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बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

बहेड़ा / Baheda

बहेड़ा (Baheda), त्रिफला के तीन फलों में से एक होता है। बहेड़ा (Baheda) वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को दूर करने वाला होता है, परन्तु इसका मुख्य प्रयोग कफ विकारों में किया जाता है।
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

बहेड़ा क्या है?

बहेड़ा त्रिफला का एक अंग है। हरड़, बहेड़ा और आंवला - तीनों मिलाकर बनता है त्रिफला। त्रिफला 1:2:3 के अनुपात में सबसे अच्छा होता है। अर्थात एक भाग हरड़, 2 भाग बहेड़ा और तीन भाग आंवला। 
बसंत ऋतु में बहेड़ा के पेड़ से पत्ते झड़ जाते हैं। इसके बाद तांबे के रंग की नई टहनी या शाखा निकलती हैं। गर्मी के मौसम के प्रारंभ में इसकी टहनी के साथ फूल खिलते हैं। बसंत के पहले तक इसके फल पक जाते हैं। बहेड़ा के फलों का छिलका कफ नाशक होता है।
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

जानते हैं बहेड़ा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

बहेड़ा गला बैठने, नाक संबंधी समस्या, रक्त विकार तथा हृदय रोगों में फायदेमंद होता है। बहेड़ा कीड़ों को मारने वाली औषधि है। बहेड़ा के फल की मींगी मोतियाबिंद को दूर करती है। इसकी छाल खून की कमी, पीलिया और सफेद दाग में लाभदायक है। इसके बीज कड़वे, नशा लाने वाले, अत्यधिक प्यास, उल्टी तथा दमा रोग को नाश करने वाले हैं होते हैं।

बुखार होने पर

बहेड़ा के मज्जा को पीसकर शरीर पर लेप करने से पित्त से होने वाले बुखार में लाभ होता है।

श्वास रोग

सांसों की अधिकतर समस्या कफ दोष के बढ़ने की वजह से होती है, जिसमें स्वसन नली में बलगम इकट्ठा होना शुरू हो जाता है। बहेड़ा में कफ शामक गुण होता है। साथ ही इसके उष्ण होने के कारण यह बलगम को पिघलाकर आराम दिलाता है।

पाचन शक्ति को बेहतर करने में

बहेड़ा में उष्ण गुण पाए जाते हैं, जिससे यह अग्नि को तीव्र कर पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी सहायता करता है।
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

बालों की समस्या

बहेड़ा फल की मींगी का तेल बालों के लिए बहुत ही पौष्टिक होता है, जिससे बाल स्वस्थ होते हैं। 

आंखों के रोग

बहेड़ा की मींगी के चूर्ण को मधु के साथ मिलाकर काजल की तरह लगाने से आंख के दर्द तथा सूजन में लाभ होता है।

ज्यादा लार बहने की समस्या

एक से डेढ़ ग्राम बहेड़ा में समान मात्रा में शक्कर मिला लें। इसे कुछ दिन तक खाने से अधिक लार बहने की परेशानी ठीक होती है।

दमा की समस्या

  • बहेड़ा और हरड़ की छाल को बराबर बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें। इसे 4 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से दमा और खांसी में लाभ होता है। 
  • बहेड़ा के फल की छाल के 10 ग्राम चूर्ण में अधिक मात्रा में मधु मिला लें। इसे चाटने से दमा तथा हिचकी में लाभ होता है।

बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

खांसी में

बहेड़ा के छिलके को चूसने से खांसी में लाभ होता है।

हृदय रोग में

बहेड़ा के फल के चूर्ण तथा अश्वगंधा चूर्ण को समान मात्रा में मिला लें। इसे 5 ग्राम की मात्रा में लेकर गुड़ मिलाकर गर्म पानी के सेवन करने से हृदय रोग में लाभ होता है।

दस्त की समस्या

बहेड़ा के 2-3 भुने हुए फल का सेवन करने से दस्त ठीक हो जाती है। 

त्वचा संबंधी समस्या

बहेड़ा फल की मींगी का तेल खाज- खुजली आदि त्वचा रोग में लाभकारी होता है। यह जलन को कम करने वाला है। इसकी मालिश से खुजली और जलन की परेशानी ठीक होती है।
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

अन्य भाषाओं में बहेड़ा का नाम

Hindi      – हल्ला, बहेड़ा, फिनास, भैरा, बहेरा;
English      – सियामीस टर्मिनेलिआ (Siamese terminalia), बास्टर्ड मायरोबालान (Bastard myrobalan) 
Arabic     – बलीलाज  (Balilaj), बतीलाज (Batilaj), बेलेयूज (Beleyuj);
Persian     – बेलेला (Belela), बेलेयाह (Beleyah)
Sanskrit     – भूतवासा, विभीतक, अक्ष, कर्षफल, कलिद्रुम;
Urdu     – बहेरा (Bahera);
Assamese     – बौरी (Bauri);
Konkani     – गोटिन्ग (Goting);
Kannada     – तोड़े (Tode), तोरै (Torei);
Gujarati     – बेहेड़ा (Beheda), बेड़ा (Beda);
Tamil      –  तन्री (Tanri), तनितांडी (Tanitandi);
Telugu     – धीन्डी (Dhindi), तडिचेटटु (Tadichettu);
Bengali     – साग (Saag), बयड़ा (Bayada);
Nepali     – बर्रो (Barro);
Marathi     – बेहड़ा (Behada), बेहेड़ा (Beheda);
Punjabi     – बहिरा (Bahira), बहेड़ा (Baheda);
Manipuri     – बहेड़ा (Bahera);
Malayalam – थाअन्नी (Tanni)

बहेड़ा के नुकसान side effects of bahera

बहेड़ा को अधिक मात्रा में सेवन करने से उल्टी की समस्या हो सकती है। 

English Translate

Baheda (Terminalia Bellirica)

Baheda is one of the three fruits of Triphala. Baheda is supposed to remove all the three doshas, ​​namely Vata, Pitta and Kapha, but it is mainly used in Kapha disorders.
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

What is Baheda?

Bahera is a part of Triphala. Triphala is made by mixing all three - Harad, Bahera and Amla. Triphala is best in the ratio of 1:2:3. That is, one part Harad, 2 parts Bahera and three parts Amla.
In the spring, the leaves fall from the Bahera tree. After this a new twig or branch of copper color emerges. Flowers bloom with its twigs in the early summer season. Its fruits ripen by the end of spring. The peel of the fruits of Bahera is anti-phlegm.

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Bahera

Baheda is beneficial in sore throat, nasal problems, blood disorders and heart diseases. Bahera is a medicine that kills insects. Megi of Bahera fruit removes cataract. Its bark is beneficial in anemia, jaundice and white spots. Its seeds are bitter, bring intoxication, excessive thirst, vomiting and are supposed to destroy asthma.
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

Having a Fever

Grind the marrow of Bahera and apply it on the body, it is beneficial in fever caused by bile.

respiratory disease

Most of the respiratory problems are due to the aggravation of Kapha dosha, in which mucus starts collecting in the respiratory tract. Bahera has sedative properties. Also, due to its heat, it melts the mucus and gives relief.

to improve digestion

Bahera has hot properties, due to which it also helps in increasing the digestive power by intensifying the fire.

hair problem

Mingi oil of Bahera fruit is very nutritious for the hair, which makes the hair healthy.

eye diseases

Mixing the powder of Bahera's fenugreek with honey and applying it like a kajal, it provides relief in eye pain and swelling.

excessive salivation problem

Mix equal quantity of sugar in one to one and a half grams of Bahera. Eating it for a few days ends the problem of excessive salivation.

asthma problem

  • Make a powder by mixing equal quantity of the bark of Bahera and Harad. Taking 4 grams of it provides relief in asthma and cough.
  • Mix 10 grams powder of the bark of the fruit of Bahera in large quantity with honey. Licking it is beneficial in asthma and hiccups.
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

in cough

Sucking the peel of Bahera is beneficial in cough.

in heart disease

Mix equal quantity of powder of Bahera fruit and Ashwagandha powder. Mixing jaggery in the quantity of 5 grams of it and taking hot water, it is beneficial in heart disease.

diarrhea problem

Taking 2-3 toasted fruits of Bahera ends diarrhea.

skin problem

Mingi oil of Bahera fruit is beneficial in skin diseases like itching and itching. It is supposed to reduce irritation. Its massage cures itching and burning.
बहेड़ा । Baheda । Terminalia Bellirica

18 comments:

  1. बहेड़ा और त्रिफला चूर्ण उपयोग करने की विस्तृत जानकारी मिली

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  2. अच्छी जानकारी

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  3. अच्छी जानकारी

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  4. Very useful Post... हरड़ और आंवला से तो ज्यादातर लोग परिचित होते परंतु बहेड़ा की जानकारी काम लोगों को होती।

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  5. बहुत ही गुणकारी बहेड़ा।

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  6. बहेड़ा के फायदे अनेक। त्रिफला चूर्ण में छह भागों में से दो भाग बहेड़ा का है।

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