हाँ सुनो

हाँ सुनो

Rupa Oos ki ek Boond
"मुझे  तुम्हारी प्रतीक्षा तमाम उम्र रहेगी,
मुझे तुमसे ही नहीं, तुम्हारे होने से भी प्रेम हैं..❣️"


हाँ सुनो, जब मैं पुकारूॅं तुम्हें आना होगा,

मेरी आवाज के सहारे चले आना होगा..


जब नहीं होंगे उजाले,

आँखों पे जो ऐनक होगी,

झुर्रियों से भरा चेहरा..

न पहले सी रौनक होगी 

हाँ सुनो....


जो तुम्हें याद रहेगी मेरी आवाज, 

सुनो, 

बस दिल की सुनना न रोकना कदम सुन लो,

तुम्हें देखे बिना न छूटेगा जहाँन सुनों.. 

आओगे न बस इक यही वादा कर लो..

हाँ सुनों...

मेरी आवाज के सहारे चले आना होगा..

Rupa Oos ki ek Boond

"कि छोड़ आई हूं खुद को तुझ में ही कहीं,
अब तुझको देखकर हर जुबां पर मेरा भी ज़िक्र आयेगा..❣️"

16 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" सोमवार 29 जुलाई 2024 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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    1. "पांच लिंकों के आनन्द में" इस पोस्ट को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार।

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  2. बहुत खूबसूरत लेखन

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  3. रंजन पाण्डेयJuly 28, 2024 at 12:05 PM

    इतवार की सुबह को खुशनुमा बनाती बेहतरीन कविता

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  4. 🙏🙏💐💐☕️☕️
    🕉️शुभदोपहर 🕉️
    🙏जय श्री कृष्णा 🚩🚩🚩
    🙏आप का दिन मंगलमय हो 🙏
    🚩🚩राधे राधे 🚩🚩
    👍👍👍बहुत सुन्दर रचना, आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐

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  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति 👌👌
    Have a great Sunday ☕

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  6. वाह वाह क्या बात है रूपा जी
    Happy Sunday 🪷😍🙏🏻💐

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  7. चांद सी महबूबा हो मेरी कब मैंने ऐसा सोचा था
    हां तुम बिल्कुल वैसी हो जैसा मैंने सोचा था

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  8. This comment has been removed by a blog administrator.

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  9. आप बहुत सुंदर लग रही हैं बहुत ज्यादा 🙏

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  10. आप ऐसे ही रचनात्मक कविताएं लिखती रहे मां सरस्वती जी की कृपा आप पर सदैव बनी रहे

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  11. बहुत बढ़िया प्रिय रूपा जी! आत्मा के प्रचंड स्वर यही है! दैहिक सौंदर्य की नश्वरता का जो ज्ञान रखता है वह इससे परे प्रेम के विशुद्ध रूप को जान पाता है!,

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  12. वाह! बहुत खूब!

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