मकर संक्रांति (Makar Sankranti)
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना है।
लेकिन उसके पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है ।
" बस ज़िंदगी भी यही चाहती है "
अंत में कचरे मे जाना है।
लेकिन उसके पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है ।
" बस ज़िंदगी भी यही चाहती है "
मकर सक्रांन्ति पर हार्दिक शुभकामनाएं
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हमारा देश सांस्कृतिक रूप से विश्व के सर्वाधिक सशक्त देशों में से एक है। हमारे देश मे मौसम से जुड़े बहुत त्योहार हैं और इन सभी त्योहारों का अपना एक विशेष महत्त्व है। इन्हें मनाने का तरीका भी अलग -अलग है। नए साल के पहले महीने जनवरी में मकर संक्रांति के महा पर्व की शुरुआत होती है। किसी न किसी रूप में लोग अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति को बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। वहीं इस खास दिन पर तिल, गुड़ के पकवानों का आनंद लिया जाता है साथ ही आज के दिन स्नान का भी विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति का महापर्व सिर्फ उत्तर भारत में ही नहीं बल्कि दक्षिण भागों के साथ अलग-अलग राज्यों में अनेक नामों से मनाया जाता है। क्या आप जानते है कि हम सभी मकर संक्रांति को क्यों मनाते है? अगर नहीं जानते तो इसका कारण समझते हैं।
दरअसल यह खगोल से जुड़ा हुआ है. मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से निकल अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। कहा जाता है कि इस खास दिन पर सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए खुद उनके घर में प्रवेश करते है। इस दौरान एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति के बीच का समय ही सौर मास है। वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 हैं, लेकिन इनमें से चार संक्रांति बेहद अहम हैं, जिनमें मेष, कर्क, तुला, मकर संक्रांति हैं। यही कारण है कि इस खास दिन को हम सभी मकर संक्रांति के नाम से जानते है और इसे पर्व के रूप में मनाते है । आज मकर संक्रांति के पर्व की तिथि है।
देश में मकर संक्रांति के पर्व को कई नामों से जाना जाता है। पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लोग में इसे लोहड़ी के नाम से बड़े पैमाने पर मनाते हैं। लोहड़ी का त्योहार मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है। जब सूरज ढल जाता है तब घरों के बाहर बड़े-बड़े अलाव जलाए जाते हैं और स्त्री-पुरुष,घर के बच्चे सज-धजकर नए-नए कपड़े पहनकर जलते हुए अलाव के चारों ओर भांगड़ा डांस करते हैं और अग्नि को मेवा, तिल, गजक, चिवड़ा आदि की आहुति भी देते हैं। सभी एक-दूसरे को लोहड़ी की शुभकामनाएं देते हुए आपस में भेंट बांटते हैं और प्रसाद बाटते हैं. प्रसाद में तिल, गुड़, मूंगफली, मक्का और गजक होती हैं।
मकर संक्रांति को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है. जैसे- पंजाब में माघी, हिमाचल प्रदेश में माघी साजी, जम्मू में माघी संग्रांद , हरियाणा में सकरत, मध्य भारत में सुकरत, तमिलनाडु में पोंगल, गुजरात के साथ उत्तर प्रदेश में उत्तरायण, ओडिशा में मकर संक्रांति, असम में माघ बिहू,अन्य नामों से संक्रांति को मनाते है।
वहीं इस खास दिन पर लोग कामना करते हुए सूर्य को अर्घ्य देते हैं,भोग लगाते है जिसमे चावल, दाल, गुड़, तिल, रेवड़ी आदि चढ़ाते हैं। इस शुभ दिन लोग पतंग उड़ाते हैं। दरअसल मकर संक्रांति एक ऐसा दिन है, जब धरती पर एक अच्छे और शुभ दिन की शुरुआत होती है। ऐसा इसलिए कि सूर्य दक्षिण के बजाय अब उत्तर को गमन करने लग जाता है. जब तक सूर्य पूर्व से दक्षिण की ओर गमन करता है तब तक उसकी किरणों का असर खराब माना गया है, लेकिन जब वह पूर्व से उत्तर की ओर गमन करते लगता है तब उसकी किरणें सेहत ,सुख और शांति को बढ़ाती हैं।
यह पर्व जनवरी माह की 14 तारीख को मनाया जाता है। चुकी यह त्यौहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के दिन मनाया जाता है और सूर्य सामान्यता 12, 13, 14 या 15 जनवरी में से किसी एक दिन मकर राशि में प्रवेश करता है, तो कभी-कभी यह त्यौहार 12, 13 या 15 तारीख को भी मनाया जाता है। इस बार भी यह पर्व 15 को अर्थात आज ही मनाया जाएगा।
मकर संक्रांति के शुभ दिन पर यदि पवित्र नदी गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा और कावेर में कोई डुबकी लगता है, तो वह अपने सभी अतीत और वर्तमान पापों को धो देता है और आपको एक स्वस्थ, समृद्ध और खुशहाल जीवन प्रदान करता है। मकर संक्रांति में गुड़, तेल, कंबल, फल, छाता आदि दान करने से लाभ मिलता है।
आप सभी को मकर संक्रांति पर्व की अनेक बधाई।
आप सभी खुश रहें और स्वस्थ रहें।
Happy Makar Sankranti
🍁🌼🍁🌼🍁🌼🍁🌼🍁
शुभ मकर संक्रांति 👍👍
ReplyDeleteHappy makarskranti
ReplyDeleteHappy makarskranti
ReplyDeleteमकर संक्रांति सूर्य के धनु राशि से मकर राशि पर अर्थात दक्षिणायण से उत्तरायण को जाने पर होती है।यह त्योहार पूरे भारत में विभिन्न नामों से मान्य जाता है।
ReplyDeletep
Happy makar sankranti
ReplyDeleteविस्तृत आलेख
ReplyDeleteमकर संक्रान्ति पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐
तिल-गजक को मुंह में चबाकर
ReplyDeleteमिठास भरे मन से गले लगाकर
सूर्योपासना हम करे मुस्कुराकर
खुशियां मनाएं हम खींच खाकर
गौ-माता को रोटी-चारा डालकर
अपने पुराने कपड़े निकालकर
किसी असहाय को कुछ बांटकर
उड़ती हुई ये कई पतंगें काटकर
प्रेम से खाओ और खिलाओ
मकर सक्रांति का पर्व मनाओ
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
विविधताओं से भरा है
ReplyDeleteमेरा ये प्यारा भारत देश
त्यौहार ढेर सारे यहां पर
अनगिनत वेश-परिवेश
मकर-सक्रांति-बिहू-टुसू
पोंगल कहो या लोहड़ी
तिल-गजक-खींच खाते
लगाते हैं पतंगों की झड़ी
सितोलिया खेलते रहते
दिन भर धमाल मचाते हैं
हर्षोल्लास जोश-उमंग से
हम सब त्यौहार मनाते हैं
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
🥰तन-मन में भरो मस्ती की उमंग
ReplyDelete👣सितोलियों का हो जाए हुड़दंग
🌄मकर-सक्रांति के पावन-पर्व पर
🙋♂️जी भर उड़ाओ सब खूब पतंग
🌈हर्षोल्लास का है यह त्यौहार
😘तिल और गजक की है बहार
🙏दान-पुण्य चाहे जितना करो
🍲मन में मिठास की हो भरमार
⛳ये महापर्व मकर-सक्रांति का
💐है सुख-समृद्धि और शांति का
🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏
☁खुले आसमान में चाहे☁
ReplyDelete🪁खुलकर उड़ाओ पतंग🪁
🕸पर ये ध्यान रहे डोर से🕸
🐦कोई पंछी ना हो तंग🐦
🦅आकाश में उड़कर वो🦅
🐣अपने बच्चों के लिए🐣
🌾तो दाना-पानी लाते हैं🌾
🍃उलझी हुई डोर में वो🍃
🦔बड़े बुरे फंस जाते हैं🦔
❤दिल से सुनो बेबस❤
🤔पक्षियों के शोर को🤔
🪁कट जाए जो पतंग🪁
🕸समेट लेना डोर को🕸
🌄🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏🌄
Shubh makarsankranti
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice
ReplyDeletehappy sankranti
ReplyDeleteSame to you
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteSame to you
ReplyDeleteVery nice...
ReplyDeleteशुभ संक्रांति..नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🌹
ReplyDeleteआप सबको मकर संक्रांति की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं
ReplyDeleteNice
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