आज पहली बार (Aaj Paheli Baar) || Sunday.. इतवार ..रविवार ||

 इतवार (Sunday)

Rupa Os ki Boond
"सपना एक देखोगे
मुश्किलें हजार आयेंगी,
लेकिन वो मंजर बड़ा खूबसूरत होगा,
जब कामयाबी शोर मचाएगी..❤"

आज पहली बार 

आज पहली बार
थकी शीतल हवा ने
शीश मेरा उठा कर
चुपचाप अपनी गोद में रक्खा
और जलते हुए मस्तक पर
काँपता सा हाथ रख कर कहा
"सुनो, मैं भी पराजित हूँ
सुनो, मैं भी बहुत भटकी हूँ
सुनो, मेरा भी नहीं कोई
सुनो, मैं भी कहीं अटकी हूँ
पर न जाने क्यों
पराजय नें मुझे शीतल किया
और हर भटकाव ने गति दी
नहीं कोई था
इसी से सब हो गए मेरे
मैं स्वयं को बाँटती ही फिरी
किसी ने मुझको नहीं यति दी"
लगा मुझको उठा कर कोई खडा कर गया
और मेरे दर्द को मुझसे बड़ा कर गया
आज पहली बार

- सर्वेश्वरदयाल सक्सेना (Sarveshwar Dayal Saxena)
Rupa Os ki Boond

"उड़ान तो भरना है, चाहे कई बार गिरना पड़े.
सपनो को पूरा करना है, चाहे खुद से भी लड़ना पड़े..❤"

24 comments:

  1. अति सुन्दर है आपकी रचना धन्यवाद जी
    संडे की पाठशाला में बहुत खूब लिखा है आपने

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  2. अति सुन्दर है आपकी रचना धन्यवाद जी
    संडे की पाठशाला में बहुत खूब लिखा है आपने

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  3. शुभ रविवार, प्रेरणादायक कविता

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  4. फितरत में नहीं हमारी
    किसी का दिल दुखाना
    अपने मतलब के लिए
    किसी का दिल जलाना
    इंसान हम फिर क्यों ना
    सबसे प्यार से पेश आएं
    किसी को खुश देखकर
    क्यों हम मन में द्वेष लाए
    जितना जिसके नसीब में
    उतना ही उसे मिला है
    किसी की कामयाबी देख
    क्यों फिर इतना जला है
    किस्मत अपनी संवार तु
    मन में ना रखना खार तु
    अपने हौसलों से आखिर
    खुद करेगा बेड़ा पार तू
    अपना दुखड़ा देखकर
    उदास कभी भी ना होना
    दूसरों की खुशी में अपनी
    ये आंखें खुशी से भिगोना
    नसीब में जो लिखा है तेरे
    तुझे भी वो जरूर मिलेगा
    तेरा चेहरा भी एक दिन
    खुशी में फुल-सा खिलेगा
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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  5. Very nice poem.,.

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  6. बहुत ही उत्साहवर्धक कविता और कोट्स
    सुन्दर पिक के साथ 👌👌👍👍👍 शुभ रविवार 💐

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  7. Ohoooo, lovely smile 😘😘❤️😘

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  8. खूबसूरत कविता।शुभ रविवार।

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  9. Happy Sunday

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  10. हैप्पी संडे

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  11. बहुत सुंदर लिखा है आपने

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  12. मंजिल पर पहुंच कर लिखेंगे, सफर का आलम कैसा था ।

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