Sunday.. इतवार ..रविवार

 इतवार (Sunday)

Sunday.. इतवार ..रविवार
फिलहाल किसी की तलब भी नहीं हमें,
अभी हम अपनी ही तलाश में हैं ..

अवश्य जिंदगी का पड़ाव मिलेगा

जब तक चलेंगी जिंदगी की सांसे,

कहीं प्यार कहीं टकराव मिलेगा..

कहीं बनेंगे संबंध अंतर्मन से तो,

कहीं आत्मीयता का अभाव मिलेगा..

कहीं मिलेगी जिंदगी में प्रशंसा तो,

कहीं नाराजगियों का बहाव मिलेगा..

कहीं मिलेगी सच्चे मन से दुआ तो,

कहीं भावनाओं में दुर्भाव मिलेगा..

कहीं बनेंगे पराए रिश्तें भी अपने तो,

कहीं अपनों से ही खिंचाव मिलेगा..

कहीं होगी खुशामदें चेहरे पर तो,

कहीं पीठ पे बुराई का घाव मिलेगा..

तू चलाचल राही अपने कर्मपथ पे,

जैसा तेरा भाव वैसा प्रभाव मिलेगा..

रख स्वभाव में शुद्धता का ‘स्पर्श’ तू,

अवश्य जिंदगी का पड़ाव मिलेगा..

Sunday.. इतवार ..रविवार
पत्थरों को शिकायत है कि.. पानी की मार से टूट रहे हैं हम..
पानी का गिला ये है कि.. पत्थर हमें खुल कर बहने नही देते..

19 comments:

  1. थोड़ी देर हो गई

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  2. इतवार की सदाबहार कविता।
    शुभ रविवार।

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  3. जय हो रूपा जी की 👍

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  4. Mem sunder lekhan jeevnopayogi baten.

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  5. अच्छी कविता अच्छी तस्वीर के साथ 👌👌
    शुभ रविवार 💐🙏

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  6. रूपा जी, आप कर्तव्य पथ पर चलते रहिये,सुंदर पंक्तियां,हमारी बहुत बहुत शुभ कामनाएं, शुभ रविवार।

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  7. @RupaSin44202771
    जिंदगी की राहें
    कभी मुश्किल
    कभी आसान
    इस सफर में
    जिंदादिल सदा
    रहना ए इंसान
    भरोसा रखना
    अपने हौसलों
    पर तु हमेशा
    घबराकर कभी
    तुम ना होना
    अकेले परेशान
    https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1459780193929740292
    अवकाश-दिवस रविवार
    जाओ बैठो ईश्वर के द्वार
    धर्म से विमुख ना होना
    प्रभु ही करेंगे बेड़ा पार
    🙏⛳

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  8. जिंदगी की राहें
    कभी मुश्किल
    कभी आसान
    इस सफर में
    जिंदादिल सदा
    रहना ए इंसान
    भरोसा रखना
    अपने हौसलों
    पर तु हमेशा
    घबराकर कभी
    तुम ना होना
    अकेले परेशान
    🙏🥰👣👁⛳👁👣🥰🙏
    अवकाश-दिवस रविवार
    जाओ बैठो ईश्वर के द्वार
    धर्म से विमुख ना होना
    प्रभु ही करेंगे बेड़ा पार
    🙏⛳

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  9. बहुत सुंदर पंक्तियां 👌👌

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