रात की रानी || Night blooming jasmine

रात की रानी


माैसम में तेजी से बदलाव आ गया है। हल्की हल्की ठंड के बाद तेज गर्मी की शुरुवात हो गई है। वैसे आज हम मौसम की नहीं बल्कि फूलों की बात करने वाले हैं। ऐसे मौसम में फुलवारी और नर्सरी फूलों से भरे हुए हैं। इन्हीं फूलों में से एक है रात की रानी। नाम पढ़ के ही खुशबू का एहसास तो हुआ ही होगा। आज हम रात की रानी के औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे, जिसको हम क्वीन ऑफ द नाईट के नाम से भी जानते हैं। इसका बोटेनिकल नाम Cestrum Nocturnum है। रातरानी के पत्ते और फूल में काफी सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। 

रात की रानी || Night blooming jasmine

रात की रानी क्या है?

रात की रानी को जिसे की चांदनी भी कहा जाता है, उसे इंग्लिश में Night blooming jasmine कहते हैं। रात की रानी का पौधा एक सदाबहार झाड़ी वाला पौधा है, जो 13 फुट तक ऊँचा हो सकता है। इसकी पत्तियां सरल, संकीर्ण, लम्बी, चिकनी और चमकदार होती हैं। इसका फूल लम्बा और सफ़ेद रंग का होता है और बहुत ज्यादा खुसबूदार होता है। 

रात की रानी || Night blooming jasmine

जानते हैं रात की रानी के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

इसमें एंटीबायोटिक और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा रातरानी में बहुत सारी विटामिन्स और मिनरल्स भी पाए जाते हैं। यह विटामिन ए,बी ,सी,और डी से परिपूर्ण है। रातरानी के पौधे का उपयोग इत्र और तेल बनाने में किया जाता है।

शुगर रोग में

शुगर रोग में यह रामबाण काम करता है। यदि इसके पत्तों का काढ़ा बनाकर उसे पिया जाए, तो इससे शुगर नियंत्रित होता है। 

 कील - मुंहासे के लिए 

रातरानी के पौधे के फूल से इतर और तेल बनाया जाता है, जो कि हमारे चेहरे संबंधी समस्याएं जैसे की कील, मुंहासे, कोई चोट के निशान, दाग धब्बे इन जैसी परेशानियों से निजात दिलाता है।

रात की रानी || Night blooming jasmine

अवसाद होने पर 

  • रातरानी का इत्र भी बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे लगाने से आपको मन की शांति मिलती है और हमारा दिमाग शांत होता है और मन एकाग्र चित्त होकर किसी काम को करने में अग्रसर होता है।
  • रातरानी के फूल की खुशबू में इतनी शक्ति होती है कि यह व्यक्ति के डर तनाव परेशानी को दूर कर देता है। इसीलिए इसका प्रयोग अरोमा थेरेपी में भी किया जाता है।

सूजन होने पर 

रातरानी के पौधे में एक औषधीय गुण होता है। अगर व्यक्ति के शरीर के किसी भी अंग में सूजन हो गया हो तो उस अंग में रातरानी के पौधे की पत्तियों को पीसकर पट्टी से बांध दें और कुछ ही देर में वह सूजन कम हो जाएगा।

चोट लग जाने पर 

रातरानी की पत्तियों को पीसकर या उसके फूलों का तेल निकालकर चोट लगे स्थान पर लगाने से लाभ होता है। 

मुंह के अंदर छाले होने पर 

यदि किसी व्यक्ति को मुंह के अंदर छाले हो गए हो तो उसमें भी रातरानी के पत्तियों को पीसकर दिन में दो-तीन बार लगाने से व्यक्ति को बहुत जल्द मुंह के छाले से आराम मिल जाता है।

रात की रानी || Night blooming jasmine

रात की रानी का अन्य उपयोग 

  • रातरानी के पौधे के तेल से मालिश करने पर शरीर में ऊर्जा बनती है और व्यक्ति कार्य करने के लिए अग्रसर रहता है। अपने काम और अपने मानसिक तनाव में बैलेंस कर पाता है।
  • रातरानी के पौधे की पत्तियां में मच्छर भगाने का गुण होता है। अगर इसकी पत्तियों को सुखाकर जला दे तो इसके धुआं से भी मच्छर नहीं आते हैं और नहीं तो अगर इसकी पत्तियों को पीसकर उसके रस को अपने खिड़की दरवाजे पर लगा दें तो इससे भी मच्छर घर में प्रवेश नहीं करते हैं।
  • कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में रातरानी के पौधे के फूल की या उसके पत्तियों की इस्तेमाल करके कई प्रकार के शैंपू, क्रीम, एंटीसेप्टिक क्रीम, लोशन और भी बहुत तरह से प्रयोग किया जाता है।


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