पेठा/ Petha/ Winter Melon /Ash Gourd

पेठा (Petha)

पेठा/ Petha/ Winter Melon /Ash Gourd

पेठा को हम सभी सिर्फ एक मिठाई के तौर पर जानते हैं। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। पेठा सिर्फ एक मिठाई ही नहीं है, बल्कि इसका उपयोग सब्जी के लिए भी किया जाता है। साथ ही इसके अनेक औषधीय उपयोग भी हैं। पेठा को शीतकालीन तरबूज भी कहते हैं। भारत में क्षेत्रीय भाषा में इसे कद्दू, भूरा या सफेद कद्दू, कुष्मांड, भतुआ और कोहड़ा भी कहा जाता है। 

ब्रह्माजी के दुर्गा कवच में वर्णित नवदुर्गा के नौ विशिष्ट औषधियों में से एक पेठा (Petha)

ब्रह्माजी के दुर्गा कवच में वर्णित नवदुर्गा के नौ विशिष्ट औषधियों में से एक चंदुसूर (धनिया)

पेठा क्या है?

पेठे को एक तरह का फल या सब्जी कहा जा सकता है। पेठा एक मजबूत बेल वाला पौधा है। इसकी बेल 1 से 2 मीटर तक बढ़ सकती है। यह पौधा जुलाई से सितंबर के दौरान बोया जाता है। यह हल्की और अच्छी तरह से सुखी मिट्टी में पनपता है। यह सफेद मोम के साथ हरे रंग वाला पौधा होता है। पेठा 25 से 40 सेंटीमीटर लंबाई का और लगभग 30 पाउंड वजन का होता है। इस फल का छिलका पतला होता है। इसमें अंदर रसदार और मीठा गुदा होता है, जो आमतौर पर अंडाकार और सफेद और पीले भूरे रंग के बीज के साथ होता है। पेठा का फल ठंडे मौसम के दौरान पकता है।

जानते हैं पेठा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

पेठा/ Petha/ Winter Melon /Ash Gourd

पेठा में भरपूर पोषक तत्व होते हैं। इसमें विटामिन b1, विटामिन b3 और विटामिन सी शामिल है। इसमें कैल्शियम, सोडियम, जस्ता, लोहा, फास्फोरस, मैंगनीज, तांबा, मैग्निशियम, सेलेनियम और पोटेशियम जैसे विभिन्न खनिज भी होते हैं। पोटेशियम में इसकी उच्च सामग्री के कारण यह रक्त चाप के स्तर को बनाए रखने में मददगार है। इसमें लगभग 96% पानी होता है। इसीलिए जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनको इसका सेवन करना चाहिए।

इम्यूनिटी बढ़ाने में

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पेठा उपयोगी है। आयरन की कमी से इम्यून सिस्टम से जुड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे आयरन की कमी को पूरा करने में पेठा सहायक होता है, क्योंकि इसमें आयरन की अच्छी मात्रा पाई जाती है।

वजन कम करने में

पेठे में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और अपेक्षाकृत कैलोरी कम होती है। इस सब्जी के सेवन से पेट भरा हुआ महसूस होता है। खनिज और पोषक तत्व का समृद्ध मिश्रण भी मांसपेशियों की वृद्धि और एक मजबूत चयापचय को बढ़ावा देता है, जो वजन कम करने में सहायक होता है।

पेठा/ Petha/ Winter Melon /Ash Gourd

कब्ज की परेशानी में

सफेद पेठा में एंटीऑक्सीडेंट, गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव जैसे गुण होते हैं, जो गैस और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। अतः अगर आप कब्ज की समस्या से परेशान हैं, तो पेठा इसमें मददगार हो सकता है।

तनाव कम करने में 

सफेद पेठा में ऐसे कई विटामिन और खनिज पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाले तनाव को काफी हद तक कम करते हैं। इसके सेवन से हमारा सेंट्रल नर्वस सिस्टम भी अच्छा रहता है और हमारी याददाश्त भी अच्छी रहती है।

पथरी की समस्या में

सफेद पेठे के रस में हींग मिलाकर सेवन करने से पथरी की समस्या से राहत मिलती है। सफेद पेठा में विटामिन सी और विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है, जो पथरी के रोगियों के लिए फायदेमंद है।

पीलिया की समस्या

पीलिया से ग्रस्त व्यक्ति को प्रतिदिन पेठा का सेवन करना चाहिए। यह उसके लिए फायदेमंद होता है।

हृदय को स्वस्थ रखने में 

घुलनशील फाइबर शरीर में कोलेस्ट्रॉल और वसा के अवशोषण को कम करता है यह पित्त को समाप्त करता है, जो कोलेस्ट्रोल से बनता है। इसलिए यह शरीर से समग्र कोलेस्ट्रोल भंडार को कम कर देता है और हृदय को स्वस्थ बनाता है।

पेठा में पाए जाने वाले पोषक तत्व 

पेठा में पाए जाने वाले पोषक तत्व

पेठा के नुकसान

  • मोटे लोगों को इसका उपयोग कम मात्रा में तथा सीमित अवधि के लिए करना चाहिए।
  • कोल्ड, अस्थमा या ब्रोंकाइटिस की समस्या होने पर इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • अगर यह मिठाई के रूप में है तो अपच की समस्या में यह आदर्श नहीं है।
English Translate

Petha (Winter Melon /Ash Gourd)

We all know Petha only as a sweet. It is very tasty to eat. Petha is not just a dessert, but it is also used for curry. It also has many medicinal uses as well. Petha is also known as winter melon. In India, it is also known as Kaddu, Brown or White Pumpkin, Kushmand, Bhatua and Kohda in regional language.
पेठा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

What is Petha?

Petha can be called a kind of fruit or vegetable. Petha is a strong vine plant. Its vine can grow up to 1 to 2 meters. This plant is sown during July to September. It thrives in light and well drained soil. It is a green plant with white wax. Petha is 25 to 40 cm in length and weighs about 30 pounds. The peel of this fruit is thin. It has a juicy and sweet anus inside, which is usually oval and with white and yellowish brown seeds. Petha fruit ripens during cool weather.

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Petha

Petha is rich in nutrients. It contains Vitamin B1, Vitamin B3 and Vitamin C. It also contains various minerals like calcium, sodium, zinc, iron, phosphorus, manganese, copper, magnesium, selenium and potassium. It is helpful in maintaining blood pressure levels due to its high content in potassium. It contains about 96% water. That is why people who want to lose weight should consume it.

in boosting immunity

Petha is useful for increasing the immunity of the body. Iron deficiency can cause problems related to the immune system. Petha is helpful in fulfilling such iron deficiency, as a good amount of iron is found in it.

in losing weight

Petha is high in fiber and relatively low in calories. Consuming this vegetable makes the stomach feel full. The rich mix of minerals and nutrients also promotes muscle growth and a strong metabolism, which aids in weight loss.

in trouble with constipation

Safed petha has antioxidant, gastro-protective properties, which are helpful in relieving problems like gas and constipation. Therefore, if you are troubled by the problem of constipation, then petha can be helpful in this.
पेठा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

in reducing stress

Many such vitamins and minerals are found in white petha, which reduce the stress arising in our body to a great extent. Our central nervous system is also good by its consumption and our memory is also good.

in kidney problem

Taking asafetida mixed with white petha juice provides relief from the problem of stones. White Petha is rich in Vitamin C and Vitamin E, which is beneficial for stone patients.

jaundice problem

A person suffering from jaundice should consume petha daily. It is beneficial for him.

keeping heart healthy

Soluble fiber reduces the absorption of cholesterol and fat in the body. It eliminates bile, which is made from cholesterol. Hence it reduces the overall cholesterol stores from the body and makes the heart healthy.

Side Effects of Winter Melon

  • Obese people should use it in small quantities and for a limited period of time.
  • It should not be used if there is a problem of cold, asthma or bronchitis.
  • If it is in the form of sweets then it is not ideal in the problem of indigestion.
पेठा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

19 comments:

  1. हम लोग के यहां भथुआ कहा जाता है, बाजार में यह पेठा के रूप में ही मिलता है.. अपने प्राकृतिक रूप में तो कभी दिखाई नहीं दिया या फिर कभी ध्यान नहीं दिया क्योंकि इसके बारे में कुछ ज्यादा पता ही नहीं था..
    Thanks to share it👍👍

    ReplyDelete
  2. वाह रे पेठा जु क्या बात है।

    ReplyDelete
  3. पेठा खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता। इसके इतने फायदे तो पता ही नहीं था। पेठा का फल लौकी के तरह झमरे पर होता है।

    Very useful information..

    ReplyDelete
  4. मान.@narendramodi जी हम आज़ादी के समय से माँगते आ रहे है
    ललितपुर से सागर
    #सागर_से_देवरी_कलाँ
    देवरी कलाँ से छिंदवाडा तक
    देने रेलमार्ग देने की कृपा करे
    बरमान से सागर तक125किमी पदयात्रा का ज्ञापन
    रेल मंत्रालय को दे चुके है
    @AshwiniVaishnaw
    @prahladspatel
    https://twitter.com/jaswantnirala68/status/1435625242546761730/video/1

    ReplyDelete
  5. आजकल हमारे यहा भी बनने लगा है

    ReplyDelete
  6. जिससे बनता हमारे यां उसको 👉भूरा कुम्हड़ा👈 बोलते है

    ReplyDelete
  7. Good Information ✔️✔️👍

    ReplyDelete
  8. पेठा के इतने सारे फायदे जानकर आश्चर्य हुआ लेकिन पेठा एक ऐसी मिठाई है जो शुद्ध मिलती है क्योंकि इसमें मिलावट संभव नहीं। उपयोगी जानकारी मिली, सेवन करने और कराने योग्य मिठाई

    ReplyDelete
  9. अच्छी जानकारी

    ReplyDelete
  10. अच्छी जानकारी

    ReplyDelete
  11. आजकल की मिलावट भरी मिठाइयों के बीच पेठा अभीभी शुद्ध कहा जा सकता है।

    ReplyDelete
  12. बहुत ही रोचक जानकारी। मैंने रोपण, खेती और देखभाल संदेश को बहुत ध्यान से पढ़ा, क्योंकि मेरे पास कई पौधों वाला एक बगीचा है और अभी भी अधिक है। इसके गुणों के कारण, मैं इस हरे खरबूजे को अपने बगीचे में उगाना बहुत पसंद करूंगा, लेकिन मुझे लगता है कि जलवायु उसके लिए बहुत ठंडी होगी। हालांकि मैं खूबसूरती से विभिन्न लताओं का प्रबंधन करता हूं - और हरे अंगूरों का। वे बहुत स्वादिष्ट और मीठे होते हैं।

    ReplyDelete
    Replies
    1. हिंदी लिखने का बहुत अच्छा प्रयास। पोस्ट से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद। पोलैंड की जलवायु का मुझे ज्ञान नहीं, इसलिए मैं इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकती।
      आपकी फोटोग्राफी और गार्डेनिग लाजवाब है।

      Delete