मौसम बदल गया..

मौसम बदल गया..


Rupa Oos ki ek Boond
"गुज़र जाते हैं खूबसूरत लम्हें यूं ही मुसाफिरों की तरह 
यादें वहीं खडी रह जाती हैं रूके रास्तों की तरह...❣️❣️"

संवेदना की आंच से पत्थर पिघल गया,

यूँ देखते ही देखते मौसम बदल गया..

हर शै गुलाम वक्त का है देखो तो जरा,

सूरज को शाम ढ़लते समन्दर निगल गया..


सुनिये तो जरा आप मेरी बात गौर से,

कहते नहीं हैं दर्द कभी अपना और से..

देखा है हमने तंग दस्ती भूख शिद्दतें-

गुज़रे हुए हैं हम भी मुफ़लिसी के दौर से..


मन खोखला है जिसमें प्रेम तत्व नहीं है,

संबंध व्यर्थ है अगर अपनत्व नहीं है..

पर्दा पड़ा है आंख में बस अर्थ मूल है-

रिश्ते तो हैं जिंदगी में, पर अब महत्व नहीं है..


Rupa Oos ki ek Boond
"ऐ जिंदगी तेरी नाराजगी से क्या होगा
मुस्कुराहट मेरी आदतों में शामिल हैं ....❣️❣️"

6 comments:

  1. बहुत सुन्दर 👌👌

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  2. चांद धुंधला ही सही पर निकला तो है

    चांद फिर निकला मगर तुम ना आए

    कल चौदहवीं की रात थी तब भर रहा चर्चा तेरा
    कुछ ने कहा यह चांद है कुछ ने कहा चेहरा तेरा

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  3. मौसम बदलते ही रहना चाहिए और इंसान को भी परिस्थिति के अनुसार बदल जाना चाहिए। बदलाव प्रकृति का नियम है।

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  4. Happy Sunday.

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  5. 🙏🙏💐💐
    🕉️सुप्रभात 🕉️☕️☕️
    🙏जय श्री कृष्णा 🚩🚩🚩
    🙏आप का दिन मंगलमय हो 🙏
    🚩🚩राधे राधे 🚩🚩
    👍👍👍🙏🙏🙏
    🙏आपका बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐

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