रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)
प्राचीन काल से ही हमारे देश में मोटे अनाज की परंपरा रही है। जैसे कि ज्वार, जौ, मक्का, बाजरा आदि। इन्हीं मोटे अनाजों में से एक है रागी (Ragi)। यह सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी है। रागी (Ragi) को मंडुआ (Mandua) , नाचनी, फिंगर मिलेट आदि नामों से जाना जाता है। रागी (Ragi) का स्वाद बेहद स्वादिष्ट होता है और यह ऊर्जा का महत्वपूर्ण घटक भी है। लोग रागी (Ragi) या मंडुआ (Mandua) के बारे में इतना ही जानते हैं कि इसका उपयोग केवल अनाज के रूप में किया जाता हैै, परंतु साथ ही मंडुआ (Mandua) एक बहुत ही लाभकारी औषधि है, जिसका उपयोग रोगों को ठीक करने में भी किया जाता है।
जानते हैं रागी के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
रागी में मौजूद पोषक तत्व
रागी में कैल्शियम, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट सरीके तमाम जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। रागी में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है। इसके अलावा फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह मधुमेह और वजन कम करने में भी सहायक है। इसे खाने से तनाव वाले मरीजों को भी राहत मिलती है। यह कम हीमोग्लोबिन वाले मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
रागी के औषधीय गुण फायदे और नुकसान
# सांसों की बीमारी में रागी (मंडुआ) का उपयोग
अनेक लोगों को सांसो की बीमारी हो जाती है। ऐसे में रागी का नियमित सेवन उनके लिए फायदेमंद होता है।
# मधुमेह नियंत्रित करने में
गेहूं या चावल के आटे की तुलना में रागी में पॉलिफिनॉल्स और फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसलिए यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। सुबह का नाश्ता या दिन के भोजन में रागी को शामिल करना फायदेमंद है।
# कैल्शियम की कमी दूर करने में
अन्य अनाजों की तुलना में रागी में कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है। ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और हड्डी के विकास के मामले में कैल्शियम बहुत महत्वपूर्ण होता है। यदि कैल्शियम की गोलियों की बजाय बढ़ते बच्चों के आहार में रागी या दलिया शामिल किया जाए तो यह कैल्शियम की पूर्ति का एक अच्छा तरीका है।
# कब्ज में
बहुत लोगों को कब्ज की समस्या रहती है। दरअसल कब्ज एक ऐसी बीमारी है, जो कई रोगों का कारण बनती है। रागी के नियमित सेवन से लीवर स्वस्थ रहता है, जिससे गैस, एसिडिटी और कब्ज आदि समस्याओं में भी आराम मिलता है। अगर आप पेट की कब्ज या गैस की समस्या से परेशान हैं तो राग का सेवन अवश्य करें।
# मोटापा कम करने में
अनियमित जीवनशैली और अधिक मात्रा में फास्ट फूड खाने की वजह से मोटापा की समस्या बढ़ती जा रही है। अगर हम अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें, तो मोटापे पर नियंत्रण पाया जा सकता है। रागी में ऐसे औषधीय गुण हैं, जो फैट को कम करने में मदद करते हैं। अतः बढ़ते वजन से परेशान हैं तो अपने रोजाना के आहार में रागी को शामिल करें।
# प्रोटीन का अच्छा स्रोत
रागी शरीर के लिए जरूरी अमीनो एसिड और प्रोटीन से भरपूर होता है। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए रागी का नियमित सेवन एक अच्छा विकल्प है।
# तनाव कम करने में
रागी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो तनाव को कम करने में मदद करते हैं। अगर किसी को एंजायटी, डिप्रेशन या अनिद्रा की समस्या हो तो रागी का सेवन अवश्य करें।
# स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए
स्तनपान कराने वाली माताओं को रागी को आहार में शामिल करना चाहिए। विशेषकर तब जब यह हरा होता है क्योंकि यह मां के दूध को बढ़ाता है और दूध में आवश्यक एमीनो एसिड, लौह तत्व और कैल्शियम प्रदान करता है, जो मां और बच्चे दोनों के पोषण के लिए आवश्यक है।
रागी का नुकसान
* अगर किडनी में स्टोन या किडनी की कोई और समस्या हो तो ऐसे में रागी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।
* थायराइड के मरीजों को भी राखी का सेवन नहीं करना चाहिए।
* बहुत ज्यादा रागी खाने की वजह से कब्ज, डायरिया, पेट में गैस, पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
रागी का उपयोग कैसे करें?
रागी एक ऐसा अनाज है, जिसका उपयोग कई प्रकार से कर सकते हैं। रागी को रोटी के रूप में, हलवा के रूप में, इडली डोसा के रूप में, लड्डू बिस्किट आदि बनाकर इसका प्रयोग किया जा सकता है।
English Translate
Finger Millet ~ Mandua
There has been a tradition of coarse grains in our country since ancient times. Such as sorghum, barley, maize, millet, etc. One of these thick grains is Ragi. It is very beneficial for health. Ragi is known by the names of Mandua, Nachni, Finger Millet, etc. Ragi has a very tasty taste and is also an important component of energy. People know so much about Ragi or Mandua that it is used only as cereal, but at the same time Mandua is a very beneficial medicine, which is used in curing diseases. Is also done.
Know the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Ragi
Nutrients present in Finger Millet
Ragi contains many essential nutrients like calcium, vitamins, fiber, carbohydrates. Ragi contains a significant amount of calcium. Apart from this, fiber is also found in plenty. It is also helpful in diabetes and weight loss. Eating it also provides relief to the stressed patients. It is also beneficial for patients with low hemoglobin.
Medicinal properties advantages and disadvantages of Finger Millet
# Use of ragi (mandua) in respiratory disease
Many people get respiratory disease. In this case, regular intake of ragi is beneficial for them.
# In controlling diabetes
Ragi has a higher content of polyphenols and fiber than wheat or rice flour and also has a lower glycemic index. Therefore, it helps in controlling blood sugar. It is beneficial to include ragi in the morning breakfast or in the meal of the day.
# To overcome calcium deficiency
There is more calcium in ragi than other grains. Calcium is very important in preventing osteoporosis and in terms of bone growth. If ragi or oatmeal is included in the diet of growing children instead of calcium tablets then this is a good way to replenish calcium.
# In constipation
Many people suffer from constipation. Actually, constipation is a disease that causes many diseases. Regular intake of ragi keeps the liver healthy, which also gives relief in problems like gas, acidity and constipation. If you are troubled by stomach constipation or gas problem, then make sure to consume raga.
# In reducing obesity
The problem of obesity is increasing due to irregular lifestyle and overeating fast food. If we include healthy things in our diet, then control of obesity can be found. Ragi has medicinal properties that help reduce fat. Therefore, if you are worried about increasing weight, then include ragi in your daily diet.
# Good source of protein
Ragi is rich in amino acids and proteins necessary for the body. Regular intake of ragi is a good option to meet protein deficiency.
# In reducing stress
Ragi contains plenty of antioxidants, which help reduce stress. If someone is suffering from anxiety, depression or insomnia, then take ragi.
# For lactating mothers
Breastfeeding mothers should include ragi in their diet. Especially when it is green because it increases the milk of the mother and provides the essential amino acids, iron elements and calcium in the milk, which are essential for the nutrition of both mother and child.
Side Effects of finger Millets
* If there is any stone or kidney problem in the kidney, then ragi should not be taken, because calcium is high in it.
* Thyroid patients should also not consume rakhi.
* Due to eating too much ragi, there can be problems like constipation, diarrhea, gas in the stomach, flatulence.
How to use Ragi?
Ragi is a grain that can be used in many ways. Ragi can be used in the form of roti, in the form of pudding, in the form of idli dosa, laddu biscuits etc.