गुलमोहर || Gulmohar ||

गुलमोहर

सड़क किनारे आप लोगों ने भी लाल-लाल फूलों से लदे गुलमोहर (Gulmohar) के पेड़ को देखा होगा। सुर्ख लाल रंग के गुलमोहर के फूल अपनी सुन्दरता से हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। गर्मियों के मौसम में गुलमोहर के पेड़ पर पत्तियों की जगह फूल ही फूल नजर आते हैं। पर गुलमोहर सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं अपितु औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। आज हम यहां इसके औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे।

गुलमोहर के फायदे,नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

गुलमोहर क्या है?

गुलमोहर लाल फूलों वाला एक पेड़ है। गुलमोहर को स्वर्ग का फूल भी कहते हैं भरी गर्मियों में गुलमोहर के पेड़ पर पत्तियां तो बहुत ही कम होती है परंतु फूल इतने अधिक होते हैं कि गिनना भी मुश्किल है गुलमोहर के फूल मकरंद के अच्छे स्रोत हैं। गुलमोहर की शाखाओं पर पहला फूल निकलते ही 1 हफ्ते के अंदर पूरा वृक्ष गाड़ी लाल रंग के फूलों से भर जाता है यह फूल लाल के अलावा नारंगी पीला और पीले रंग के भी होते हैं। बसंत से लेकर गर्मी तक अर्थात मार्च-अप्रैल से जून-जुलाई तक गुलमोहर अपने ऊपर लाल नारंगी रंग के फूलों की चादर ओढ़े राता है इसके बाद फूल कम होने लगते हैं।


जानते हैं गुलमोहर के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

गुलमोहर के फायदे,नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

गुलमोहर में तमाम औषधीय गुण पाए जाते हैं। यही कारण है कि इनका इस्तेमाल पुराने समय से लोग बीमारियों के इलाज में करते आ रहे हैं।इसकी पत्तियों और फूल में तमाम औषधीय गुण मौजूद होते हैं।

दस्त की समस्या

अगर खानपान के असंतुलन से दस्त की समस्या हो गई है, तो 1 से 2 ग्राम गुलमोहर के तने की छाल का चूर्ण सेवन करने से दस्त में लाभ होता है।

बवासीर की समस्या

पीले गुलमोहर के पत्ते को दूध के साथ पीसकर बवासीर के मस्सों पर लेप करने से लाभ होता है।

ल्यूकोरिया की समस्या 

पीले गुलमोहर के 1 से 2 ग्राम छाल के चूर्ण तथा फूल के चूर्ण का सेवन करने से लिकोरिया में लाभ होता है।

गठिया होने पर

पीले गुलमोहर के पत्तों को पीसकर लगाने से या पत्तों का काढ़ा बनाकर भाप देने से आमवात के कारण जो दर्द होता है उसमें आराम मिलता है।

गुलमोहर के नुकसान (Side Effects of Gulmohar)

गुलमोहर का किसी भी रूप में सेवन से किसी तरह के नुकसान की पर्याप्त जानकारी नहीं है। लेकिन, अस्थमा, दिल की बीमारी, लिवर की समस्या आदि जटिल रोगों से पीड़ित व्यक्ति या फिर गर्भवती व बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग को बिना किसी चिकित्सक के परामर्श से इसका सेवन नहीं करना चाहिए। 

अन्य भाषाओं में गुलमोहर के नाम

Sanskrit-    कृष्णचूड़ा; 
Hindi-    गुलमोहर, रक्त गुलमोहर;
 Kannada-    दोड्डर्तनाग्रनधी (Doddartnagrandhi); 
Gujrati-    गुलमोहर (Gulmohar), रक्त गुलमोहर (Rakt gulmohar); 
Tamil-    मायारम (Mayarum); 
Telugu-    समिदितोगेडु (Samiditogedu), शीमासुन्केसुला (Shimasunkesula), अग्निपुलु (Agnipulu); 
Bengali-    राधाचूड़ा (Radhachura); 
Nepali-    गुल्मोहर (Gulmohar); 
Marathi-    गुलमोहर (Gulmohar);
Malayalamm-    गुलपरी (Gulpari)।
English-    Flamboyant tree, Gulmohar, Flame tree, Royal poinciana
Arbi-    गोल्डमोर (Goldmore)।
गुलमोहर के फायदे,नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

Gulmohar

You must have also seen the Gulmohar tree laden with red-red flowers on the roadside. The ruddy red colored Gulmohar flowers attract everyone towards them with their beauty. In the summer season, instead of leaves, flowers appear on the Gulmohar tree. But Gulmohar is not only known for its beauty but also for its medicinal properties. Today we will discuss its medicinal properties here.
गुलमोहर के फायदे,नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

What is Gulmohar?


Gulmohar is a tree with red flowers. Gulmohar is also called the flower of heaven. In the hot summer, the leaves on the Gulmohar tree are very few, but the flowers are so many that it is difficult to even count. The flowers of Gulmohar are a good source of nectar. As soon as the first flower emerges on the branches of Gulmohar, within a week, the whole tree cart is filled with red flowers, these flowers are orange, yellow and yellow in addition to red. From spring to summer, that is, from March-April to June-July, Gulmohar covers itself with a sheet of red-orange flowers, after which the flowers start decreasing.

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of Gulmohar

गुलमोहर के फायदे,नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण
Many medicinal properties are found in Gulmohar. This is the reason that people have been using them since ancient times in the treatment of diseases. Its leaves and flowers have many medicinal properties.

diarrhea problem

If there is a problem of diarrhea due to the imbalance of food, then taking 1 to 2 grams powder of the bark of the stem of Gulmohar provides relief in diarrhea.

piles problem

Grind yellow gulmohar leaves with milk and apply it on piles warts, it is beneficial.

the problem of leucorrhoea

Taking 1 to 2 grams powder of bark and powder of flowers of yellow gulmohar is beneficial in leucorrhoea.

having gout

Applying powder of yellow gulmohar leaves or making a decoction of the leaves gives relief in the pain caused by rheumatism.

For more details pls visit 

13 comments:

  1. उम्दा जानकारी

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  2. गुलमोहर का फूल मनमोहक तो होता ही
    है लेकिन औषधीय गुण भी होता है जिससे
    गठिया, बबासीर तथा दस्त की समस्याओं
    से भी हमलोग निजात पा सकते हैं। इसकी
    जानकारी प्रदान करने के लिये ह्रदय से आपको
    आभार🙏🏻

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  3. औषधीय गुणों से युक्त सुंदरता का प्रतीक गुलमोहर का पेड़।

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  4. Thank you for such important messages. Beautiful flowers.

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  5. Good information

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