शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

 शरद पूर्णिमा 

वर्ष के बारह महीनों में ये पूर्णिमा ऐसी है, जो तन, मन और धन तीनों के लिए सर्वश्रेष्ठ होती है। शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं; हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा को कहते हैं। ज्‍योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। हिन्दू धर्म में इस दिन कोजागर व्रत माना गया है। इसी को कौमुदी व्रत भी कहते हैं। इसी दिन श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। मान्यता है इस रात्रि को चन्द्रमा की किरणों से अमृत झड़ता है। तभी इस दिन उत्तर भारत में खीर बनाकर रात भर चाँदनी में रखने का विधान है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 2022 में शरद पूर्णिमा आज के दिन 9 अक्टूबर, दिन  रविवार को है। 

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||
एक महीने में चंद्रमा जिन 27 नक्षत्रों में भ्रमण करता है, उनमें ये सबसे पहला है और आश्विन नक्षत्र की पूर्णिमा आरोग्य देती है।
केवल शरद पूर्णिमा को ही चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से संपूर्ण होता है और पृथ्वी के सबसे ज्यादा निकट भी। चंद्रमा की किरणों से इस पूर्णिमा को अमृत बरसता है।
आयुर्वेदाचार्य वर्ष भर इस पूर्णिमा की प्रतीक्षा करते हैं।
जीवनदायिनी रोगनाशक जड़ी-बूटियों को वह शरद पूर्णिमा की चांदनी में रखते हैं। अमृत से नहाई इन जड़ी-बूटियों से जब दवा बनायी जाती है तो वह रोगी के ऊपर तुंरत असर करती है।
"चंद्रमा को वेदं-पुराणों में मन के समान माना गया है-"
"चंद्रमा मनसो जात:"
 वायु पुराण में चंद्रमा को जल का कारक बताया गया है। प्राचीन ग्रंथों में चंद्रमा को औषधीश यानी औषधियों का स्वामी कहा गया है।
शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

ब्रह्मपुराण के अनुसार- सोम या चंद्रमा से जो सुधामय तेज पृथ्वी पर गिरता है उसी से औषधियों की उत्पत्ति हुई और जब औषधी 16 कला संपूर्ण हो तो अनुमान लगाइए उस दिन औषधियों को कितना बल मिलेगा।

शरद पूर्णिमा की शीतल चांदनी में रखी खीर खाने से शरीर के सभी रोग दूर होते हैं। ज्येष्ठ, आषाढ़, सावन और भाद्रपद मास में शरीर में पित्त का जो संचय हो जाता है, शरद पूर्णिमा की शीतल धवल चांदनी में रखी खीर खाने से पित्त बाहर निकलता है।

लेकिन इस खीर को एक विशेष विधि से बनाया जाता है। पूरी रात चांद की चांदनी में रखने के बाद सुबह खाली पेट यह खीर खाने से सभी रोग दूर होते हैं, शरीर निरोगी होता है।

शरद पूर्णिमा को रास पूर्णिमा भी कहते हैं। स्वयं सोलह कला संपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण से भी जुड़ी है यह पूर्णिमा। इस रात को अपनी राधा रानी और अन्य सखियों के साथ श्रीकृष्ण महारास रचाते हैं।

कहते हैं जब वृन्दावन में भगवान कृष्ण महारास रचा रहे थे तो चंद्रमा आसमान से सब देख रहा था और वह इतना भाव-विभोर हुआ कि उसने अपनी शीतलता के साथ पृथ्वी पर अमृत की वर्षा आरंभ कर दी।

गुजरात में शरद पूर्णिमा को लोग रास रचाते हैं और गरबा खेलते हैं। मणिपुर में भी श्रीकृष्ण भक्त रास रचाते हैं। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में शरद पूर्णिमा की रात को महालक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस पूर्णिमा को जो महालक्ष्मी का पूजन करते हैं और रात भर जागते हैं, उनकी सभी कामनाओं की पूर्ति होती है।

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

ओडिशा में शरद पूर्णिमा को कुमार पूर्णिमा के नाम से मनाया जाता है। आदिदेव महादेव और देवी पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का जन्म इसी पूर्णिमा को हुआ था। गौर वर्ण, आकर्षक, सुंदर कार्तिकेय की पूजा कुंवारी लड़कियां उनके जैसा पति पाने के लिए करती हैं।

शरद पूर्णिमा ऐसे महीने में आती है, जब वर्षा ऋतु अंतिम समय पर होती है। शरद ऋतु अपने बाल्यकाल में होती है और हेमंत ऋतु आरंभ हो चुकी होती है और इसी पूर्णिमा से कार्तिक स्नान प्रारंभ हो जाता है।

English  Translate

Sharad Purnima

In the twelve months of the year, this full moon is such, which is best for the body, mind and wealth. Sharad Purnima, also known as Kojagari Purnima or Ras Purnima; According to the Hindu calendar, the full moon of the month of Ashwin is called. According to astrology, the moon is full of sixteen arts on this day only in the whole year. In Hinduism, this day is considered as Kojagar fast. This is also called Kaumudi Vrat. On this day Shri Krishna created Maharas. It is believed that on this night nectar falls due to the rays of the moon. That is why on this day there is a law to make Kheer in North India and keep it in the moonlight overnight. According to the Hindu calendar, in this year 2022, Sharad Purnima is on 9th October, the day Sunday.

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

It is the first of the 27 constellations in which the Moon travels in a month and the full moon of Ashwin Nakshatra gives health.

It is only on Sharad Purnima that the Moon is full of its sixteen phases and also closest to the Earth. On this full moon nectar is showered by the rays of the moon.

Ayurvedacharya waits for this full moon throughout the year.

He keeps life-giving curative herbs in the moonlight of Sharad Purnima. When medicine is made from these herbs bathed with nectar, it immediately affects the patient.

"Moon is considered like mind in Vedas-Purans-"

"Moon Manso Jat:"

 In the Vayu Purana, the Moon has been described as the factor of water. In ancient texts, the moon has been called Aushadhish i.e. the lord of medicines.

According to the Brahmapuran, the medicinal effulgence that falls on the earth from Soma or the Moon, the medicine originated from it, and when the 16 phases of medicine are completed, then guess how much power will be given to the medicines on that day.

By eating kheer kept in the cool moonlight of Sharad Purnima, all the diseases of the body are removed. The accumulation of bile in the body during the months of Jyeshtha, Ashadha, Sawan and Bhadrapada, the bile comes out by eating kheer kept in the cool white moonlight of Sharad Purnima.

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

But this kheer is made with a special method. After keeping it in the moonlight for the whole night, eating this kheer on an empty stomach in the morning cures all diseases, makes the body healthy.

Sharad Purnima is also known as Ras Purnima. The sixteen arts themselves are also associated with the entire Lord Shri Krishna, this full moon. On this night, Shri Krishna along with his Radha Rani and other friends composes Maharas.

It is said that when Lord Krishna was creating Maharas in Vrindavan, the moon was watching from the sky and he became so emotional that he started raining nectar on the earth with his coolness.

In Gujarat, on Sharad Purnima, people make Raas and play Garba. In Manipur also, Shri Krishna devotees create raas. In West Bengal and Odisha, Mahalakshmi is worshiped with rituals on the night of Sharad Purnima. It is believed that those who worship Mahalakshmi on this full moon and stay awake throughout the night, all their wishes are fulfilled.

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

In Odisha, Sharad Purnima is celebrated as Kumar Purnima. Kartikeya, the son of Adidev Mahadev and Goddess Parvati, was born on this full moon. The fair complexion, attractive, beautiful Kartikeya is worshiped by unmarried girls to get a husband like her.

Sharad Purnima comes in a month when the rainy season is at its last. The autumn season is in its childhood and the Hemant season has started and from this full moon the Kartik bath begins.

शरद पूर्णिमा २०२२ || Sharad Purnima 2022 ||

पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है .... आखिर यह 16 कलाएं हैं क्या ?

तो यह १६ कलाएं हैं - चंद्रमा की 16 कला (Moon 16 Kala)

  1. अमृत
  2. मनदा  (विचार)
  3. पूर्ण (पूर्णता अर्थात कर्मशीलता)
  4. शाशनी (तेज)
  5. ध्रुति (विद्या)
  6. चंद्रिका (शांति)
  7. ज्योत्सना (प्रकाश)
  8. कांति (कीर्ति)
  9. पुष्टि (स्वस्थता)
  10. तुष्टि(इच्छापूर्ति)
  11. पूर्णामृत (सुख)
  12. प्रीति (प्रेम)
  13. पुष्प (सौंदर्य)
  14. ज्योत्सना (प्रकाश)
  15. श्री (धन)
  16. अंगदा (स्थायित्व)
ब्लॉग के सभी पाठकों को शरद पूर्णिमा की असीम शुभकामनायें !!

16 comments:

  1. शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई। चंद्रमा की अमृत से भरी किरणों में रखी खीर अवश्य खाएं और शीत प्रधान रोगों से लड़ने की शक्ति प्राप्त करें।

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  2. हार्दिक बधाई जय श्री शरद पूर्णिमा 🙏🏻

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  3. ऋतु परिवर्तन के पावन लोक पर्व शरद पूर्णिमा के अवसर पर आपको सुख समृद्धि और श्रेष्ठ स्वास्थ्य हेतु हार्दिक शुभकामनाएं।

    चंद्रमा की अमृतमयी किरणें से बरसती सुधा आप सभी के जीवन में शीतलता और शांति का संचार करें।

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  4. शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

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  5. शरद पूर्णिमा की शुभकामना

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  6. शरद पूर्णिमा की शुभकामना

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  7. शरद पूर्णिमा की बहुत बहुत बधाई।

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  8. लगातार हो रही बारिश के कारण लग नहीं रहा की इस बार चंद्र देव के दर्शन होंगे। इस बार की शरद पूर्णिमा केवल पावस पूर्णिमा बन कर न रह जाए।

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  9. जी आपको भी सपरिवार कार्तिक शारद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई🌹 चन्द्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण होकर आज हमलोगों के बीच अमृत की वर्षात करने वाली है । हमलोग खीर बनाकर शीत में रख चुके है और रातभर परमात्मा को याद करते हुए सुबह अमृत रूपी इस प्रसाद को ठाकुर जी को समर्पित कर तब हमलोग इस प्रसाद को ग्रहण करेंगे ।
    इतना विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिये आपको हृदय से आभार🙏जय चन्द्रदेव🙏

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  10. 🌕 शरद् पूर्णिमा 🌕

    🌞 09.10.2022 रविवार 🌞

    🙏🏻🌷 कान्हा जी और राधा रानी जी की कृपा से आप और आपका परिवार हमेशा खुश रहे 🌷🙏🏻

    🌷 राधे राधे 🌷

    🙏🏻🌹 आपको और आपके परिवार को शरद् पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाऐं 🌹🙏🏻

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  11. शरद पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं अभिनन्दन.... नारायण जी की कृपा सब पर बनी रहे

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  12. Sharad Purnima ki hardik shubhkamnayen

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  13. शरद पूर्णिमा की आप सबको बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं,

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  14. In October, she was in the zodiac sign of Aries.

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