सड़क पर कितने मोड़
अकबर बीरबल की कितनी ही कहानियां आप लोगों ने सुन रखी होगी। आज आपको एक और कहानी पढ़ाते हैं - सड़क पर कितने मोड़
बादशाह अकबर और पारस के शहंशाह गहरे मित्र थे। वे लोग पत्र द्वारा एक दूसरे का हाल खबर पूछते रहते थे। पत्र में वे आमोद - प्रमोद की बातें, लतीफे और पहेलियां भी एक दूसरे को भेजते थे।प्रश्नों का उत्तर सही मिलने पर वे एक-दूसरे को उपहार भी भेजते थे।
एक बार फारस के शहंशाह ने अकबर को एक पत्र लिखा, जिसमें एक प्रश्न लिखकर प्रेषित किया गया था। प्रश्न कुछ ऐसा था - "आपके राज्य की सड़कों पर कितने मोड़ हैं?"
प्रश्न पढ़कर अकबर सोच में पड़ गए। उनका साम्राज्य दूर-दूर तक फैला था। इतने विस्तृत साम्राज्य में सड़कों की संख्या बहुत अधिक थी। ऐसे में मोड़ों की गणना कर पाना नामुमकिन कार्य था।
अकबर फारस के शहंशाह के सामने शर्मिंदा भी नहीं होना चाहते थे। उन्हें किसी भी सूरत में इस प्रश्न का हल देना ही था। अतः उन्होंने टोडरमल को बुलवाया और कहा- "टोडरमल तुम अभी तुरंत कुछ सैनिकों को लेकर हमारे साम्राज्य की सड़कों के मोड़ों की गणना के लिए निकल जाओ। किसी भी सूरत में हमें यह काम पूरा करके दो।" टोडरमल कुछ सैनिकों को लेकर तुरंत ही निकल गए। लेकिन कई दिनों के बाद भी जब टोडरमल नहीं लौटे, तो अकबर की चिंता बढ़ गई और वह सोचने लगे कि यह कार्य टोडरमल कर पाएंगे भी या नहीं।
एक दिन अकबर को बहुत चिंतित देख बीरबल ने पूछा -"जहांपन क्या बात है? आप बड़े चिंतित लग रहे हैं।"
अकबर ने फारस के शहंशाह के पत्र और उसमें पूछे गए प्रश्न के बारे में बीरबल को बताते हुए कहा - "बीरबल हमने टोडरमल को राज्य की सभी सड़कों के मोडों की गणना के लिए भेजा है। हमें उसकी ही प्रतीक्षा है। साथ ही यह चिंता भी है कि टोडरमल यह काम पूरा करके लौटेगा या नहीं।"
फारस के शहंशाह के पूछे प्रश्न को जानकर बीरबल मुस्कुराए और बोले, "जहांपना! इस आसान से प्रश्न के लिए आपको टोडरमल को कहीं भी भेजने की जरूरत नहीं थी। मैं तो यही खड़े-खड़े यह बता सकता हूं कि आपके राज्य की सड़कों पर कितने मोड़ हैं। यहां तक कि मैं तो यह भी बता सकता हूं कि पूरी दुनिया की सड़कों में कितने मोड़ हैं।
बीरबल तुम बिना गणना किए हमारे राज्य के और दुनिया की सड़कों के मोड़ों की संख्या कैसे बता सकते हो, अकबर हैरानी में पड़ गए।
जहांपना! क्योंकि इसमें गणना की आवश्यकता ही नहीं है। दुनिया की सारी सड़कों के बस दो ही तो मोड़ होते हैं।एक दायाँ और दूसरा बायाँ, बीरबल ने शांत स्वभाव से उत्तर दिया।
यह उत्तर सुनकर अकबर हंस पड़े। अरे हमने तो यह सोचा ही नहीं था और टोडरमल को सड़कों के मोड़ों की गणना के लिए भेज दिया। बीरबल तुम वाकई बहुत समझदार हो।
अकबर ने बीरबल को इनाम में सोने का हार दिया और फारस के शहंशाह के प्रश्नों का उत्तर उन्हें भिजवा दिया।
English Translate
How many turns on the road
Emperor Akbar and the emperor of Paras were close friends. They used to ask about each other's news by letter. In the letter, they used to send amod-pramod's talk, latifa and riddles to each other. They also used to send gifts to each other when the answers to the questions were correct.
Once the Emperor of Persia wrote a letter to Akbar, in which a question was written and sent. The question was something like - "How many turns are there in the streets of your state?"
Akbar got into thinking after reading the question. His empire spread far and wide. The roads were so numerous in such a vast empire. In such a situation it was impossible to calculate the turns.
Akbar did not even want to be embarrassed in front of the Persian emperor. In any case, he had to solve this question. So he summoned Todarmal and said- "Todarmal you immediately go out with some soldiers to calculate the roads of our empire. Let us complete this task in any case." Todarmal left immediately with some soldiers. But even after several days when Todermal did not return, Akbar's anxiety increased and he began to wonder whether Todarmal would be able to do it.
One day, seeing Akbar very worried, Birbal asked - "Where is Jahanpan? You seem very worried."
Akbar told Birbal about the letter from the Emperor of Persia and the question asked in it - "Birbal, we have sent Todarmal to calculate the modes of all the roads in the state. We are waiting for that. Also this concern Whether Todermal will complete this task or return. "
Knowing the question of the Persian emperor, Birbal smiled and said, "Jahanna! For this simple question, you did not need to send anywhere to Todarmal. I can tell this by standing how many on the streets of your state." There are diversions. Even I can tell how many diversions are there in the roads of the whole world.
Birbal, how could you tell the number of roads in our state and the roads of the world without calculation, Akbar was shocked.
Where to live! Because there is no need of calculation in this. All the roads of the world have only two turns. One right and the other left, Birbal replied calmly.
Akbar laughed hearing this answer. Oh, we had not imagined this and sent Todermal to calculate the turns of the roads. Birbal You are really very intelligent.
Akbar gave Birbal a gold necklace in reward and sent him the answer to the questions of the Emperor of Persia.
Majedaar Story....sach me birbal ke paas har mushkil ka hal ha.....
ReplyDeleteAkbar Birbal ki mast kahaniyon me se ek...Birbal ka jwab nhi...hume b aaaaaaaaaaaabirblal ki tarah chaturai se dimag lga kar kaam karna chahiye...
ReplyDeleteNice post
ReplyDeleteVery nice story👍
ReplyDelete👍👍
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteNice story
ReplyDeletemast ha....jis tarah sadak k do mod hain...usi tarah jindagi k b do mod hain...
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteChatur Birbal
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteLajwab Birbal 👍👍
ReplyDeletebadhiya story ha
ReplyDeleteJha Akbar ki soch khatam hoti...wha se birbal shuru krte..
ReplyDeletenice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteMoral of the story, jindagi ke do phlu hote hai, right na rupa di, if my answer is not right then correct it
ReplyDeleteRight...u know better everything...
DeleteVery nice story...👌👌👌
ReplyDeleteBirbal is always right
ReplyDeleteSadak par do mod hote...jindagi me hum do kirdaar nibhate...jaise sikke ke do pahlu hote...nNice story..
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ReplyDeleteNice story
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