रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua) ~ Finger Millet

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

प्राचीन काल से ही हमारे देश में मोटे अनाज की परंपरा रही है। जैसे कि ज्वार, जौ, मक्का, बाजरा आदि। इन्हीं मोटे अनाजों में से एक है  रागी (Ragi)। यह सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी है। रागी (Ragi) को मंडुआ (Mandua) , नाचनी, फिंगर मिलेट आदि नामों से जाना जाता है। रागी (Ragi) का स्वाद बेहद स्वादिष्ट होता है और यह ऊर्जा का महत्वपूर्ण घटक भी है। लोग रागी (Ragi) या मंडुआ (Mandua) के बारे में इतना ही जानते हैं कि इसका उपयोग केवल अनाज के रूप में किया जाता हैै, परंतु साथ ही मंडुआ (Mandua) एक बहुत ही लाभकारी औषधि है, जिसका उपयोग रोगों को ठीक करने में भी किया जाता है।

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

जानते हैं रागी के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

रागी में मौजूद पोषक तत्व

रागी में कैल्शियम, विटामिन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट सरीके तमाम जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। रागी में काफी मात्रा में कैल्शियम होता है। इसके अलावा फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह मधुमेह और वजन कम करने में भी सहायक है। इसे खाने से तनाव वाले मरीजों को भी राहत मिलती है। यह कम हीमोग्लोबिन वाले मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।

रागी के औषधीय गुण फायदे और नुकसान 

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

#  सांसों की बीमारी में रागी (मंडुआ) का उपयोग 

अनेक लोगों को सांसो की बीमारी हो जाती है। ऐसे में रागी का नियमित सेवन उनके लिए फायदेमंद होता है।

#  मधुमेह नियंत्रित करने में 

गेहूं या चावल के आटे की तुलना में रागी में पॉलिफिनॉल्स और फाइबर की मात्रा अधिक होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है। इसलिए यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। सुबह का नाश्ता या दिन के भोजन में रागी को शामिल करना फायदेमंद है।

#  कैल्शियम की कमी दूर करने में

अन्य अनाजों की तुलना में रागी में कैल्शियम की मात्रा अधिक पाई जाती है। ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने और हड्डी के विकास के मामले में कैल्शियम बहुत महत्वपूर्ण होता है। यदि कैल्शियम की गोलियों की बजाय बढ़ते बच्चों के आहार में रागी या दलिया शामिल किया जाए तो यह कैल्शियम की पूर्ति का एक अच्छा तरीका है।

#  कब्ज में

बहुत लोगों को कब्ज की समस्या रहती है। दरअसल कब्ज एक ऐसी बीमारी है, जो कई रोगों का कारण बनती है। रागी के नियमित सेवन से लीवर स्वस्थ रहता है, जिससे गैस, एसिडिटी और कब्ज आदि समस्याओं में भी आराम मिलता है। अगर आप पेट की कब्ज या गैस की समस्या से परेशान हैं तो राग का सेवन अवश्य करें।

#  मोटापा कम करने में

अनियमित जीवनशैली और अधिक मात्रा में फास्ट फूड खाने की वजह से मोटापा की समस्या बढ़ती जा रही है। अगर हम अपनी डाइट में हेल्दी चीजों को शामिल करें, तो मोटापे पर नियंत्रण पाया जा सकता है। रागी में ऐसे औषधीय गुण हैं, जो फैट को कम करने में मदद करते हैं। अतः बढ़ते वजन से परेशान हैं तो अपने रोजाना के आहार में रागी को शामिल करें।

#  प्रोटीन का अच्छा स्रोत 

रागी शरीर के लिए जरूरी अमीनो एसिड और प्रोटीन से भरपूर होता है। प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए रागी का नियमित सेवन एक अच्छा विकल्प है।

#  तनाव कम करने में 

रागी में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो तनाव को कम करने में मदद करते हैं। अगर किसी को एंजायटी, डिप्रेशन या अनिद्रा की समस्या हो तो रागी का सेवन अवश्य करें। 

#  स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए

स्तनपान कराने वाली माताओं को रागी को आहार में शामिल करना चाहिए। विशेषकर तब जब यह हरा होता है क्योंकि यह मां के दूध को बढ़ाता है और दूध में आवश्यक एमीनो एसिड, लौह तत्व और कैल्शियम प्रदान करता है, जो मां और बच्चे दोनों के पोषण के लिए आवश्यक है।

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

रागी का नुकसान

*  अगर किडनी में स्टोन या किडनी की कोई और समस्या हो तो ऐसे में रागी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।

*  थायराइड के मरीजों को भी राखी का सेवन नहीं करना चाहिए।

*  बहुत ज्यादा रागी खाने की वजह से कब्ज, डायरिया, पेट में गैस, पेट फूलने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।


रागी का उपयोग कैसे करें?

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

रागी एक ऐसा अनाज है, जिसका उपयोग कई प्रकार से कर सकते हैं। रागी को रोटी के रूप में, हलवा के रूप में, इडली डोसा के रूप में, लड्डू बिस्किट आदि बनाकर इसका प्रयोग किया जा सकता है।


English Translate


Finger Millet ~ Mandua

There has been a tradition of coarse grains in our country since ancient times. Such as sorghum, barley, maize, millet, etc. One of these thick grains is Ragi. It is very beneficial for health. Ragi is known by the names of Mandua, Nachni, Finger Millet, etc. Ragi has a very tasty taste and is also an important component of energy. People know so much about Ragi or Mandua that it is used only as cereal, but at the same time Mandua is a very beneficial medicine, which is used in curing diseases. Is also done.

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

Know the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Ragi
Nutrients present in 
Finger Millet

Ragi contains many essential nutrients like calcium, vitamins, fiber, carbohydrates. Ragi contains a significant amount of calcium. Apart from this, fiber is also found in plenty. It is also helpful in diabetes and weight loss. Eating it also provides relief to the stressed patients. It is also beneficial for patients with low hemoglobin.

Medicinal properties advantages and disadvantages of Finger Millet

# Use of ragi (mandua) in respiratory disease

Many people get respiratory disease. In this case, regular intake of ragi is beneficial for them.

# In controlling diabetes

Ragi has a higher content of polyphenols and fiber than wheat or rice flour and also has a lower glycemic index. Therefore, it helps in controlling blood sugar. It is beneficial to include ragi in the morning breakfast or in the meal of the day.

# To overcome calcium deficiency

There is more calcium in ragi than other grains. Calcium is very important in preventing osteoporosis and in terms of bone growth. If ragi or oatmeal is included in the diet of growing children instead of calcium tablets then this is a good way to replenish calcium.

# In constipation

Many people suffer from constipation. Actually, constipation is a disease that causes many diseases. Regular intake of ragi keeps the liver healthy, which also gives relief in problems like gas, acidity and constipation. If you are troubled by stomach constipation or gas problem, then make sure to consume raga.

# In reducing obesity

The problem of obesity is increasing due to irregular lifestyle and overeating fast food. If we include healthy things in our diet, then control of obesity can be found. Ragi has medicinal properties that help reduce fat. Therefore, if you are worried about increasing weight, then include ragi in your daily diet.

# Good source of protein

Ragi is rich in amino acids and proteins necessary for the body. Regular intake of ragi is a good option to meet protein deficiency.

# In reducing stress

Ragi contains plenty of antioxidants, which help reduce stress. If someone is suffering from anxiety, depression or insomnia, then take ragi.

# For lactating mothers

Breastfeeding mothers should include ragi in their diet. Especially when it is green because it increases the milk of the mother and provides the essential amino acids, iron elements and calcium in the milk, which are essential for the nutrition of both mother and child.

 Side Effects of finger Millets

* If there is any stone or kidney problem in the kidney, then ragi should not be taken, because calcium is high in it.

* Thyroid patients should also not consume rakhi.

* Due to eating too much ragi, there can be problems like constipation, diarrhea, gas in the stomach, flatulence.

How to use Ragi?

Ragi is a grain that can be used in many ways. Ragi can be used in the form of roti, in the form of pudding, in the form of idli dosa, laddu biscuits etc.

रागी (Ragi) ~ मंडुआ (Mandua)

बादशाह का नगीना ~ Badshaah Ka Nagina

 बादशाह का नगीना ~ Badshaah Ka Nagina

एक दिन बादशाह अकबर के दरबार में रहने वाले एक विदेशी प्रतिनिधि ने बादशाह से कहा, "जहांपनाह हमारे मुल्क में कई उस्ताद वैद्य हैं, जो रत्नों व मणियों से इलाज करते हैं। उनके पास ऐसे- ऐसे पत्थर हैं, जो दुनिया में कहीं और मिलने नामुमकिन हैं। सोने और पीतल का अंतर जानने के लिए अक्सर इन पत्थरों का इस्तेमाल होता है।"

बादशाह का नगीना ~ Badshaah Ka Nagina -  Akbar Birbal Story ~ अकबर बीरबल

विदेशी प्रतिनिधि ने कहा - "क्या आपके मुल्क में भी इस तरह की कोई चीज है?" 

बादशाह बोले, "बिल्कुल है। मेरे पास ऐसा नगीना है, जो इससे भी बड़ा करामात कर सकता है। वह सोने और चांदी में ही नहीं अपितु अच्छी और बुरी बात में भी अंतर कर सकता है।"

विदेशी प्रतिनिधि बोला, "ऐसी चीज तो निश्चय ही हैरतअंगेज होगी। वह  क्या आप मुझे वह चीज दिखा सकते हैं?"

बादशाह ने कहा, बिल्कुल दिखा सकता हूं।"

बादशाह ने बीरबल को सामने आने का इशारा किया। सारे दरबारी और वह विदेशी प्रतिनिधि यह सब बड़ी हैरत भरी निगाहों से देख रहे थे। यही है हमारा करामाती पत्थर बादशाह "बीरबल" की ओर इशारा करते हुए बोले। यही है वह बेशकीमती नगीना जो सोने और पीतल ही नहीं, बल्कि अच्छी और बुरी बात में अंतर समझने की काबिलियत रखता है। 

विदेशी प्रतिनिधि बोला, "आपने हीरे की कद्र कर ली है बादशाह सलामत। आपका नगीना वाकई किसी भी कीमती से कीमती नगीने से बढ़कर है और हम सब आपके इस नगीने को सलाम करते हैं। 

बादशाह अकबर बड़े गर्व से बीरबल की ओर देख रहे थे और खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। 

बादशाह का नगीना ~ Badshaah Ka Nagina -  Akbar Birbal Story ~ अकबर बीरबल

English Translate

 Gem of King (Badshaah Ka Nagina)

One day a foreign representative in the court of Emperor Akbar told the emperor, "Jahanpanah our country has many master vaidyas who treat with gems and jewels. They have such stones, which are found elsewhere in the world. Impossible. These stones are often used to find the difference between gold and brass. "

The foreign representative said - "Is there anything like this in your country?"

The king said, "Absolutely it is. I have such a jewel, who can do even greater feats. He can distinguish not only between gold and silver but also good and bad."

The foreign representative said, "Such a thing would surely be astonishing. Can you show me that thing?"

The king said, I can show absolutely. "

The king gestured Birbal to come to the fore. All the courtiers and those foreign representatives were watching it all with great eyes. This is what our enchanting stone king said pointing to "Birbal". This is the precious jewel that has the ability to understand not only gold and brass but also the difference between good and bad.

The foreign delegate said, "You have valued the diamond King Salamat. Your Nagina is indeed better than any precious jewel and we all salute this jewel of yours."

Emperor Akbar was looking at Birbal with great pride and was proud of himself.

बादशाह का नगीना ~ Badshaah Ka Nagina -  Akbar Birbal Story ~ अकबर बीरबल

कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola

कोका -कोला रोचक तथ्य 

  • प्रतिष्ठित अमेरिकी ब्रांड को दुनिया भर में मान्यता प्राप्त है और 200 से अधिक देशों में बेचा जाता है। कोक ने अमेरिकी कार्बोनेटेड पेय बाजार में 42.8% बाजार हिस्सेदारी के साथ पेप्सी के 31.1% के लिए एक मजबूत नेतृत्व रखा है।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • विश्व में 200 से अधिक देशों में 900 कोका कोला उद्योग हैं और 200 से अधिक देशों में 1,46,200 कर्मचारी कार्यरत हैं।
  •  कोक कंपनी 3900 प्रकार के विभिन्न पेय बनाती है यदि आप प्रति दिन एक पेय पीते हैं, तो उन सभी को आज़माने में आपको 9 साल से अधिक का समय लगेगा।
  •  कोका कोला के हर दिन 1,900,000,000 बोतलें पी जा रही है।  इसका मतलब है, हम हर पल 21,000 बोतलें पीते हैं।
  • अब कंपनी केवल 7 महीने में एक बिलियन गैलन का शुरुआती पेय बेचती है।
  •  कोका कोला ओलंपिक खेलों का सबसे पुराना प्रायोजक है, यह 1928 से अब तक लगातार प्रायोजित कर रहा है।
  • यदि कोका-कोला में कोई रंग नहीं जोड़ा जाता है, तो यह वास्तव में हरा होगा।
  • कोका-कोला एक अमेरिकी कंपनी है, जिसका आविष्कार 1886 में अटलांटा में जॉन पेम्बर्टन नाम के एक व्यक्ति ने किया था।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • माज़ा, फेंटा, कोक, स्प्राइट और थम्पसअप सहित 500 ब्रांड कोका कोला कंपनी के स्वामित्व में हैं।
  • यह सिरदर्द से राहत देने के लिए बनाया गया था।
  • यह केवल एक मिथक है कि पहले वर्ष में कोका-कोला की केवल 25 बोतलें बेची गईं।  दरअसल, पहले साल कोका-कोला की 25 बोतलें नहीं थीं, लेकिन 25 गैलन सीरप की बिक्री हुई थी। 
  • अगर दुनिया में मौजूद कोका-कोला की सभी बोतलों को लाइन में लगाया जाता है, तो यह रेखा पृथ्वी से चाँद पर जाने वाली 1677 बार के बराबर होगी।
  •  दुनिया में दो देश हैं जहां कोका-कोला नहीं बिकता: उत्तर कोरिया और क्यूबा।
  • 1919 में, जब कोका कोला को सार्वजनिक किया गया था, उस समय जिसने इसके एक शेयर को खरीदा होगा , जो कि केवल $ 40 था, 2012 में इसके बदले में उसे 1 मिलियन डॉलर प्राप्त हुए होंगे।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • कोका-कोला कंपनी का कहना है कि पृथ्वी पर केवल दो इंसान हैं जो कोका-कोला बनाने का असली फॉर्मूला जानते हैं और ये दोनों कभी भी एक साथ सफर नहीं करते हैं ताकि किसी अनहोनी की सूरत में एक बचा रहे।
  • विश्व पेय का 3.1% कोका कोला के उत्पादन का है, यह दुनिया की सबसे बड़ी पेय कंपनी है।
  • अगर कोका-कोला द्वारा बनाई गई हर एक बोतल सक्रिय हो जाती है, तो हर इंसान के पास 1000 बोतलें होंगी।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, कोका-कोला की लगभग 5 बिलियन बोतलें सेना द्वारा पी गयी थी।  उसी समय जर्मनी (नाजी) में फेंटा का भी आविष्कार हुआ था क्योंकि लड़ाई चल रही थी।
  •  कोका-कोला ब्रांड की अनुमानित कीमत 74 बिलियन डॉलर है, जो बडवाइजर, पेप्सी, स्टारबक्स और रेड बुल की संयुक्त आय से अधिक है।
  •  अमेरिका में बिकने वाले कोका कोला का स्वाद दुनिया से अलग है।
  •  यदि कोक के 2.8 मिलियन वेंडिंग मशीनों को ढेर कर देते हैं, तो वे 150.2 मिलियन क्यूबिक फीट जगह ले लेंगे (4 एम्पायर स्टेट बिल्डिंग्स का आकार)।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  •  33 गैर-अल्कोहल ब्रांड हैं, जो राजस्व में $ 1 बिलियन से अधिक का उत्पादन करते हैं।  कोका-कोला कंपनी उनमें से 15 का मालिक है।
  •  दुनिया भर में, औसत व्यक्ति हर चार दिनों में कोक उत्पाद का सेवन करता है।
  •  कोका-कोला संयुक्त रूप से माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल की तुलना में विज्ञापन पर अधिक पैसा खर्च करता है।
  • औसत अमेरिकी, ब्रिटिश, भारतीय और चीनी इन सब की तुलना में औसत मैक्सिकन कोक उत्पादों को अधिक पीता है।
  • कोक अपने बोतल के लिए 300,000 टन एल्यूमीनियम का उपयोग करता है।  यह 17.4% के बराबर है जो पूरे अमेरिकी एल्यूमीनियम उद्योग का उत्पादन करता है।
  • कोका-कोला ने कॉफी की जगह लेने की कोशिश की थी।
  •  लाल और सफेद कोका-कोला लोगो को दुनिया की 94% आबादी द्वारा मान्यता प्राप्त है।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola

अस्वस्थ कोका कोला तथ्य 

  •  कोका-कोला के नुकसान को इस तरह से समझें कि इसका ph मान 2.8 है।  यदि नाखून 4 दिनों के लिए इसमें डूबा हुआ है, तो यह उन्हें पिघलाने का कारण भी बन सकता है।

  •  2015 के एक अध्ययन के विश्वसनीय स्रोत ने प्रत्येक वर्ष 184,000 वैश्विक मौतों को शर्करा पेय के सेवन के लिए जिम्मेदार ठहराया।

  •  सुगन्धित पेय आपको पता भी नहीं लगने देते और तेज़ी से वजन बढ़ाने का काम करते हैं। 

  •  आपके जिगर में बड़ी मात्रा में चीनी वसा में बदल जाती है।

  •  चीनी-मीठा पेय टाइप 2 मधुमेह का प्रमुख कारण हो सकता है।
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola

  •  सुगन्धित सोडा में कोई आवश्यक पोषक तत्व नहीं होते हैं - सिर्फ चीनी होता।

  •  सोडा पीने वालों में कैंसर का खतरा अधिक होता है।

  •  सोडा में चीनी और एसिड दंत स्वास्थ्य के लिए घातक है।

  •  कोका कोला के 350 मिलीलीटर कैन में 10 चम्मच चीनी होती है।  इसका मतलब है, एक महीने के लिए हर दिन पीने से हमारे शरीर में 1 किलो से अधिक चीनी हो सकती है।

English Translate

Coca - Cola Facts 

  • The iconic American brand is recognized around the globe and sold in more than 200 countries. Coke has kept a firm lead in the U.S. carbonated drinks market, with 42.8% market share to Pepsi's 31.1%.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • World has 900 coca cola industries in more than 200 countries and employs 1,46,200 employees in more than 200 countries.
  • The Coke company makes 3900 kinds of different beverages that if you drank one per day, it would take you over 9 years to try them all. 
  • 1,900,000,000 bottles are being drunk every day of Coca cola. This means, we drink 21,000 bottles every moment.
  •  Now company sell an initial one billion gallon drink in only 7 months.
  • Coca cola is the oldest sponsor of Olympic Games, it has been sponsoring continuously since 1928 till now.
  •  If no color is added to Coca-Cola, it will actually be green.
  • 500 brands Including Mazaa, Fanta, Coke, Sprite and thumbs up are owned by coca cola company.
  • The Coca-Cola Company says that there are only two humans on earth who know the real formula for making Coca-Cola and these two never travel to avoid any kind of accident to both of them.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • It was created to relieve headaches
  • If all the bottles of Coca-Cola present in the world are put in the line, then this line will be equal to 1677 times going to moon from the Earth.
  • There are two countries in the world where Coca-Cola is not sold: North Korea and Cuba.
  • Coca-Cola is a US company, invented it on 8th may 1886 by a man named John Pemberton in Atlanta. 
  • In 1919, when Coca cola was made public, if you had bought one of its stock shares, which was only $ 40, in 2012 you would have received $ 1 million in return.
  • 3.1% of the world drink is of the product of coca cola, it is the largest beverage company in the world.
  • It is only a myth that in the first year only 25 bottles of Coca-Cola were sold.  Actually, the first year was not 25 bottles of Coca-Cola, but 25 gallon syrup were sold and they had 9 glasses of sail every day.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • If every single bottle made by Coca-Cola is activated, then every human being will have 1000 bottles.
  • During the Second World War, about 5 billion bottles of Coca-Cola were drank by the military.  At the same time Fanta was also invented in Nazi Germany as the battle was going on.
  • Coca-Cola's $35.1 billion in revenue makes it the 84th largest economy in the world, just ahead of Costa Rica.
  • The Coca-Cola brand is worth an estimated $74 billion: more than Budweiser, Pepsi, Starbucks and Red Bull combined.
  • The flavor of coca cola sold in the US is different from the world.
  • If you stacked up Coke's 2.8 million vending machines, they would take up 150.2 million cubic feet of space -- the size of 4 Empire State Buildings.
  • The red and white Coca-Cola logo is recognized by 94% of the world's population.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • There are 33 non-alcoholic brands that generate over $1 billion in revenue. Coca-Cola owns a whopping 15 of them.
  • Around the world, the average person consumes a Coke product every four days.
  • Coca-Cola spends more money on advertising than Microsoft and Apple combined.
  • The average Mexican drinks more Coke products than the average American, British, Indian, and Chinese combined.
  • Coke uses 300,000 tons of aluminium for its cans every year just for its US operations. That's equal to 17.4% of what the entire US aluminum industry produces.
  • Coca-Cola sells more than 1000 kinds of juice drinks, including: Simply, Minute Maid, Fruitopia, Hi-C, Fuze and Odwalla.
  • They tried to replace coffee.

Unhealthy coca cola

  • Understand the loss of Coca-Cola in such a way that it's ph value is 2.8.  If nails are dipped in it for 4 days, then it can also cause them to melt.
  • A 2015 study trusted source attributed 184,000 global deaths each year to the consumption of sugary drinks.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • Sugary drinks do not make you feel full and are strongly linked to weight gain.
  • Large amounts of sugar are turned into fat in your liver.
  • Sugar-sweetened beverages may be the leading dietary cause of Type 2 Diabetes.
  • Sugary soda contains no essential nutrients — just sugar.
कोका -कोला रोचक तथ्य ~ Amazing Facts about Coca - Cola
  • Soda drinkers have a higher risk of cancer.
  • The Sugar and Acids in Soda Are a Disaster for Dental Health.
  • One 350ml can of coca cola contains 10 teaspoons of sugar.  This means, drinking one can every day for a month causes more than 1kg sugar in our body.


आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

आदियोगी शिव प्रतिमा (Adiyogi Shiva Statue)

आदियोगी शिव प्रतिमा शंकर की 112 फीट की ऊंची प्रतिमा है, जो कोयंबटूर में वर्ष 2017 में स्थापित की गई थी। इसकी अभिकल्पना (डिजाइन) सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की है। सद्गुरु का विचार है कि यह प्रतिमा योग के प्रति लोगों में प्रेरणा जगाने के लिए है, इसलिए इसका नाम 'आदियोगी' है। शिव को योग का प्रवर्तक माना जाता है।

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

आदियोगी शिव ईशा योग परिसर में स्थित है, जो पश्चिमी घाटों की एक श्रृंखला वेल्लीयन्गिरि पर्वत की तलहटी में तमिलनाडु के कोयंबटूर में ध्यान-लिंग पर स्थित है। प्रतिमा को 2 साल और 8 महीने में तैयार किया गया है। प्रतिमा की ऊंचाई 112 फीट (34 मीटर) है सद्गुरु कहते हैं कि ऊंचाई मानव तंत्र में 112 चक्रों का प्रतिनिधित्व करती है।

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

ढाई साल में बना डिजाइन

इस विशाल कृतिका डिजाइन तैयार करने में ढाई साल का समय लगा जबकि इसे बनाने में 8 महीने की कड़ी मेहनत।

 शिव की इस प्रतिमा का जहां धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है वहीं इसका ज्यामितीय महत्व भी है।इसे बनाने में 500 टन स्टील का प्रयोग किया गया है। इसकी ऊंचाई 112 फुट रखने के पीछे भी एक खास वजह है। दरअसल, शिव ने आदियोगी  रूप में मुक्ति के112 मार्ग बताए हैं। इसी आधार पर इसकी ऊंचाई रखी गई है।

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

शिव का वाहन नंदी

शिव के वाहन नंदी को बनाने के लिए महज 6 से 9 इंच के धातु टुकड़े का प्रयोग किया गया है इस प्रतिमा को तिल के बीज, हल्दी, भस्म, और रेत मिट्टी भरकर इसे बनाया गया है।

24 फरवरी 2017 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाशिवरात्रि के अवसर पर ईशा योग केंद्र में इस प्रतिमा का उद्घाटन किया। ईशा फाउंडेशन की विज्ञप्ति के मुताबिक धरती के इस सबसे विशाल चेहरे की प्रतिष्ठा मानवता को आदियोगी शिव के अनुपम योगदान के सम्मान में की गई है।

हाल ही में इस मूर्ति "आदियोगी" को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कर दिया गया है। तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थापित "आदियोगी" की प्रतिमा को विशाल वक्ष के कारण गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

English Translate


Adiyogi Shiva Statue

The Adiyogi Shiva statue is a 112 feet tall statue of Shankar, which was installed in Coimbatore in the year 2017. It is designed by Sadhguru Jaggi Vasudev. Sadhguru is of the view that this statue is meant to arouse inspiration in people towards yoga, hence its name 'Adiyogi'. Shiva is considered the originator of yoga.

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

Adiyogi Shiva is located in the Isha Yoga complex, a chain of Western Ghats at the foothills of the Velliangiri mountain at Dhyana-linga in Coimbatore, Tamil Nadu. The statue has been prepared in 2 years and 8 months. The height of the statue is 112 feet (34 m). Sadhguru says that the height represents 112 chakras in the human system.

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

Design made in two and a half years

It took two and a half years to prepare this huge Kritika design while 8 months of hard work in making it.

 While this statue of Shiva has religious and spiritual significance, it also has geometric significance. 500 tons of steel have been used to make it. There is a special reason behind its height 112 feet. Actually, Shiva has given 112 paths of liberation in the form of Adiyogi. Its height has been kept on this basis.

Shiva's vehicle Nandi

Only 6 to 9 inches of metal pieces have been used to make Nandi, the vehicle of Shiva, this statue has been made by filling it with sesame seeds, turmeric, ash, and sand clay.

On 24 February 2017, the Prime Minister of India, Narendra Modi, inaugurated the statue at Isha Yoga Center on the occasion of Maha Shivaratri. According to the release of Isha Foundation, this biggest face of the earth has been honored in honor of Adiyogi Shiva's outstanding contribution to humanity.


Recently this idol "Adiyogi" has been included in the Guinness Book of World Records. The statue of "Adiyogi", installed in Coimbatore, Tamil Nadu, is recorded in the Guinness Book of World Records because of the huge chest.

आदियोगी शिव प्रतिमा ~ Adiyogi Shiva Statue

आम पन्ना ~ Aam Panna

 आम पन्ना ~ Aam Panna

आम पन्ना (Aam Panna) से तो सभी परिचित ही हैं। आम पन्ना ताजा ग्रीष्मकालीन पेय है, जो कच्चे आमों से बनता है। यह स्वादिष्ट पेय भारत में बहुत लोकप्रिय है। इसका खट्टा - मीठा स्वाद और इसके स्वास्थ्य लाभ इसे पीने में अत्यंत स्वादिष्ट बनाते हैं। आम पन्ना (Aam Panna) शरीर को शीतल और हाइड्रेट रखने में मदद करता है और गर्म मौसम के दौरान शरीर को आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स प्रदान करता है। गर्मी की दोपहरी में एक गिलास आम का पन्ना पीने से थकान दूर होती है और शरीर तरोताजा महसूस करता है। इसके पीने से लू नहीं लगती।

आम पन्ना (Aam Panna)

आम पन्ना में क्या - क्या पाया जाता है?

ऐसे मौसम में आम पन्ना पीने के कई फायदे हैं। इस संक्रमण काल में आम पन्ना इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी एक विकल्प हो सकता है। बाजार में यह इस समय आसानी से उपलब्ध भी है।

एक गिलास आम पन्ना में लगभग 180 कैलोरी होती है। आम पन्ना कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, विटामिन B1, B2 और विटामिन सी से परिपूर्ण होता है। इसके साथ-साथ इसमें आयरन, सोडियम, पोटैशियम, मैग्निशियम, कैल्शियम जैसे खनिज तत्व होते हैं। यह ऊर्जा से परिपूर्ण है और हमें लू से भी बचाता है।

आम पन्ना में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में है अतः या हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है आम पन्ना का नियमित रूप से सेवन हमारे इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है तथा शरीर को रोगों से लड़ने में सहायता पहुंचाता है। वर्तमान परिस्थिति में आम पन्ना का सेवन ठंडा करके ना करें अपितु सामान्य तापमान पर ही इसका सेवन करें।

आम पन्ना (Aam Panna)

आम पन्ना (Aam Panna) के फायदे

# एनीमिया के लिए

आम पन्ना एनीमिया को दूर करने के लिए प्रभावी होता है, क्योंकि यह आयरन से भरपूर है और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। इसके लिए प्रतिदिन इसका सेवन करें।

#  स्कर्वी की समस्या में 

आहार में विटामिन सी की कमी के कारण स्कर्वी रोग हो सकता है। स्कर्वी मसूड़ों की बीमारियों, कमजोरी और एनीमिया से जुड़ा हुआ है। आम पन्ना विटामिन सी से भरपूर है, जो स्कर्वी को रोकने में मददगार है। विटामिन सी संयोजी ऊतकों के लिए कोलेजन के रूप में कार्य करता है और लौह तत्वों के अवशोषण में मदद करता है।

#  गर्मियों के लिए

गर्मियों के दिन में हम अपने शरीर से बहुत सारे इलेक्ट्रोलाइट्स खो देते हैं। जैसे कि सोडियम जो पसीने के रूप में शरीर से बाहर निकल जाता है। इलेक्ट्रोलाइट हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें ऊर्जा देती है, थकान को दूर करती है, द्रव संतुलन को नियंत्रित करती है। एक गिलास आम पन्ना पीते रहने से हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहता है।

#  एसिडिटी में

कच्चे आमों में मौजूद एसिड पित्त के स्राव को बढ़ाने में मदद करता है, जो आंतो के लिए एक हीलिंग एजेंट के रूप में कार्य करने के लिए जाना जाता है।

#  पाचन क्रिया के लिए 

गर्मी के मौसम में अक्सर भूख की समस्या होने लगती है। इसके अलावा गर्म और ह्यूमिड मौसम के दौरान पाचन समस्याएं अधिक होने लगती हैं। यह मुख्य रूप से शरीर के तरल पदार्थों के क्षय के कारण होता है। आम का पन्ना प्यास बुझाने के साथ-साथ अपच, दस्त, कब्ज और बवासीर जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करता है।

#  गर्भावस्था में

आम पन्ना में मौजूद फोलेट गर्भस्थ शिशु को जन्म दोष के विभिन्न खतरों से रक्षा करता है। इसके साथ ही फोलेट बच्चों के वृद्धि एवं विकास के लिए भी आवश्यक तत्व है।

#  खून से संबंधित विकारों में

आम पन्ना में मौजूद आयरन नई लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है। विटामिन सी लौह तत्व के अवशोषण में मदद करता है और हैजा, टीवी और पेचिश जैसी समस्याओं से बचाता है।

आम पन्ना के नुकसान

सभी को यह जानकारी है कि किसी भी चीज का अत्यधिक उपभोग हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है, परंतु सीमित मात्रा में भी आम का पन्ना कुछ स्थितियों में हानिकारक है जिसके बारे में यहां जानते हैं।

*  आम पन्ना में कैलोरी अधिक मात्रा में होती है जो मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हो सकती है। मधुमेह के रोगी इसका सेवन बिना चीनी के कर सकते हैं।

आम पन्ना बनाने की विधि

सामग्री

2 कच्चे आम 

3 बड़ा चम्मच ब्राउन शुगर 

1 बड़ा चम्मच जीरा पाउडर 

1/2 छोटा चम्मच काली मिर्च पाउडर 

1 छोटा चम्मच काला नमक 

कुछ पुदीने के पत्ते

सादा नमक स्वाद अनुसार 

सबसे पहले कच्चे आम को अच्छी तरह धुलकर छीलकर पानी में  धीमी आंच पर नरम होने तक पका लें। जब आम अच्छी तरह उबल जाए तो उसे ठंडा कर आम के गूदे को मिक्सी में डालकर उसका गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट में सारी सामग्री मिला लें। अब इस पेस्ट में पानी मिलाकर सेवन करें।

आम पन्ना (Aam Panna)


English Translate

Mango Panna

Everyone is familiar with Aam Panna. Mango panna is a fresh summer drink made from raw mangoes. This delicious drink is very popular in India. Its sour-sweet taste and its health benefits make it extremely tasty to drink. Aam Panna helps in keeping the body cool and hydrated and provides essential electrolytes to the body during hot weather. Drinking a glass of mango emerald in the afternoon of summer relieves tiredness and the body feels refreshed. Its drinking does not cause heatstroke.

आम पन्ना (Aam Panna)

What is found in mango panna?

There are many benefits of drinking mango emerald in such a season. During this transition, common panna may also be an option to increase immunity. It is also readily available in the market at this time.

A glass of mango emerald contains about 180 calories. Mango panna is full of carbohydrates, vitamin A, vitamin B1, B2 and vitamin C. Along with this, it contains minerals like iron, sodium, potassium, magnesium, calcium. It is full of energy and also protects us from heat stroke.

Mango emerald is rich in vitamin C and antioxidants, or it increases the immunity in our body, regular intake of mango emerald enhances our immune system and helps the body to fight against diseases. In the present situation, do not consume mango emerald by cooling it, but consume it only at normal temperature.

Benefits of Aam Panna

# For Anemia

Mango panna is effective for curing anemia, as it is rich in iron and helps to increase red blood cells. For this, consume it daily.

# In Scurvy Problem

Lack of vitamin C in the diet can cause scurvy. Scurvy is associated with gum diseases, weakness and anemia. Mango panna is rich in vitamin C, which is helpful in preventing scurvy. Vitamin C acts as a collagen for connective tissues and helps in the absorption of iron elements.

#  In Summer

On a hot summer day we lose a lot of electrolytes from our body. Such as sodium which escapes from the body in the form of sweat. Electrolyte is important for our body because it gives us energy, removes fatigue, controls fluid balance. By drinking a glass of mango emerald, the balance of electrolytes is maintained in our body.

# In Acidity

The acid present in raw mangoes helps to increase the secretion of bile, which is known to act as a healing agent for the intestines.

# For Digestion

The problem of hunger often starts in the summer season. In addition, digestive problems are more frequent during hot and humid seasons. This is mainly due to the decay of body fluids. Mango panna helps in quenching thirst as well as preventing problems like indigestion, diarrhea, constipation and hemorrhoids.

# In Pregnancy

The folate present in the common emerald protects the fetus from various dangers of birth defects. Along with this, folate is also an essential element for the growth and development of children.

# In Blood Related Disorders

The iron present in the mango leaf forms new red blood cells. Vitamin C helps in the absorption of iron and prevents problems such as cholera, TV and dysentery.

आम पन्ना (Aam Panna)

Side Effects of Mango Panna

Everyone is aware that excessive consumption of anything is harmful to our body, but mango leaf in limited quantity is harmful in some situations which are known here.

* Mango Panna has high calories which can be harmful for diabetics. Diabetic patients can consume it without sugar.


Method of preparation of Mango Panna

Material

2 raw mangoes

3 tablespoons brown sugar

1 tbsp cumin powder

1/2 teaspoon black pepper powder

1 teaspoon black salt

Some mint leaves

Plain salt to taste

First of all, peel the raw mango thoroughly and cook in water on a low flame till it becomes soft. When the mango boils well, cool it and put the mango pulp in a grinder and make a thick paste. Mix all the ingredients in this paste. Now add water to this paste and drink it.

महावीर जयंती ~ Mahavir Jayant

महावीर जयंती

महावीर जयंती ~Mahavir Jayant

 जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्म दिवस को आज महावीर जयंती के नाम से मनाया जाता है। जैन समाज द्वारा पूरे भारतवर्ष में भगवान महावीर के जन्म उत्सव के रूप में महावीर जयंती मनाई जाती है। जैन धर्म के तीर्थंकर महावीर स्वामी जी का जन्म चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के मंगल दिन बिहार के वैशाली कुंड ग्राम में राजा सिद्धार्थ राज प्रासाद में हुआ था।

महावीर जयंती जैन समुदाय का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। चैत्र माह के 13वें दिन यानी चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को जैन दिगंबर और श्वेतांबर एक साथ मिलकर इस उत्सव को मनाते हैं।

जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिंसा के मूर्तिमान प्रतीक है। उनका जीवन त्याग और तपस्या से परिपूर्ण था। उन्होंने एक लंगोटी तक का परिग्रह नहीं रखा। हिंसा, पशु बलि, जाती पाती के भेदभाव जिस युग में बढ़ गए उसी, युग में ही भगवान महावीर ने जन्म लिया। उन्होंने दुनिया को सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया। पूरी दुनिया को उपदेश दिया।

महावीर स्वामी के माता-पिता जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ (पार्श्वनाथ महावीर से 250 वर्ष पूर्व हुए थे) के अनुयायी थे। महावीर जब शिशु अवस्था में थे, तब इंद्र और देव ने उन्हें सुमेरु पर्वत पर ले जाकर प्रभु का जन्म कल्याणक मनाया। महावीर स्वामी का बचपन राजमहल में बिता। युवावस्था में यशोदा नामक राजकन्या से महावीर का विवाह हुआ तथा प्रियदर्शना नामक उन्हें एक पुत्री भी हुई। जब वे 28 वर्ष के थे तभी उनके माता-पिता का देहांत हो गया। बड़े भाई नंदी वर्धन के आग्रह पर महावीर 2 वर्षों तक घर में रहे। आखिर 30 वर्ष की उम्र में उन्होंने मार्गशीर्ष कृष्ण दशमी के दिन दीक्षा ग्रहण की।

महावीर स्वामी ने तप संयम और साधना की और पंच महाव्रत रूपी धर्म चलाया। उन्हें इस बात का अनुभव हो गया था कि इंद्रियों, विषय - वासनाओं के सुख दूसरों को दुख पहुंचा करके ही पाए जा सकते हैं। अतः उन्होंने सबसे प्रेम का व्यवहार करते हुए दुनियाभर को अहिंसा का पाठ पढ़ाया। महावीर कहते थे कि धर्म सबसे उत्तम है। अहिंसा, संयम और तप ही धर्म है। महावीर स्वामी कहते थे जो धर्मात्मा है जिनके मन में सदा धर्म रहता है उसे देवता भी नमस्कार करते हैं।

महावीर स्वामी ने अपने प्रवचनों में धर्म, सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह क्षमा पर सबसे अधिक जोर दिया और संयम, प्रेम और करुणा, शील और सदाचार ही उनके प्रवचनों के मुख्य अंश थे। महावीर स्वामी ने चतुर्भुज संघ की स्थापना की। देश के विभिन्न भागों में घूमकर महावीर स्वामी ने अपना पवित्र संदेश फैलाया।

उन्होंने दुनिया को पंचशील के सिद्धांत बताएं। इसके अनुसार के सिद्धांत सत्य, अपरिग्रह, अस्तेय, अहिंसा और क्षमा है। उन्होंने अपने कुछ खास उद्देश्यों के माध्यम से दुनिया को सही राह दिखाने की कोशिश की है। अनेक प्रवचनों से दुनिया का सही मार्गदर्शन किया है।

महावीर जयंती ~Mahavir Jayant

महावीर स्वामी के पंचशील सिद्धांत

सत्य: सत्य के बारे में भगवान महावीर स्वामी कहते हैं, हे पुरुष! तू सत्य को ही सच्चा तत्व समझ। जो बुद्धिमान सत्य की ही आज्ञा में रहता है, वह मृत्यु को तैर कर पार कर जाता है।

अहिंसा: इस लोक में जितने भी त्रस जीव (एक, दो, तीन, चार और पांच इंद्रिय वाले जीव) आदि की हिंसा मत कर, उनको उनके पद पर जाने से ना रोको। उनके प्रति अपने मन में दया का भाव रखो। उनकी रक्षा करो। यही अहिंसा का संदेश भगवान महावीर अपने उपदेशों से हमें देते हैं।

अपरिग्रह: अपरिग्रह पर भगवान महावीर कहते हैं कि जो आदमी खुद सजीव या निर्जीव चीजों का संग्रह करता है, दूसरों से ऐसा संग्रह कराता है या दूसरों को ऐसे संग्रह करने की सम्मति देता है, उसको दुखों से कभी छुटकारा नहीं मिल सकता। यही संदेश अपरिग्रह के माध्यम से भगवान महावीर दुनिया को देना चाहते हैं।

ब्रम्हचर्य : महावीर स्वामी ब्रम्हचर्य के बारे में बहुत ही अनमोल उपदेश देते हैं कि ब्रम्हचर्य उत्तम तपस्या, नियम, ज्ञान, दर्शन, चारित्र, संयम और विनय की जड़ है। तपस्या में ब्रह्मार्चय श्रेष्ठ तपस्या है। जो पुरुष, स्त्रियों से संबंध नहीं रखते वह मोक्ष मार्ग की ओर बढ़ते हैं।

क्षमा: क्षमा के बारे में भगवान महावीर कहते हैं- 'मैं सब जीवो से क्षमा चाहता हूं। जगत के सभी जीवो के प्रति मेरा मैत्रीभाव है। मेरा किसी से वैर नहीं है। मैं सच्चे हृदय से धर्म में स्थिर हुआ हूं। सब जीवों से मैं सारे अपराधो की क्षमा मांगता हूं। सब जीवो ने मेरे प्रति जो अपराध किए हैं, उन्हें में क्षमा करता हूं।'

वे यह भी कहते हैं- 'मैंने अपने मन में जिन-जिन पाप की वृत्तीयों का संकल्प किया हो, वचन से जो-जो पापवृत्तीय प्रकट की हो, और शरीर से जो-जो पापवृत्तियां की हो, मेरी वह सभी पापवृत्तियां विफल हों। मेरे वे सारे पाप मिथ्या हों।

उन्होंने अपने जीवन काल में अहिंसा का भरपूर विकास किया। महावीर को 'वर्धमान', 'वीर', 'अतिवीर' भी कहा जाता है। पूरे विश्व को अध्यात्म का पाठ पढ़ाने वाले भगवान महावीर ने 72 वर्ष की आयु में कार्तिक कृष्ण अमावस्या की रात्रि में पावापुरी नगरी में मोक्ष प्राप्त किया।

भगवान महावीर के निर्वाण समय उपस्थित अट्ठारह गणराजाऔं ने रत्नों के प्रकाश से उस रात्रि को आलोकित करके भगवान महावीर का निर्वाण उत्सव मनाया।

English Translate

Mahavir Jayanti

महावीर जयंती ~Mahavir Jayant

 The birth anniversary of Lord Mahavir, the 24th Tirthankara of Jainism, is celebrated today as Mahavir Jayanti. Mahavir Jayanti is celebrated by the Jain society as the birth anniversary of Lord Mahavira throughout India. Mahavir Swami Ji, the Tirthankara of Jainism, was born on the day of Chaitra Shukla Trayodashi in King Siddharth Raj Prasad in Vaishali Kund village of Bihar.

 Mahavir Jayanti is considered to be the biggest festival of the Jain community. Jain Digambara and Shvetambara together celebrate this festival on the 13th day of Chaitra month i.e. Chaitra Shukla Trayodashi.

 Mahavir Swami, the 24th Tirthankara of Jainism, is the embodied symbol of non-violence. His life was full of sacrifice and penance. He did not hold even a loincloth. Violence, animal sacrifice, discrimination of caste and caste have increased in the same era in which Lord Mahavira was born. He taught the world the lesson of true non-violence. Preached to the whole world.

 Mahavir Swami's parents were followers of the 23rd Tirthankara Parshvanath (Parsvanath was 250 years before Mahavir) of Jainism. When Mahavira was in infancy, Indra and Dev took him to Mount Sumeru and celebrated the birth of Lord Kalyana. Mahavir Swami spent his childhood in the palace. Mahavir was married to Rajakanya named Yashoda in his youth and he also had a daughter named Priyadarshana. His parents died when he was 28 years old. Mahavira stayed in the house for 2 years on the request of elder brother Nandi Vardhan. After all, at the age of 30, he took initiation on the day of Margashirsha Krishna Dashami.

महावीर जयंती ~Mahavir Jayant

 Mahavir Swami practiced austerity and meditation and practiced the religion of Panch Mahavrata. He had realized that the pleasures of senses, senses and lusts can be found only by hurting others. Therefore, he taught the lesson of non-violence to the world, behaving in the most loving manner. Mahavira used to say that religion is the best. Religion is non-violence, moderation and asceticism. Mahavir Swami used to say that the God who is always righteous in his mind is also greeted by the Gods.

 Mahavir Swami placed the highest emphasis on religion, truth, non-violence, celibacy and unforgiving forgiveness in his discourses, and moderation, love and compassion, modesty and virtue were the main parts of his discourses. Mahavir Swami established the Chaturbhuj Sangh. Mahavir Swami spread his holy message by roaming in different parts of the country.

 He told the world the principles of Panchsheel. According to this the principles are Truth, Aparigraha, Astheya, Non-Violence and Forgiveness. He has tried to show the world the right path through some of his special objectives. He has guided the world properly through many discourses.

 Panchsheel Principles of Mahavir Swami

 Satya: Regarding the truth, Lord Mahavir Swami says, O man! You consider truth as the true element. The one who remains in the command of the wise truth transcends death.

 Non-violence: Do not commit violence to all the truss beings (creatures of one, two, three, four and five senses) etc. in this world, do not stop them from going to their office. Keep a sense of compassion towards them. Protect them This is the message of non-violence that Lord Mahavir gives to us with his teachings.

 Aparigraha: On Aparigraha, Lord Mahavira says that a man who collects living or inanimate things himself, makes such a collection with others or gives consent to others to do such collection, he can never get rid of sorrows. Lord Mahavira wants to convey this message to the world through aparigraha.

 Brahmacharya: Mahavir Swami gives a very precious teaching about Brahmacharya that Brahmacharya is the root of good penance, rules, knowledge, philosophy, character, restraint and humility. Brahmacharya is the best austerity in penance. Men who do not belong to women move towards the path of salvation.

 Forgiveness: Regarding forgiveness, Lord Mahavira says- 'I apologize to all living beings. I have friendship towards all the creatures of the world. I do not hate anyone. I have settled in religion with a sincere heart. I apologize to all beings for all crimes. I forgive all the crimes committed by me.

 They also say- 'All the sins of the sins that I have resolved in my mind, whatever sinful manifestations have been revealed by the word, and all the sinful things which I have done with the body, all my sins will fail. All my sins are false.

 He developed a lot of non-violence in his lifetime. Mahavir is also known as ‘Vardhaman’, ‘Veer’, ‘Atvira’. Lord Mahavir, who taught spiritual lessons to the whole world, attained salvation at the age of 72 in Pavapuri city on the night of Kartik Krishna Amavasya.

 Eighteen Ganarajas, who were present at the time of Lord Mahavira's Nirvana, celebrated the night with the light of gems and celebrated the Maha Nirvana festival of Lord Mahavira.

महावीर जयंती ~Mahavir Jayant

शक्र की उड़ान (Shakra Ki Udan)

 शक्र की उड़ान

एक बार देवों और दानवों में भयंकर युद्ध हुआ। उस युद्ध में देव पराजित हुए और भाग खड़े हुए। देवों के राजा शक्र उस समय दानवो को पूरी टक्कर कर दे रहे थे, परंतु उनके सारथी ने जब देवों की सेना को भागते देखा तो वह देवराज के रथ को भगाते हुए आकाश की ओर ले उड़े। दानवों ने उस रथ का तेजी से पीछा किया। 

शक्र की उड़ान  Shakra flight

तभी शक्र की दृष्टि ऊंचे - ऊंचे पेड़ों पर स्थित चीलों के घोंसलों पर पड़ी। यदि उनका रथ उसी दिशा में उसी गति से जाता तो चील के अंडे और बच्चे नष्ट हो जाते। अतः उन्होंने अपने सारथी को कहा कि वह रथ को वापस दानवों की और पीछे लौटा ले।

रथ को पीछे लौटते और शक्र के हाथों में खड्ग देख दानवों ने समझा कि शक्र ने ऐसा किसी युद्ध नीति के तहत किया था। अतः वे सारे दानव जो उनका पीछा कर रहे थे, डर कर भाग खड़े हुए। दानवो के भागने के बाद देवसेना पुनः एकत्रित हुई और दानवो पर आक्रमण कर उन्हें परास्त किया।

English Translate

Shakra flight

 Once there was a fierce war between the gods and the demons. In that war, Dev was defeated and escaped. At that time, Shakra, the king of the gods, was giving a full fight to Danavo, but when his charioteer saw the army of the gods running away, he flew away the chariot of Devraj towards the sky. The demons chased that chariot fast.

शक्र की उड़ान  Shakra flight

 At the same time, the sight of Shakra fell on the nests of the eagles situated on the tall trees. If their chariot had moved in the same direction in the same direction, the eagle eggs and children would have been destroyed. So he asked his charioteer to take the chariot back to the demons.

 After returning the chariot and seeing the pillar in Shakra's hands, the demons understood that Shakra had done so under a war policy. So all the demons who were chasing them, ran away in fear. After Danvo's escape, Devasena regrouped and attacked Danwo and defeated him.

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

शहतूत (Mulberry)~Shahtoot

शहतूत (Mulberry) एक मीठा फल है, जो अपने खास स्वाद के लिए जाना जाता है। इसके मीठे और तीखे स्वाद के कारण शहतूत (Mulberry) की ज्यादातर किस्मों का इस्तेमाल शरबत, जैम, जेली, शराब, चाय आदि के लिए किया जाता है।शहतूत (Mulberry) का पेड़ लोगों को शहतूत(Shahtoot) प्रदान करने के अलावा कई अन्य लाभ भी देता है। शहतूत(Shahtoot) के पेड़ की पत्तियां रेशम के कीड़े के लिए एकमात्र खाद्य श्रोत है।

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

शहतूत का फल खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही सेहतमंद भी है।आयुर्वेद में शहतूत के ढेरों फायदे के बारे में बताया गया है। गर्मियों में शहतूत के सेवन से लू नहीं लगती।

जानते हैं शहतूत के फायदे ,नुकसान ,उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

शहतूत पोषक तत्वों से भरपूर है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। इसमें आयरन, विटामिन सी, विटामिन के, पोटेशियम, फास्फोरस और कैल्शियम शामिल है। इसमें फाइबर, कार्बनिक यौगिक तथा एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया जाता है।

शहतूत के औषधीय गुण, फायदे और नुकसान

#  लू/ गर्मी 

शहतूत गर्मियों का फल है और गर्मियों में प्रतिदिन इसके सेवन से लू नहीं लगती।

#  इम्युनिटी बढ़ाता है

शहतूत में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है, जो रोगों से लड़ने में हमारी मदद करता है और इसके साथ ही हमारी इम्यूनिटी को बढ़ाता है।

#  टॉन्सिल को दूर करता है

शहतूत का सेवन गले के लिए भी फायदेमंद होता है। खासकर टॉन्सिल के रोग में इसके सेवन से काफी मदद मिलती है। टॉन्सिल से परेशान व्यक्ति इसका शरबत बनाकर पी सकते हैं।

#  कब्ज में

शहतूत के सेवन से पेट भी दुरुस्त रहता है। अगर पेट में कब्ज की शिकायत है, तो शहतूत के जूस में थोड़ी मात्रा में पिप्पली का चूर्ण मिलाकर पीने से कब्ज दूर होता है। शहतूत में मौजूद फाइबर पेट के पाचन तंत्र को भी ठीक करता है।

#  रक्त संचार

शहतूत के सेवन से खून में मौजूद अशुद्धियों को दूर किया जा सकता है और साथ ही यह रक्त परिसंचरण की प्रक्रिया को भी नियंत्रित करता है। यह खून को साफ करता है।

#  ब्लड शुगर में

शहतूत शरीर में इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाता है और खून में शुगर की अधिक मात्रा को कम करने में सहायक है।

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

#  एनीमिया में सहायक 

एनीमिया की समस्या होने पर भी शहतूत का इस्तेमाल कर सकते हैं। शहतूत में एंटी हिमॉलिटिक (हीमोग्लोबिन का स्तर को बढ़ाने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो एनीमिया की समस्या को काफी हद तक कम करने में सक्षम है।

#  मजबूत हड्डियों के लिए 

सफेद शहतूत में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है।

#  मुंह के छाले

एक चम्मच शहतूत के रस को एक कप पानी में मिलाकर कुल्ले करने से मुंह के दाने वह छाले ठीक हो जाते हैं।

#  पेट के कीड़े

शहतूत के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।

#  फोड़ा

शहतूत के पत्तों पर पानी डालकर पीसकर गर्म करके फोड़े पर बांधने से पका हुआ फोड़ा फट जाता है तथा घाव जल्दी भर जाता है।

#  अपच होने पर

*  शहतूत के छह कोमल पत्तों को चबाकर पानी के साथ सेवन करने से अपच रोग में लाभ होता है।

*  शहतूत को पकाकर शरबत बना लें फिर इसमें छोटी पीपली का चूर्ण मिलाकर पिलाने से लाभ होता है।

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

#  टॉन्सिल का बढ़ना

एक चम्मच शहतूत के शरबत को गर्म पानी में मिलाकर गरारे करने से गले के टॉन्सिल में आराम मिलता है।

शहतूत के पौष्टिक तत्व ( Nutritional Value of Mulberry)


शहतूत के नुकसान

*  शहतूत में पोटेशियम की भरपूर मात्रा है जो गुर्दे की बीमारियों और पित्ताशय के दर्द से पीड़ित रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है किडनी से संबंधित रोगियों को पोटेशियम की अधिक मात्रा नहीं लेनी चाहिए इसीलिए शहतूत से बचना चाहिए।

*  शहतूत रक्त शर्करा को कम करता है अतः जिसे पहले से रक्त शर्करा की कमी की परेशानी है उसे शहतूत का सेवन नहीं करना चाहिए।

*  लीवर की समस्या से पीड़ित रोगी को शहतूत के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

English Translate


Mulberry ~ Shahtoot

 Mulberry is a sweet fruit, which is known for its distinct taste. Due to its sweet and pungent taste, most varieties of Mulberry are used for sherbet, jam, jelly, liquor, tea etc. The Mulberry tree provides people with mulberry, besides many others. It also gives benefits. The leaves of the mulberry (Shahtoot) tree are the only food source for silkworms.

 The fruit of mulberry is as delicious as it is healthy to eat, it is healthy as well. There are many benefits of mulberry in Ayurveda. Consumption of mulberry in summer does not cause heatstroke.

 Know the Advantages, Disadvantages, uses and medicinal properties of Mulberry

 Mulberry is rich in nutrients, which are essential for our body. It contains iron, vitamin C, vitamin K, potassium, phosphorus and calcium. It also has fiber, organic compounds and antioxidant properties.

 Medicinal properties, advantages and disadvantages of Mulberry

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

 # Lu / Summer

 Mulberry is the fruit of summer and its use in summer does not cause heatstroke.


 # Increases Immunity

 Mulberry contains good amount of Vitamin C, which helps us in fighting diseases and at the same time enhances our immunity.


 # Removes Tonsils

 Consumption of mulberry is also beneficial for the throat. Especially in the disease of tonsils, its intake helps a lot. Persons suffering from tonsils can drink it by making syrup.


 # In Constipation

 Consumption of mulberry also keeps the stomach healthy. If there is a complaint of constipation in the stomach, then drinking a small quantity of Pippali powder mixed with mulberry juice, the constipation is eliminated. The fiber present in mulberry also cures the digestive system of the stomach.


 # Blood Circulation

 By taking mulberry, the impurities present in the blood can be removed and at the same time it also controls the process of blood circulation. It cleanses the blood.


 # In blood Sugar

 Mulberry increases the activation of insulin in the body and is helpful in reducing excess sugar in the blood.

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

 #  Helpful in Anemia

 Mulberry can be used even if you have anemia problem. Mulberry has anti-hermolytic (hemoglobin level enhancing) effect, which is able to reduce the problem of anemia to a great extent.


 # For strong bones

 Calcium is found in abundance in white mulberry, which helps in strengthening bones.


 # Mouth Sores

 Mixing one teaspoon of mulberry juice in one cup of water and gargling it cures mouth blisters.


 # Stomach bug

 Taking a decoction of the bark of mulberry tree kills stomach worms.


 # Boil

 Put water on mulberry leaves and grind it and heat it and tie it on the boil, it causes ripe boil and wounds heal quickly.


 # If Indigestion

 * Chewing six soft leaves of mulberry and drinking it with water is beneficial in indigestion.

 * Cook the mulberry and make sherbet, then mixing it with the powder of small peppercorns is beneficial.


 # Tonsil enlargement

 Gargling a spoonful of mulberry syrup mixed with warm water provides relief in the tonsils of the throat.

शहतूत ~ Mulberry ~ Shahtoot

 Side Effects of Mulberry 

 * Mulberry contains plenty of potassium which can be harmful for patients suffering from kidney diseases and gall bladder pain. Kidney related patients should not take excessive amount of potassium which is why mulberry should be avoided.

 * Mulberry reduces blood sugar, so those who already have a problem of blood sugar deficiency should not consume mulberry.

 * Patients suffering from liver problems should avoid excessive intake of mulberry



इत्र की बूंद ~ Itra ki Boond

इत्र की बूंद

इत्र की बूंद

आज अकबर बीरबल की एक और मजेदार कहानी आपके साथ शेयर करते हैं।

भारत के शहंशाह और अकबर अक्सर एक-दूसरे को उपहार भेजा करते थे। एक बार फारस के शहंशाह ने बादशाह अकबर को एक दुर्लभ किस्म का इत्र भेंट किया। 

इत्र लगाने की चाहत में अकबर अपने कक्ष में गए और इत्र की शीशी खोलने लगे, लेकिन जैसे ही उन्होंने इत्र की शीशी खोली इत्र की एक बूंद जमीन पर गिर पड़ी। अकबर तुरंत घुटनों के बल बैठ गए और उंगली से समेटकर इत्र की उस बूंद को उठाने लगे। ठीक उसी वक्त किसी काम से बीरबल कक्ष में अंदर आ पहुंचे। 

घुटनों के बल बैठे अकबर ने जब बीरबल को अपने सामने पाया, तो वह हड़बड़ा गए। उस हालत में अकबर को देखकर बीरबल मुंह से तो कुछ ना बोले, परंतु उनकी आंखों में हंसी साफ झलक रही थी। अकबर को बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई। हिंदुस्तान का बादशाह इत्र की एक बूंद के लिए अपने घुटनों पर आ गिरे। यह शर्म वाली बात तो थी। 

अकबर को लगा कि बीरबल अवश्य ऐसा ही कुछ सोच रहे होंगे। उस समय तो वह कुछ ना बोल सके, परंतु उनका मन उन्हें अंदर ही अंदर कचोट रहा था। वह किसी भी तरह बीरबल की अपने प्रति धारणा बदलना चाहते थे।  इसलिए अगले ही दिन उन्होंने अपने शाही हमाम को इत्र से भरवा दिया और एलान करवा दिया कि कोई भी आकर वहां से इत्र ले जा सकता है। लोग वहां से बाल्टी भर- भर कर इत्र ले जाने लगे।

अकबर ने बीरबल को बुलावा भिजवाया और यह नजारा दिखाते हुए बोले, "बीरबल देखो प्रजा कैसे खुशी से बाल्टी भर भर के इत्र ले जा रही है। तुम इस बारे में क्या सोचते हो ? अकबर की मनसा बीरबल को यह दिखाने की थी कि हिंदुस्तान का बादशाह अकबर इत्र के मामले में कंजूस नहीं है। वह चाहे तो हमाम भर इत्र दान कर सकता है। 

बीरबल मंद - मंद मुस्कुराते हुए बस इतना ही बोले, " बूंद से जाती, वह हौज से नहीं आती। अर्थात पूरा सागर भर देने के बाद भी वह कभी नहीं लौटता जो एक बूंद से चला गया हो। 

बीरबल ने इस वाक्य के सहारे कह दिया कि अकबर की इत्र उठाने की स्वभाविक कंजूस प्रवृत्ति के कारण जो इज्जत चली गई वह तो पूरा का पूरा सागर भर देने के बाद भी वापस नहीं आएगी।

सीख (Moral of The Story)

स्वाभाविक रूप से की गई हर क्रिया - प्रतिक्रिया मनुष्य के वास्तविक स्वरूप को दर्शाती है। इसे दिखावे का आवरण ढक नहीं सकता। 

English Translate

Perfume 

इत्र की बूंद

 Today Akbar shares another funny story of Birbal with you.

 The Emperor and Akbar of India often sent gifts to each other. Once the emperor of Persia presented a rare type of perfume to Emperor Akbar.

 Wanting to apply perfume, Akbar went to his chamber and started opening the perfume bottle, but as he opened the perfume bottle, a drop of perfume fell on the ground. Akbar immediately sat down on his knees and covered it with a finger and started lifting that drop of perfume. At the same time Birbal came inside the room for some work.

 When Akbar, who was sitting on his knees, found Birbal in front of him, he was shocked. Seeing Akbar in that condition, Birbal did not say anything to his mouth, but laughter was clearly visible in his eyes. Akbar felt extremely embarrassed. The King of India fell to his knees for a drop of perfume. It was a shame

 Akbar thought that Birbal must have been thinking something like this. At that time, he could not speak anything, but his mind was troubling him inside. He wanted to change his perception of Birbal somehow. So the very next day, he filled his royal hammam with perfume and made him declare that anyone can come and take the perfume from there. People started carrying perfume filled with buckets from there.

 Akbar sent a call to Birbal and while showing this view, said, "Look how Birbal is happily carrying a bucketful of perfumes. What do you think about this? Akbar's intent was to show Birbal that India Emperor Akbar is not stingy in the case of perfume. He can donate a perfume if he wants.

 Birbal smiled dimly and said this much, "She goes by the drop, she does not come from the tank. That is, even after filling the entire ocean, he never returns who has gone by a drop.

 Birbal said with the help of this sentence that due to Akbar's natural stingy tendency to pick up perfume, the respect that went away will not come back even after filling the entire ocean.


 Moral of the Story

 Naturally, every action - reaction reflects the true nature of man. It cannot cover the cover of appearance.