Sunday.. इतवार ..रविवार

इतवार (Sunday)

"अँधेरे से मत ड़रो, 
सितारे अँधेरे में ही चमकते हैं.."

*समय गति*

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या है,
कभी प्रभात चमक कभी भयावह अन्धकार है.. 
कभी जीत ध्वज तो कभी हार नैतिक मूल्यों की है,
कभी मूल्यों की हार सी तो कभी साथ का प्रतीक है..

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या है,
कभी एकता की झलक तो कभी तकरार है..
कभी नित घटित प्यार तो कभी यादें साथ है,
कभी वर्तमान की मार तो कभी आज का प्रहार है..

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या है,
कभी ये हँसी-ठिठोली तो कभी परेशानियां है..
कभी मिलन समय का तो कभी पीड़ा बिछोह है,
कभी बरसता सावन तो कभी दुख की पीड़ा है..

समय गति कभी मधुर सुबह कभी संध्या है,
कभी कर्मों का मेला तो जीवन झमेला है..
कभी राम’सी मूरत तो कभी कृष्ण अलबेला है,
कभी चिंतन बहुत तो कभी बेपरवाही अपार है..

Sunday.. इतवार ..रविवार

"जीवन का सबसे बड़ा गुरू वक्त होता है,
क्योंकी जो वक्त सिखाता है, वो कोई नहीं सिखा पाता.."

28 comments:

  1. Good morning 🌷
    Happy Sunday 😊

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  2. कितने कमजर्फ है ग़ुब्बारे थोडी हवा मै फूल जाते है
    थोड़े हवा मै क्या उड़े अपनी औकात भूल जाते है : अख़लाक़ सागरी

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  3. Very beautiful pic , lovely smile 😘😘❤️🌹

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  4. Happy Sunday 🌹🌹
    समय अपनी गति से चलता रहता,
    ये कब कहां रुकता है
    किसी के लिए
    हमें लगता है सुख के पल जल्दी
    और दुख के पल लंबे होते
    पर यह समय की गति
    एक सी चलती...

    बहुत ही सुंदर पंक्तियां और उससे भी सुंदर तस्वीर, जो इतवार को खूबसूरत बनाती 🌹🌹🌹🌹

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  5. बहुत ही आनंदित और आहृलादित करने वाले विचार है कविता में,, धन्यवाद जी

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  6. प्रत्येक रविवार की तरह एक खूबसूरत कविता
    शुभ रविवार।

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  7. समय दिखाई नहीं देता पर बहुत कुछ दिखा देता है.. खूबसूरत कविता समय पर और खूबसूरत तस्वीर भी.. शुभ रविवार 💐💐

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  8. Inspiration post. 🥰. The time you lost once, will never return back in life. So use it wisely, because time will continue with its speed. Noone can decrease or increase its speed
    ...

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  9. सच में समय की गति कोई नहीं जानता,शुभ रविवार।

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  10. शुभ रविवार, समय की अपनी गति है और वो निरंतर चलता ही रहता है उस गति से सामंजस्य बिठाकर चलना ही सबसे बड़ी चुनौती है।

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  11. वक्त तो रेत कि मानिंद
    फिसलता ही जा रहा
    किस सोच में पड़कर
    एक जगह तु ठहरा रहा
    वक्त उसी का साथ देता
    जो वक्त के साथ बह रहा
    ना ताज कि होती हैं ना
    ही किमत रहती तख्त की
    वक्त किसी का गुलाम नहीं
    किमत नहीं कोई वक्त की
    हौसलों को मजबूत करो
    जैसे जड़े होती दरख़्त की
    https://twitter.com/RupaSin44202771/status/1444556359454760964

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  12. वक्त-बेवक्त -कमबख्त
    वक्त की तु बात कर
    वक्त कहे तो मुंह पर
    अपने उंगली रख दे
    वक्त कहे तो बात कर
    वक्त रहते ही अपनों
    से तु मुलाकात कर
    दिल कि हर बात
    तु अपनों से ही कर
    अपने हैं जो साथ
    तो रहना बेफिकर
    मन ही मन जीना
    ना घुट-घुट कर
    अपनों का मान
    सदा रखेगा अगर
    तो आसान होगी
    तेरी ज़िंदगी की
    हर मुश्किल डगर
    🙏नरेश"राजन"हिन्दुस्तानी🙏

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  13. Happy Sunday 🌻🌻🌻

    Nice poem 👌👌👌

    Beautiful pic 😍😍😍

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