इतवार (Sunday)
❤️❤️बिना किताबों के जो
पढ़ाई सीखी जाती है ,
उसे जिंदगी कहते हैं❤️❤️
जीवन दीप
किन उपकरणों का दीपक
किसका जलता है तेल
किस की वर्ति कौन करता
इसका ज्वाला से मेल
शून्यकाल के पुलिनों पर
जाकर चुपके से मौन
इसे बाहर जाता लहरों में
वह रहस्यमय कौन
कुहरे से धुंधला भविष्य है
है अतीत तम घोर
कौन बता देगा जाता है यह
किस असीम की ओर
पावस की निशि में जुगनू का
ज्यों आलोक प्रसार
इस आभा में लगता तम का
और गहन विस्तार
इस उत्ताल तरंगों पर सह -
झंझा के आघात
जलना ही रहस्य है
बुझना है नैसर्गिक बात !
महादेवी वर्मा
Life lamp
What appliances lamp
Whose oil burns
Who does what
Match this
At zero hours
Go silent
It goes out in waves
Who's that mysterious
Foggy future
The past is terrible
Who will tell this goes
Towards which limitless
Of firefly
As light spread
In this aura you feel
Deeper expansion
On this convex wave -
Storm stroke
Burning is the secret
Natural thing to be extinguished!
❤️❤️"ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले
हमेशा डूब जाते हैं
फिर वह बोझ
चाहे सामान का हो या अभिमान का"❤️❤️
"इसीलिए बोझ को side में रखिये और आराम से चलिए "
बहुत ही भावपूर्ण कविता👌👌 सुन्दर तस्वीर के साथ 💓शुभ रविवार 🌹🌹
ReplyDeleteNice poem..nice pic.. enjoy Sunday
ReplyDeleteइतवार का बहुप्रतीक्षित भावपूर्ण ब्लॉग जिसमें प्यारी सी फ़ोटो चार चाँद लगा देती है
ReplyDeleteशुभ रविवार
ReplyDeleteशुभ रविवार। उन्मुक्त वातावरण में टहलिए तथा जिंदगी का आनंद लीजिए। सुन्दर तस्वीर।
ReplyDeletenice
ReplyDeleteHappy Sunday.....
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteHappy Sunday nice photo
ReplyDeleteNice one 👍
ReplyDeleteमहीयसी महादेवी जी की बेहतरीन पंक्तियां।
ReplyDeleteशुभ रविवार।
Very nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteMahadevi Verma ki achi Kavita ke saath sunder Tasveer...
ReplyDeleteNice pic, nice poem,... injoy Sunday 🌹🍫🍫
ReplyDeletePic se jyada beautiful to aap hai😘😘
ReplyDeleteपेड़ से नीचे उतर जाईये.... सुंदर कविता के साथ सुंदर तस्वीर...🌹🌹🌹🌹
ReplyDeletelooking beautiful as beautiful poetry with beautiful language
ReplyDeleteGood lines with lovely pic
ReplyDeletevery beautiful...
ReplyDeleteAhaaaa....Ekant me ped par baith ke kya socha ja raha....Beautiful Pic...sadgi overloaded....
ReplyDeleteKhoobsurat...
ReplyDeleteNice
ReplyDelete