गीता का महत्व
श्री गीता उपनिषदों का सार है। महाभारत युद्ध के समय रणभूमि में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को जो ज्ञान दिया था वह गीता में बताया गया है। गीता में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो मनुष्य को जीवन की कई कठिनाइयों को आसान बनाती है। इतना ही नहीं गीता पढ़ने पर मनुष्य को बहुत सी नई जानकारियां भी मिलती है। साथ ही हर अध्याय के नियमित पाठ का अपना लाभ और महत्व है।
गीता पहली बार पढ़ने पर समझ नहीं आती।
गीता दूसरी बार पढ़ने पर कुछ कुछ समझ आती है।
गीता तीसरी बार पढ़ने पर समझ आने लगती है।
गीता चौथी बार पढ़ने पर पूरी समझ आने लगती है।
गीता पांचवी बार पढने पर ज्ञान देने लगती है।
गीता छठी बार पढ़ने पर कर्म के महत्व को समझाती है।
गीता सातवीं बार पड़ने पर घर के सारे क्लेश दूर कर देती है।
गीता आठवीं बार पढ़ने पर सारे विघ्न दूर कर देती है।
गीता नौवीं बार पढ़ने पर पूरे घर को समृद्ध बना देती है।
गीता दसवीं बार पढ़ने पर आपको पूर्ण ज्ञानी बना देती है।
गीता 11 बार पढ़ने पर आपको बहुत बड़ा व्यवसायी बना देती है।
गीता 12वीं बार पढने पर आपको कृष्ण के समान चतुर बना देती है।
गीता 13वीं बार पढ़ने पर आपको एक कुशल वक्ता बना देती है।
गीता 14वीं बार पढ़ने पर आपको ब्राह्मण शूद्र और वैश्य और छत्रिय से ऊपर उठा देती है।
गीता 15 वीं बार पढ़नें पर आपको कृष्ण बना देती है।
गीता 16 वीं बार पढ़ने पर संसार रूपी महाभारत में युद्ध करना सिखा देती है।
गीता 17 वीं बार पढ़ें पर मोक्ष की और प्रवृत कर देती है।
गीता 18 वीं बार पढ़ने पर जन्म मरण के बंधन से मुक्त कर देती है।
गीता के जितने अध्याय हैं उतनी बार अगर हम भागवत गीता को पढ़ेंगे तब जाकर हम कृष्ण की तरह एक योद्धा भी बनेंगे एक रणनीतिकार भी बनेंगे और एक कुशल वक्ता भी बनेंगे।
आप सभी को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
जय श्री कृष्णा 🙏
🙏🙏
ReplyDeleteप्रथम अपशब्द पर ही सर काटने की शक्ति होने के बाद भी अगर 99 अपशब्द सुनने की सामर्थ्य है तो वह"कृष्ण" है.🌹
ReplyDelete"सुदर्शन" जैसा दिव्य अस्त्र होने के बाद भी अगर हाथ मे हमेशा"मुरली" है तो वह "कृष्ण" है.🌹
द्वारिका का परम वैभव होने के बाद भी अगर सुदामा सा मित्र है तो वह "कृष्ण" है.🌹
"मृत्यु" के फन पर भी यदि नृत्य है तो वह "कृष्ण" है.🌹
सर्वशक्तिमान होने के बाद भी यदि वह सारथी है तो वह"कृष्ण" है.🌹
*आपको सपरिवार श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई*!🌹🙏🙏🌹
जय श्री कृष्ण
ReplyDeleteJai shri krishna
ReplyDeleteजय श्री कृष्णा
ReplyDelete‼️ श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेवा ‼️
ReplyDeleteJai shree krishna
ReplyDeletejai shree krishna 🙏
ReplyDelete🌹🙏गोविंद🙏🌹की वाणी गीता को 18 बार पढ़ने पर मुक्ति मिल जाएगी 🙏मुश्किल भी नही है लेकिन फिर भी हमलोग मुक्ति के सरल मार्ग को अपनाते नही है।सब🌹🙏गोविंद 🙏🌹की महिमा है।
ReplyDelete👌👌👌👌✍️❣️🍃👍🤞
ReplyDeleteपरम् शास्त्र भागवत 📙
अभ्यास करते रहिए नित्य 🙏🚩❣️🍃
जय श्री कृष्णा 🙏🙏
ReplyDeleteJai shree krishna
ReplyDeleteJai shree krishna 🙏🙏
ReplyDeleteJai shree Krishna
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