मघ का मंत्र (Magh Ka Mantra) - जातक कथा

मघ का मंत्र (Magh Ka Mantra)

मगध देश के मचल ग्राम में एक बार बोधिसत्व का जन्म हुआ। यहां उनका नाम मघमाणवक रखा गया। उस गांव में 30 कुल थे। प्रायः सदाचार के अभाव में सभी लोग दुखी रहते थे। परिश्रम ना करना, मद्य - मांस का सेवन करना तथा अन्य बुरी आदतों के कारण जब उनकी हालत बहुत दयनीय हो गई, तब उन लोगों ने मघमाणवक के परामर्श के अनुसार कार्य प्रारंभ किया।

मघ का मंत्र (Magh Ka Mantra) - जातक कथा

सब लोग प्रातः काल उठकर पूर्व निश्चित कार्यों में लग जाते थे और शाम को घर आकर विश्राम करते थे। उन्होंने आसपास के वनों को काटकर साफ भूमि खेती के लिए निकाली। चट्टानों और टीलों को काटकर अच्छे मार्ग बनाएं। तालाब, पुल और शालाओं का निर्माण कर उन्होंने मचल ग्राम को सब प्रकार से सुंदर और सुखमय बना दिया। उसी गांव में एक भोजक रहता था, जो मांस - मदिरा तथा अन्य वस्तुएं बेचकर ग्राम वासियों को ठगा करता था। लोगों के मदिरा - मांस त्याग कर आत्मनिर्भर बन जाने से उसे बहुत हानि उठानी पड़ी। क्योंकि उसका सब धंधा ही समाप्त हो गया। उसने राजा से शिकायत की कि ग्राम में बहुत से चोर आ गए हैं। राजा के सिपाहियों के आने पर उसने उन 30 आदमियों को पकड़वा दिया। 

राजा क्रोध से भरा हुआ था। उसने पूरी बात जाने समझे बिना आदेश दिया कि इनको मस्त हाथी के पैरों तले कुचलवा दिया जाए। दूसरे दिन सब लोग मैदान में हाथी द्वारा चोरों के कुचले जाने का तमाशा देखने को एकत्र हो गए, परंतु बहुत यत्न करने पर भी जब हाथी उन चोरों के ऊपर आक्रमण करने को आगे ना बढ़ा तो राजा ने  मघमाणवक को बुलाकर पूछा, "तुम कौन सा मंत्र जानते हो?"

मघ का मंत्र (Magh Ka Mantra) - जातक कथा

मघ  ने कहा, हमारा मंत्र है -
चोरी ना करना 
हिंसा ना करना 
झूठ ना बोलना 
शराब ना पीना 
और सब से मित्रवत भाव रखना 

हम लोग तालाब खोदते हैं, रास्ता बनाते हैं, शालाएं बनाते हैं और सब को सुखी बनाने के लिए काम करते हैं। मघ का मंत्र जानकर राजा पर उसका बहुत प्रभाव पड़ा। राजा ने पूछताछ की तो सब बातें साफ हो गई। राजा ने प्रसन्न हो उन्हें छोड़ दिया। उस भोजक बनिए पर राजा को बहुत क्रोध आया और उसने उसका सब धन लेकर उन 30  व्यक्तियों को दे दिया। 

इस प्रकार मिले हुए धन से उन 30 व्यक्तियों ने मघमाणवक की सलाह से एक विशाल ग्राम भवन का निर्माण करने का निश्चय किया।

14 comments:

  1. इस कहानी से यह शिक्षा दी गई ह कि सही रास्ते पर चलने वालों का हमेशा अच्छा होता है..

    बुद्धम शरणं गच्छामि 🙏

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  2. अच्छी शिक्षप्रद कथा।

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  3. अच्छी और शिक्षाप्रद कथा

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  4. अप: दीप भव:
    रूपा जी जानकारी की पाठशाला है

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  5. अच्छी कहानी

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  6. प्रयास करने से सफलता मिलती है।

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  7. ज्ञानवर्धक कहानी 👍👍👌👌

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