रक्षाबन्धन (Rakshabandhan)
राखी का त्यौहार हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्यौहार भाई बहन के खट्टे मीठे और सौहार्दपूर्ण रिश्ते की याद दिलाता है। इस दिन बहनें भाई का तिलक करके और रक्षा सूत्र बांधकर उनके मंगलमय जीवन की कामना करती हैं, और भाई अपनी बहनों की प्रतिष्ठा की सदा रक्षा करने का वचन देता है।उत्तर भारत में श्रावण पूर्णिमा को राखी का त्यौहार मनाया जाता है, जबकि दक्षिण भारत में समुद्री क्षेत्रों में इस दिन नारियल पूर्णिमा का त्यौहार मनाया जाता है। नारियल पूर्णिमा खासकर सभी मछुआरों का त्यौहार होता है, जिसमें वे भगवान इंद्र और वरुण की पूजा करते हैं। पूजा के दौरान विधिवत रूप से उन्हें केले के पत्तों में समुद्र किनारे नारियल अर्पित किया जाता है। इस साल 11 और 12 अगस्त 2022 को राखी मनाई जा रही है।
इस त्यौहार को मनाने के लिए कुछ प्रचलित कथाएं भी जुड़ी हैं, तो आइए जानते हैं रक्षाबंधन की शुरुआत कैसे हुई-
एक कथा के अनुसार, जब श्री कृष्ण अपनी बुआ के पुत्र शिशुपाल के १०० अपराध पूरे होने के बाद उसे मारने के लिए शिशुपाल के साथ युद्ध कर रहे थे, तब उस दौरान श्री कृष्ण की तर्जनी उंगली कट जाने के कारण उस से खून बहने लगा। तब द्रौपदी ने अपने साड़ी के पल्लू का टुकड़ा फाड़कर भगवान कृष्ण के हाथ में बांध दिया था। उस समय ही श्रीकृष्ण ने द्रोपदी की रक्षा करने का वचन दिया। इसके बाद श्री कृष्ण ने अपनी इसी वचन के तहत राजा धृतराष्ट्र के दरबार में द्रौपदी के चीरहरण के समय उसके सम्मान की रक्षा की थी। मान्यता है कि तब से यह त्यौहार मनाया जा रहा है।
एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में एक बार जब दैत्यों के राजा बलि ने देवताओं पर आक्रमण किया था तब इंद्र की पत्नी शचि काफी परेशान हो गईं थीं। राजा बलि द्वारा देवगण को परेशान करता देख और इस युद्ध में देवताओं की विजय के लिए शचि ने भगवान विष्णु से सहायता मांगी। इसके बाद भगवान विष्णु ने शचि को एक धागा देकर कहा कि इसे अपने पति इंद्र की कलाई पर बांध देना, जिससे वह जीत जाएंगे। शचि ने विष्णु जी के कहे अनुसार इंद्रदेव की कलाई पर वो धागा बांध दिया और उस युद्ध में उन्होंने राजा बलि को पराजित कर दिया। तभी से मान्यता है की बहनें अपने भाई की और पत्नी अपने पति की रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करतीं हैं।
#raksha_bandhan2022
ReplyDeleteरक्षाबंधन की सबसे पहली शुभकामनाएं उनको
जिन भाइयों की कलाइयाँ वतन की सरहदों पर तैनात हैं
अब उन बहनों को भी ,जिन्होंने अपने भाइयों को बॉर्डर पर देश के लिए न्योछावर कर दिया....
रेशम के कच्चे धागों से बनी स्नेह का पक्का बंधन है राखी
भाइयों की लंबी आयु और खुशहाली की दुआएं है राखी
बहनों के विश्वास और स्नेह का पवित्र प्रतीक है राखी
भाइयों की कलाई पर बंधा रक्षासूत्र है राखी
बहनों के मान और सम्मान की सुरक्षा का वचन है राखी
रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं
बेहद सुंदर जानकारी ✌🏻
ReplyDeleteजानकारी की पाठशाला
ReplyDeleteजानकारी की पाठशाल ✍️ जसवंत निराला ✍️
ReplyDeleteSabhi pathkon ko Rakshabandhan ki hardik shubhkamnaye..
ReplyDeleteहैप्पी रक्षा बंधन 🙏
ReplyDeleteरक्षा बंधन की बधाई।
ReplyDeleteरक्षा बंधन की बधाई
ReplyDeleteक्या बात है अच्छी जानकारी
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteNice information
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