं देखा कुछ नहीं देखा। सम्राट अशोक के द्वारा निर्माणधीन स्तूप जो अब तो भारतीय मुद्रा में भी अपना स्थान प्राप्त कर चुका है।

ग्वालिया का किला, तानसेन दरवार, उज्जैन लोक, ओम्कारेश्वर ज्योतिलिंग अनेक टूरिस्ट स्पॉट मध्यप्रदेश में देखने घूमने को मिलेंगे। सबकी अपनी अलग - अलग पहचान है, जो पर्यटकों को अपने तरफ आकर्षित 

मध्यप्रदेश दर्शन || Madhya Darshan ||

16 comments:

  1. अद्धभुत संवारा मध्यप्रदेश की हर दृश्य को

    ReplyDelete
  2. Very Nice Information रूपा जी 😊🙏🏻

    ReplyDelete
  3. Waah...puri Madhya Pradesh ko post me likh diya... behtareen jankari...

    ReplyDelete
  4. Very nice information..

    ReplyDelete
  5. सम्पूर्ण जानकारी मध्य प्रदेश के बारे में 👏🏻👏🏻

    ReplyDelete
  6. अच्छी जानकारी

    ReplyDelete
  7. घर बैठे ही समूचे मध्यप्रदेश का दर्शन कराने
    के लिए आपका आभार🙏

    ReplyDelete
  8. अच्छा प्रस्तुतीकरण।मैहर देवी मंदिर, धुंआधार जल प्रपात एलोरा की गुफा तथा खंडाला का उल्लेख रह गया।

    ReplyDelete
    Replies
    1. जी सर, बहुत प्रयास किया गया था कि छोटे से लेख में सब कुछ लिख दूं, पर छूट ही गया और मजे की बात आपने नोटिस भी कर लिया। जो रह गया उसका उल्लेख जल्द ही करने का प्रयास करती हूं।

      Delete
  9. अच्छी जानकारी। किसी और दिन में mp के अन्य स्थलों के बारे में भी बताएं।

    ReplyDelete
  10. Nice information

    ReplyDelete