Koyal (कोयल) || Sunday.. इतवार ..रविवार ||

इतवार (Sunday)

Rupa Os ki Boond
"खोल दे पंख मेरे कहता है परिंदा,
अभी और उड़ान बाकी है, 
जमीन नहीं है मंजिल मेरी,
अभी पूरा आसमान बाकी है..❤"
Koyal (कोयल)

 अमवा की डाली पे,

बोले कोयलिया काली।

मानस की हृदय को अत्यंत ही भाती है,

सुनकरके कूक कूक सबही के मुदित मन।

लोग कहें देखो ये कितना सुंदर गाती है।

शरद के गमन से अमवा बौराए हैं, 

होली में शरद जरी, वृक्षों पे कोपल नई।

अमवा की वाली सी डाली गदराई है, 

कोयलिया काली का मन रोये विरहातुर,

लोग कहें धुन कैसी कोयलिया ने गाई है।

कोयल (Cuckoo)|| Koyal ||
"कामयाबी सुबह के
जैसी होती है,
मांगने पर नहीं, 
जागने पर मिलती है..❤"

कोयल कब कूकती है? कभी आपने सोचा है,क्या बसंत ऋतु के बाद कोयल कहीं चली जाती है? कोयल की आवाज बसंत ऋतु के बाद क्यों नहीं सुनाई देती?

कोयल बसंत ऋतु में ही कूकती हैं और बाद में भी हमारे आस पास रहती है पर आवाज़ नहीं निकाल पाती। बसंत ऋतु में कोयल की कूकने की मीठी बोली सुनाई देती है, जिसे सभी बहुत पसंद करते हैं। पर वसंत के जाते ही उसका कूकना सुनाई देना बंद हो जाता है, तो क्या वसंत के बाद कोयल कहीं चली जाती है? नहीं, ऐसा नहीं है, कोयल बसंत ऋतु के बाद भी कही नहीं जाती है, हमारे आस-पास ही रहती है, लेकिन मौसम में बदलाव के वजह से उसका गला फट जाता है और वह बोल नहीं पाती है। वह सिर्फ बसंत में ही बोल पाती है।

When does the cuckoo cook? Have you ever wondered, do cuckoos go somewhere after the spring season? Why is the cuckoo's voice not heard after the spring season?

Cuckoos chirp only in the spring and remain around us even later, but cannot make a sound. In the spring, the sweet speech of the cuckoo's cooking is heard, which is very much liked by all. But as soon as the spring leaves, its sound stops, so does the cuckoo go somewhere after the spring? No, it is not like that, the cuckoo does not go anywhere even after the spring season, it stays around us, but due to the change in weather, its throat breaks and she is unable to speak. She can speak only in the spring.

कोयल (Cuckoo)|| Koyal ||

27 comments:

  1. बहुत सुंदर जानकारी दी है आपने शुक्रिया जी
    कोयल बसंत ऋतु में बोली मीठी सुनाती है फिर मोंन हो जाती है।।

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  2. Happy Sunday
    Nice picture with so beautiful smile 😊 keep it up

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  3. Mem realy a heart touching feelings

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  4. The Male Cuckoo Is Famous For Its’ Distinctive ‘Koo-Kooo’ Call, Which Has Been Imitated By Clockmakers World-Wide (The Cuckoo Clock, Where-By Rather Than The Clock Chiming, It Will Make a Koo-Kooo Sound). Females Have A Bubbly Chuckle Sound Different From The Males.


    Happy Sunday .

    👍🙏🙋‍♂️💐

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  5. After the male arrives at the breeding grounds, in May, the most common, very characteristic and commonly known, 2- or 3-syllable "kukuku", which is a mating song, begins. From this sound in many countries the species name of the bird was derived. When he is upset, the exclamation becomes "hahhahhah". This laughter-like noise is the main voice of the non-knocking female.

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  6. कोयल बसंत ऋतु में ही गाती है,बसंत ऋतु के बाद उसकी आवाज फट जाती है।क्या आपने इसके बारे में सोचा है? शुभ रविवार।

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  7. अच्छी कविता, शुभ रविवार

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  8. रहती वो अपने आसपास
    पर कुछ बोल नहीं पाती है
    बसंत ऋतु के आगमन पर
    कोयल मधुर गीत गाती है
    कूं-कूं करती मन को भाती
    मीठी है कोयल की बोली
    बसंत ऋतु के जाने के बाद
    मीठी जुबान क्यों न खोली
    मौसम परिवर्तन से कोयल
    का मधुर गला फट जाता है
    चुपचाप सी रहती फिर वो
    हमसे संपर्क कट जाता है
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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    1. बहुत खूब नरेश जी 👌👌

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  9. कोयल से संबंधित नई जानकारी।
    Happy sunday

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  10. Nice information with beautiful smile
    Happy Sunday 💐

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  11. काली काली कोयल है,

    पर कितनी मीठी बोली है।

    इसने ही तो कूकू-कूकू,

    आमों में मिश्री घोली है।



    यही आम जो अभी लगे हैं,

    खट्टे-खट्टे हरे हरे।

    कोयल कूकेंगे हो जाएंगे,

    पीले-पीले रस भरे-भरे।



    हमें देखकर टपक पड़ेंगे,

    हम खुश होकर खाएंगे।

    ऊपर गायेगी कोयल,

    हम नीचे उसे बुलाएंगे।



    कोयल कोयल सच बतलाओ,

    क्या संदेशा लाई हो।

    बहुत दिनों के बाद आज फिर,

    इस डाली पर आई हो।



    क्या गाती हो किसे बुलाती हो,

    कह दो कोयल रानी।

    प्यासी धरती देख मांगती हो,

    क्या मेघों से पानी।



    अथवा कड़ी धूप में हमको,

    दुखी देख घबराती हो।

    शीतल छाया भेजो यह,

    बादल से कहने जाती हो।

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    1. बहुत अच्छी कविता👌

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  12. Very beautiful post..👌👌❣️

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