लकवा /पक्षाघात
लकवा पक्षाघात होने पर रोगी का आधा शरीर संवेदनहीन हो जाता है ।इसमें स्नायु शिथिल हो जाते हैं शरीर का आधा भाग टेढ़ा हो जाता है।किसी किसी का पूरा शरीर पैरालिसिस का शिकार हो जाता है तो किसी को एक अंग में होता है। उस भाग में सुन्नता रहती है तथा छूने पर कोई संवेदना नहीं होती। दिमाग भी काम करना कम कर देता है।लकवा होने का कारण :-(Causes Of Paralysis):-
# पेट में अधिक गैस बनने
# मस्तिष्क पर वायु का दबाव पड़ने
# हृदय पर वायु का दबाव बढ़ने से शरीर पर वायु का झटका लगता है
# इसी के परिणाम स्वरूप व्यक्ति लकवे का शिकार हो जाता है।
# मस्तिष्क में चोट।
लकवा का घरेलू उपचार (Home Remedies For Paralysis):-
# राई और अकरकरा को बराबर मात्रा लेकर पीस लें और चूर्ण बनाएं तथा उसे शहद में मिलाकर पेस्ट बनाएं और दिन में तीन बार जीभ पर मले, लकवे की शिकायत दूर होगी।
# 250 मिलीलीटर गाय के दूध में 8 से 10 लहसुन की कलियां डालकर उबालें। गाढ़ा होने पर रोगी को पिलाएं। बीमारी में आराम मिलेगा।
# सोंठ और उड़द उबालकर उसका पानी पीने से लकवे में काफी लाभ होता है।
# एक चम्मच कपास की जड़ का चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से लाभ मिलता है।
# लहसुन की कलियों को पीसकर शहद में मिलाकर चाटे।
# उड़द, कौंच के बीज, एरंड की जड़, बला, हींग, सेंधा नमक और थोड़ा शहद सभी बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाएं और रोगी को पिलाएं। बीमारी में आराम मिलेगा।
# 250 ग्राम सरसों के तेल में थोड़ी काली मिर्च पीसकर डालें और मालिश करें।
# सन के बीजों का चूर्ण शहद में मिलाकर रोगी को चटाने से आराम मिलेगा।
# तुलसी के 8 से 10 पत्ते सेंधा नमक और दही की चटनी बनाकर लकवे वाले स्थान पर लेप करें।
# हमेशा शाकाहारी भोजन दें। चाय कॉफी कभी मत दें।
# गाय का घी दो-दो बूंद रात में सोते समय थोड़ा गर्म करके डाल दें। मस्तिष्क में जमे हुए खून को निकालने की ताकत गाय के घी में है।
# आर एच यू एस टी ओ एक्स थर्टी 15:15 मिनट पर तीन बार दो-दो बूंद जीभ पर कम से कम 1 महीने तक सुबह दोपहर शाम।
# कॉस्टिकम 1:00 एम दूसरे दिन दो-दो बूंद तीन बार दें आधे घंटे या पौने घंटे के अंतर पर हफ्ते में एक दिन देनी चाहिए दो-तीन महीने में पूरी तरह लकवा ठीक हो सकता है।
यह जानकारी श्री राजीव दिक्षित द्वारा लिखित भारतीय चिकित्सा से ली गई है, जो कि महर्षि वाग्भट्ट जी द्वारा रचित अष्टांग हृदयम के सूत्रों पर आधारित है। चूँकि राजीव दीक्षित होम्योपैथ द्वारा भी इलाज करते थे तो यहां कुछ होम्योपैथिक दवाइयों की चर्चा भी की गई है .
आयुर्वेदाचार्य जी नमस्कार, आपकी क्लिनिक कहाँ है। कृपया बताने का कष्ट करें की फ़ीस कितनी है। मैं मिलना चाहता हूँ।
ReplyDeleteहमें पता था आप ऐसा ही कुछ लिखने वाले हैं, इसीलिए पहले ही बता दिए थे कि ये कहां से लिया गया है।
Deleteआयुर्वेदाचार्य जी नमस्कार, आपकी क्लिनिक कहाँ है। कृपया बताने का कष्ट करें की फ़ीस कितनी है। मैं मिलना चाहता हूँ।
ReplyDeleteAchchha upay
ReplyDeleteUseful tips
ReplyDeleteUseful tips
ReplyDeleteNice article
ReplyDeleteलकवे का कारण गैस भी हो सकती है, अच्छी जानकारी मिली और बहुत ही अच्छे घरेलू उपाय, अतिउत्तम ब्लॉग
ReplyDeleteVery informative article
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ReplyDeleteThese home remedies should be tried because there is very limited options available to paralysed patients
ReplyDeleteबहजत उपयोगी जानकारी।होम्योपैथी दवाएं यदि सही डायग्नोस हो जाएं तो जादुई असर करती हैं।
ReplyDeleteहां, आप तो जानते ही हैं।
DeleteUseful information## thanks
ReplyDeleteUseful information regarding paralysis
ReplyDeleteInformative..
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