तू मेरे ही तो पास है..

तू मेरे ही तो पास है..

तू मेरे ही तो पास है..

तू मेरे ही तो पास है

तू मेरे पास नहीं,

तेरा एहसास जो हर पल साथ है,

कह रहा ये चांद भी मुझसे,

तू मेरे ही तो पास है.. 


ढूंढ़ती हूँ मैं तुझे 

हर जगह हर डगर 

तेरे बिन जो न मिटेगी 

मुझे ऐसी प्यास है,

कह रही ये हवायें मुझसे 

तू मेरे ही तो पास है..


मिले है मंजर हसीन हर मोड़ पर,

इन आँखों को बस तेरी तलाश है,

कह रही है ये रागनी रात की मुझसे 

तू मेरे ही तो पास है..


तुझे मैं बांध के रख लूं,

बस एक यही बाकी आस है,

मेरे आँशुओं को पोंछ कर कह रहा ये समय मुझसे 

तू बैठा क्यों हताश है वो तेरे ही पास है..


कोई तो बताए,

फिर ये दिल क्यों उदास है 

जब तू मेरे पास है तू मेरे पास है..

10 comments:

  1. भावुक करने वाली कविता।
    कोई कितना भी दूर चला जाये,हृदय में उसकी मधुर स्मृतियां सदैव विद्यमान रहती हैं।

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  2. सिर्फ छु कर युं
    बहक जाने को नहीं...

    उतर कर रूह में
    महक जाने को जिंदगानी कहते हैं

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  3. बेहतरीन रचना काबिलेतारीफ 👌👌

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  4. Ye ghatayen..
    Ye fijayen..
    Dur tak faile ye dharti asman
    Dekho na ye hawayen
    Lai hai yahi paigam
    Tu mere hi to paas hai
    Tu mere hi to paas hai ❣️

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  5. क्या गजब की लाइन लिखी है दिल ❤️छू गयी है

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  6. बहुत ही अच्छी कविता ❤️😍

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