गर जुनून हो सिर पे तेरे

गर जुनून हो सिर पे तेरे

Rupa Oos ki ek Boond
"बारिश की बूँदें भले ही छोटी हों,
लेकिन उनका लगातार बरसना
बड़ी नदियों का बहाव बन जाता है...
वैसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास भी
जिंदगी में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं...❤"

गर जुनून हो सिर पे तेरे, और अंतर मन में हो विश्वास,

फिर ठोकर और ठुकराने का , क्या होगा तुम्हें एहसास?


मकसद में सच्चाई हो तो सीना ठोक के यही कहो,

झुकना होगा, दुनिया, तुमको, विश्वास पे अपने अडे रहो,

दुनिया बदली है जिसने भी, पहले उसको इनकार मिला,

अपमानों का हार मिला और तानों का उपहार मिला,

अविश्वास में अब विश्वास भरो, और लहरों के विपरीत बहो।

हाथों में विजय मशाल लिये विश्वास पे अपने खड़े रहो।


अपने सपने तुम स्वयं चुनो और बुन लो विश्वास कि डोरी से,

तुम विजय के नायक हो, तुमको क्या करना है लोरी से?

तुम सर्व सिद्ध इस जीवन के उन्मुक्त गगन में उडे चलो।

आरम्भ आज से नव युग का विश्वास पे अपने खडे रहो।

Rupa Oos ki ek Boond

"जब तक हम अपनी समस्याओं एंव
कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है,
तब तक हम अपनी समस्याओं एंव
कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते...❤"

औषधियों में विराजमान नवदुर्गा 

औषधियों में विराजमान नवदुर्गा

7. कालरात्रि (नागदौन) : -

मां का सातवां रूप कालरात्रि का है। यह देवी नागदौन औषधि के रूप में जानी जाती हैं। यह सभी प्रकार के रोगों में लाभकारी और मन एवं मस्तिष्क के विकारों को दूर करने वाली औषधि है।
कालरात्रि (नागदौन)

28 comments:

  1. शानदार वर्णन दमदार लेखनी

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  2. बहुत बढ़िया👌👌

    वीर रस से परिपूर्ण कविता👌👌

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  3. Beautiful....👌👌

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  4. क्या बात क्या बात

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  5. जी बहुत ही सुंदर कविता🙏🙏
    कोई भी कार्य छोटा नही होता ।
    छोटे छोटे प्रयास से आगे बढ़
    सकते है ।
    यह भी बात बिल्कुल सत्य है कि
    जबतक हम अपनी समस्याओं
    की जड़ दूसरे को मानेगें तबतक
    आगे नही बढ़ सकते, इसका अर्थ
    यह है कि हम खुद ही एक समस्या है।
    ऐसे ज्ञानवर्धक कविताओं को लाने के लिए
    आपका आभार🙏🙏

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  6. वाह वाह रूपा जी क्या क्या 👌🏻 मस्त डिजाइन है 👗 ड्रेस का, क्या 👌🏻 मस्त 🎨 कलर है इस ड्रेस का, क्या और क्या कहु की क्या मस्त 👌🏻 1000 मिलियन डॉलर वाली 😊 स्माइल है आपकी
    और क्या 👌🏻 मस्त झुमके है आपके

    और हां रह गया क्या 👌🏻 मस्त डिजाइन है बैकग्राउंड में लगे हुए पर्दे का

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  7. अपने सपने तुम स्वयं चुनो और बुन लो विश्वास की डोरी से,

    तुम विजय गर्जना के नायक, तुम को क्या करना लोरी से.

    तुम स्वयं सिद्ध इस जीवन के, उन्मुक्त गगन में उड़ो चलो,

    आरंभ आज से नवयुग का, विश्वास में अपने खड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो, अड़े रहो...

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  8. Hum to Kayal hain apke aur apki Sunday ki kavitaon ke ,,bus Hamari chhoti si friendship ke band... Jis din se hui hai ..
    With respect and attitudes for each other
    Thanks and regards Rupa Singh ..🙏🌹
    ( I am permanently shifting from Bangalore to Delhi at my own flat, with my Son's family 👪 on Oct 4 as he intends to set up his own EdTech start up and try his Confidence & God's blessings .🙏🌹
    See you at Delhi ...🙏🌹 )

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  9. Very nice nice pic 👍

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  10. बहुत बढ़िया

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  11. सब कुछ लाजवाब, कविता भी आप भी और बैकग्राउंड भी 🌹🌹

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  12. सुंदर और प्रेरणादायक कविता, प्रयास छोटा हो या बड़ा निरंतर होना चाहिए
    शुभ रविवार

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  13. जिंदगी में जिम्मेदारियों से चाहे
    कितनी भी आ जाए थकान
    पर चेहरे पर हमेशा हो आपके
    आशाओं से भरी हुई मुस्कान
    तू हार कर कभी घबराना नहीं
    तूने किया है कई काम महान
    कुछ ना कुछ कर गुजरने को
    ईश्वर ने तुम्हें बनाया है इंसान
    तुझसे हरेक हौसला कायम है
    तुझमें ही है उम्मीदों की उड़ान
    ये धरती माँ भी तेरी अपनी है
    तेरा अपना है सारा आसमान
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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