जीरा/ Jeera/ Cumin

जीरा/ Jeera/ Cumin

जीरा से भला कौन अपरिचित होगा। व्यंजन को स्वादिष्ट बनाने वाले मसालों में से एक जीरा है। इन मसालों में केवल स्वाद ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी छुपा हुआ होता है। जीरा का प्रयोग कई बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है।
जीरा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

जीरा क्या है?

जैसा कि हम सभी जानते हैं जीरा एक तरह का मसाला है, जिसे भारत में बड़े स्तर पर उपयोग में लाया जाता है। यह व्यंजन के स्वाद को बढ़ाता है और इसकी खुशबू से डाइजेस्टिव एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं और इससे मुंह में सलाइवा का निर्माण होने लगता है, जिससे भोजन का पाचन अच्छी तरीके से होता है। इसका वैज्ञानिक नाम क्यूमिनम सायमिनम(Cuminum Cyminum) है। बाजार में सामान्यतः दो प्रकार का जीरा उपलब्ध होता है - काला और सफेद। सफेद जीरा अधिकतर गरम मसाला बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, जो खाने की खुशबू और स्वाद को बढ़ाता है। वहीं काले जीरे का इस्तेमाल भी गर्म मसाले में किया जाता है, लेकिन इसकी खुशबू सफेद जीरे से थोड़ी कम होती है। दोनों जीरे में इतनी समानता होती है कि भेद करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन काला जीरा सफेद जीरे से महंगा होता है। इसके फूल सफेद रंग के क्षत्रको  में लगते हैं, जो पकने पर फलों में बदल जाते हैं। इसका पौधा 60 से 90 सेंटीमीटर ऊंचा और सीधा होता है। इसके फूल गहरे नीले या बैगनी रंग के होते हैं। इसके फल 4 से 6 मिली मीटर लंबे बेलनाकार होते हैं।

जानते हैं जीरा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

जीरा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

मुंह की बदबू में

जीरा तथा सेंधा नमक के चूर्ण का दिन में 2 बार सेवन करने से मुंह से आने वाली बदबू ठीक होती है।

सर्दी जुखाम में

सर्दी जुकाम होने पर या पुरानी सर्दी से आराम पाने के लिए काले जीरे को जला लें और इसका धुआं सूंघने से फायदा होता है। कफ से पीड़ित व्यक्ति जीरे का 10 से 20 मिलीलीटर काढ़ा पिए तो फायदेमंद होता है।

खट्टी डकार के लिए

कुछ भी गलत सही, उल्टा सीधा खाने के बाद खट्टी डकार आना आम समस्या है। इसके लिए 200 मिली पानी में 50 मिलीग्राम जीरा पाउडर डालकर काढा बना लें। जब यह 50 मिली शेष रह जाए, तब उतारकर छान लें और इसमें काली मिर्च तथा काला नमक मिलाकर पीने से खट्टी डकार आनी बंद हो जाती है। साथ ही मल त्याग करने में परेशानी नहीं होती।

एसिडिटी की समस्या

एसिडिटी एक आम समस्या है, जिससे बचने के लिए जीरा और धनिया के 120 ग्राम पेस्ट को 750 ग्राम घी में पकाएं। इसे प्रतिदिन 10 से 15 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से एसिडिटी के साथ-साथ पुरानी कफ की समस्या पित्त की समस्या तथा भूख की कमी ठीक होती है। 

भूख बढ़ाने के लिए

कई बार बुखार या किसी अन्य बीमारी के हो जाने पर बाद में भूख की कमी हो जाती है। ऐसे में 3 ग्राम जीरे को 3 मिलीलीटर नींबू के रस में भिगो लें तथा इसमें 3 ग्राम सेंधा नमक मिलाकर सेवन करें, इससे भूख बढ़ती है।

बुखार उतारने में

5 से 10 ग्राम जीरे के पेस्ट में समान मात्रा में गुण मिला लें। इसे खाकर गुनगुना पानी पीने से कपकपी और ठंड वाली बुखार खत्म होती है।

अपच की समस्या

जीरा और धनिया के पेस्ट को घी में पकाएं। सुबह-शाम भोजन से आधा घंटा पहले इसका सेवन करने से अपच तथा वात- पित्त दोष में लाभ होता है।

पेट में कीड़े होने पर

पेट में कीड़े हो जाने पर 15 ग्राम जीरा को 400 मिलीलीटर पानी में उबालें। जब काढ़ा एक चौथाई बचे तो इसे 20- 40 मिलीलीटर मात्रा में सुबह-शाम पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
जीरा के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

दांत दर्द में

दांत दर्द की समस्या होने पर काले जीरे का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से दर्द से आराम मिलता है।

दस्त में

दस्त की समस्या होने पर 5 ग्राम जीरे को भूनकर- पीसकर उसे दही या लस्सी के साथ मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।

आंखों से पानी आना

आंखों से पानी आने पर 7 ग्राम जिले को आधा लीटर खौलते हुए जल में डालकर काढ़ा बना लें। इस पानी से आंखों को धोने से आंखों से पानी बहना बंद हो जाता है तथा आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।

बवासीर की समस्या

5 ग्राम सफेद जीरे को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। जब एक चौथाई शेष रह जाए, तो उसमें मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पीने से बवासीर में आराम मिलता है।

बालों में जू की समस्या

अगर बालों में जूँ या लिख से परेशान हैं, तो जीरा बीज के चूर्ण में नींबू का रस मिलाकर सिर पर लेप करने से जुऐं मर जाती हैं।

जीरा के नुकसान

जीरा के नुकसान
शरीर के लिए जीरा के फायदे अनेक हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से शरीर को जीरे के नुकसान भी हो सकते हैं। चलिए जानते हैं, क्या हैं जीरा के नुकसान 
  • जीरे की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्भवतियों को जीरे का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए।
  • अगर किसी को जीरे से एलर्जी है या कोई पहली बार जीरे का सेवन कर रहा है, तो थोड़ी सावधानी के साथ इसका सेवन करें, क्योंकि इससे त्वचा पर एलर्जी हो सकती है।
  •  इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।
  • अत्यधिक सेवन से रक्तस्राव का खतरा पैदा कर सकता है।
  • काले जीरे के तेल का अधिक उपयोग करने से हल्की विषाक्तता हो सकती है।

अन्य भाषाओं में जीरा का नाम

Hindi - जीरा, सादाजीरा, साधारण जीरा, सफेद जीरा
Urdu - जीराह (Jirah)
English - कॉमन कारावे (Common caraway), क्युमिन (Cumin)
Bengali - सादाजीरे (Sadajire), जीरे (Jire)
Marathi - जीर्रे (Jirre), पांढ़रे जीरे (Pandhre jire)
Gujarati - जींरु (Jeenru), शाकनु जींरु (Shankanu jeenru)
Kannada - जीरिगे (Jirige), विलिय जिरिगे (Viliyajirige), विलिय जीरगे (Viliya jirige)
Telugu - जिलकारा (Jilkara), जील करर (Jilkarar)
Tamil - शीरागम (Shiragam), शीरुगम (Sheerugam)
Malayalamm- जीराकाम (Jirakam)
Nepali - जीरा (Jira)
Persian- जीरये सफेद (Jiraye safed)

जीरा में मौजूद पौष्टिक तत्व (Nutritional Value of Cumin)

जीरा में मौजूद पौष्टिक तत्व (Nutritional Value of Cumin)

Cumin / Jeera / Cumin

Who would be unfamiliar with cumin? One of the spices that makes the dish delicious is cumin. These spices have not only taste but also hidden health benefits. Cumin is also used in the treatment of many diseases.

What is cumin?

जीरा/ Jeera/ Cumin
As we all know cumin is a kind of spice, which is widely used in India. It enhances the taste of the dish and its aroma activates the digestive enzymes and this leads to the formation of saliva in the mouth, which leads to better digestion of food. Its scientific name is Cuminum Cyminum. There are generally two types of cumin available in the market - black and white. White cumin is mostly used for making garam masala, which enhances the aroma and taste of food. At the same time, black cumin is also used in hot spices, but its aroma is slightly less than white cumin. There is so much similarity between the two cumin seeds that it becomes difficult to distinguish, but black cumin is costlier than white cumin. Its flowers are found in white colored Kshetras, which turn into fruits when ripe. Its plant is 60 to 90 cm high and erect. Its flowers are dark blue or purple in color. Its fruits are cylindrical, 4 to 6 mm long.

Know about the benefits, harms, uses and medicinal properties of cumin

In Mouth Odor

Taking the powder of cumin and rock salt twice a day ends the bad smell coming from the mouth.

In Cold

In case of cold or to get relief from chronic cold, burn black cumin and inhaling its smoke is beneficial. If a person suffering from phlegm drinks 10 to 20 ml decoction of cumin, it is beneficial.

For Sour Taste

Sour belching is a common problem after eating anything wrong, right or wrong. For this, make a decoction by adding 50 mg cumin powder in 200 ml water. When it remains 50 ml, then filter it and mix black pepper and black salt in it and drink it, it stops sour belching. Also, there is no problem in passing stool.

Acidity Problem

Acidity is a common problem, to avoid this, cook 120 grams paste of cumin and coriander in 750 grams of ghee. Consuming 10 to 15 grams of it daily, along with acidity, the problem of chronic phlegm, problems of bile and lack of appetite are cured.

To Increase Appetite

Sometimes there is a lack of appetite after fever or any other disease. In this case, soak 3 grams cumin seeds in 3 ml lemon juice and take 3 grams rock salt mixed with it, it increases appetite.

Fever

Mix equal quantity of properties in 5 to 10 grams of cumin paste. Consuming this and drinking lukewarm water ends shakiness and cold fever.

Indigestion Problem

Cook cumin and coriander paste in ghee. Taking it half an hour before meals in the morning and evening, it is beneficial in indigestion and vata-pitta dosha.

Worms in Stomach

In case of worms in the stomach, boil 15 grams cumin seeds in 400 ml water. When one-fourth of the decoction remains, take 20-40 ml of it twice a day, it kills stomach worms.

In Toothache

In case of toothache, making a decoction of black cumin and gargling it provides relief from pain.

In Diarrhea

If there is a problem of diarrhea, after roasting 5 grams cumin seeds and grinding it, mixing it with curd or lassi is beneficial.

Watery Eyes

Make a decoction by putting 7 grams of the district in half a liter of boiling water after water comes from the eyes. Washing the eyes with this water stops the flow of water from the eyes and also increases the eyesight.

Piles Problem

Make a decoction by boiling 5 grams white cumin seeds in water. When one-fourth remains, mix sugar candy in it and drink it twice a day, it provides relief in piles.

Lice Problem in Hair

If the hair is troubled by lice or writing, then mixing lemon juice in the powder of cumin seeds and applying it on the head kills the lice.
जीरा/ Jeera/ Cumin

Side Effects of Cumin

The benefits of cumin for the body are many, but consuming too much of it can also cause harm to the body. Let us know, what are the disadvantages of cumin
  • The effect of cumin is hot, so pregnant women should not consume cumin in excess.
  • If someone is allergic to cumin or someone is consuming cumin for the first time, then consume it with some caution, as it can cause allergic reactions on the skin.
  •  Its consumption can reduce the blood sugar level, so diabetic patients should consume it in balanced quantity.
  • Excessive consumption can cause bleeding risk.
  • Overuse of black cumin oil can cause mild poisoning.

22 comments:

  1. जीरे के बंघार का अपना ही महत्व है

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  2. ज़ीरा स्वाद के साथ-साथ बहुत फायदेमंद औषधि है।
    Full information 👌👌👍👍

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  3. बहुत सही गजब की चीज है जीरा

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  4. जीरा अनेक प्रकार से फायदेमंद है।

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  5. बढ़िया जानकारी..👍 ऐसे ही शरीर के फायदे के लिए जानकारी देते रहिए!

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  6. अच्छी जानकारी

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  7. #सोने #चांदी सरीखे सब #मसाले
    लेकिन #जीरा सब मसालों का #हीरा
    ज्यादातर #व्यंजनों में इस्तेमाल होता है
    कोई चिंता नहीं किसी में #ज्यादा_गिरा

    जीरा तो है सब मसालों का सिरमौर
    जीरे जैसा स्वाद कहां किसमें है और
    जीरे के ओर भी बहुत से फायदे हैं
    जनाब जरा फरमाइएं इस पर गौर👌🙏

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  8. Remarkable properties. Thank you for the wonderful description.

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  9. अच्छी जानकारी

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  10. बहुत उम्दा जानकारी दी है आपने शुक्रिया

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  11. Very useful Post... पेट की समस्या आजकल आम है। छोटे छोटे बच्चों को भी गैस कब्ज की समस्या हो रही। इन छोटी मोटी समस्याओं का निदान घर पर ही हो जाए तो अच्छा।

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  12. जीरा हर रोज उपयोग में लाया जाने वाला मसाला है। दाल में इसका तड़का लगाए बगैर मजा नहीं आता। इसके इतने फायदे की तो जानकारी ही नहीं थी।
    Thanks for sharing 🙏🙏

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