"हर लड़की खूबसूरत होती है"
जिसके पास जितनी सुविधा है,
उसके पास उतनी दुविधा है..❣️"
तुमने कहा वो मोटी है
वो खाना छोड़ कर बैठ गयी
तुमने कहा शरीर सुडौल नहीं
वो पोछा लगा पेट कम करने लगी
तुमने कहा रंग साँवला है तुम्हारा
वो ढेरों उबटन मुँह पर मलने लगी
तुमने कहा तुम स्टेटस की नहीं मेरे
वो तौर तरीके तहजीब सीखने लगी
पर क्यूँ???
तुम क्यूँ हर बार उसमें नुख़्स निकालते हो
क्यूँ तरह तरह के साँचे में उसे ढालते हो
क्यूँ नहीं समझा कभी त्याग उसका तुम्हारे लिए
क्यूँ उसे उस की नज़रों मे ही नीचे गिराते हो ??
तुम समझना ही नहीं चाहते कि
सुंदरता देह में नहीं मन में बसती है
तुम देखना ही नहीं चाहते कि
प्रेम को उसकी आँखें तरसती है
काश तुमने ये चमक धमक से परे
एक प्रेम की दुनिया देखी होती
काश तुम जान पाते कि
हर इक लड़की खूबसूरत होती है
पर तुम रह रहे हो अपनी बनाई शर्तों के जाल में
कभी देखो करीब से पहुँच गये हो ये किस हाल में
कभी किया है क्या महसूस तुमने एहसास उसके ??
कभी देखा है क्या खुद को आईने में साथ उसके ??
देखना कभी गौर से
तुम्हारी हर शर्तों को पूरा करते
हर बार खुद को बदलते बदलते
वो स्वयं में सम्पूर्ण नज़र आएगी
और साथ खड़े तुम
हर बार नाक भौंह सिकोड़े
खुद को अतृप्त ही पाओगे
वो निखर जाएगी
खुद की नज़रों में एक दिन
और तुम.......
आदतन कमी ही तलाशते रह जाओगे।
👌👌💐
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज रविवार (30-07-2023) को "रह गयी अब मेजबानी है" (चर्चा अंक-4674)) पर भी होगी।
ReplyDelete--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
चर्चा मंच पर इस पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार।
Deleteबहुत ही सुंदर विचार साझा किया आपने इससे समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा धन्यवाद बहनजी 🙏🏻
ReplyDelete🙏🙏💐💐सुप्रभात 🕉️
ReplyDelete🙏जय श्री राम 🚩🚩🚩
🙏आप का दिन शुभ हो 🙏
🙏जय शिव शम्भू 🚩🚩🚩
👏👏👌👌✔️✔️🙏🙏🙏
👏नारी शक्ति को नमन 🙏🙏🙏
🙏आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
खूबसूरत और जरूरी कविता।
ReplyDeleteसुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteBeautiful.👌👌👍
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर रचना🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteजिसके पास जितनी सुविधा है उसके पास
उतनी ही दुविधा है । बिल्कुल सत्य बात है।
Very nice
ReplyDeleteHappy sunday
#Good after noon Rupa & Thanks for sharing a nice Submission of a*Feelings.
ReplyDelete*I do agree ..It's not the ability of everyone to * Judge - appreciate - Like and absolve in Her feelings of desires of a real friend- a Companion to fully understand Her Soul and heart instead of physical beauty !🌹
#I recall my Life at 23 yrs.of age ,I was placed at Bombay & my Parents had fixed up my marriage at Kanpur..in a Shukla family being very Cultured family 👪, but atleast they would hv asked my openion !! They spoke to my GM ,who called me back from Goa ,I was attending a outstation Job and Ordered me to Rush to Kanpur for a Urgent Job ; I reached
Kanpur - finished my Formal Visit with Client and reached home to meet my Parents - relations - having a Free Chance to visit from B'bay
* To my surprise ,I came to know ,my marriage was fixed after next 2 days 😥
#I did every trick to Runaway, but I could not change the Wish of God ..I had to marry the 👧 girl ,without even Seeing her 😔..And We spent a long very happy Life ..She was Cultured - Educated - very calm & adjusting in Nature..Never used any Cosmetics ..and lived in a natural way ..God blessed me ..but now I am missing her ..and My all final dreams are Shattered
#Let me not get emotional any more...
#So I beleive ,* Her Ladki Khoobsurat hoti Hai * You need to open your eyes to appreciate God's Blessings to Her ..👏👍
#Thanks and regards .Have a nice day .
#awasthi.ak...🤝🌹❤️
Good afternoon..&
DeleteThank you for sharing your personal experience here on the blog post. I believe that something or the other happens in everyone's life, which they would not have thought. Then it seems that God will approve of this. Well, the thing here is that instead of the outer beauty of our partner, we should see the inner beauty.
बेहद सुंदर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना और सार्थक संदेश
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना और एक सार्थक संदेश दिया है आपने इस माध्यम से
ReplyDeleteVery nice poem...happy Sunday.
ReplyDeleteSuper duper Sunday special 👌🏼
ReplyDeleteआभावे स्वभाव नष्ट.. आवश्यकता ही अभाव है।
ReplyDeleteजय श्री राम 🙏🚩🙌❣️👍👌
very nice
ReplyDeleteएक लड़की के प्रति समाज के मनोभावों को सार्थकता से प्रस्तुत करती सुन्दर रचना
ReplyDeleteशानदार कविता....वाह रूपा जी
ReplyDeleteWahhhhhh,very nice.
ReplyDeleteWahhhhhh,very nice.
ReplyDeleteNice line 👌🏻😊😎
ReplyDeleteएक स्त्री के मनोभावों को प्रदर्शित करती खूबसूरत रचना।
ReplyDeleteWaah! Nice poem.. beautiful pic 😍😍
ReplyDelete