आज रात भी तेरे खयालों से

आज रात भी तेरे खयालों से

Rupa Oos ki ek Boond

आज रात भी तेरे खयालों से,

निजात हम नहीं पाएंगे...


आज रात भी तुझे ढूंढने,

ख्वाबों में... हम फिर सो जाएंगे...


ले आएंगे तुमको करीब फिर खयाल से,

ख्वाब खो ना जाये, फिर से नींद टूटने के सितम से..


फिर सारी रात तकिये को भिगो देंगे,

तुझे खो देने के मातम से हम बचते बचते आज फिर रो देंगे...

9 comments:

  1. आपके सुंंदर पोस्ट पर एक पुत्राने गीत की दो पंक्तियां....
    करवटें बदलते रहे सारी रात हम
    आपकी कसम.....
    शुभ दोपहर प्रिय मित्र 🙏

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  2. वाह रूपा जी क्या बात है 👌🏻✍️

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  3. कुछ नही है, लिखने को,

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  4. हंस कर गुज़ार लेता हूँ मैं दिन अपना,
    खुद की तकलीफों से तो रात मे मिलता हूँ..

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