कद्दू (Pumpkin)/ Kaddu (पम्पकिन)
कद्दू (Pumpkin) एक ऐसी सब्जी जो लगभग हर मौसम में मिलती है तथा इसका उपयोग रसोई में कई प्रकार के पकवान बनाने में किया जाता है। कुछ जगहों पर कद्दू (Pumpkin) को कदीमा, कोहड़ा तथा कुष्माण्ड कहते हैं। कद्दू (Pumpkin) में पोटेशियम, विटामिन, फाइबर, फोलेट, मैग्निशियम जैसे भरपूर पोषक तत्व होते हैं, जिस कारण यह कई तरह की बीमारियों के लिए औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में कद्दू के फल, फल के बीज एवं बीज से बने तेल का प्रयोग औषधि के लिए सबसे ज्यादा किया जाता है।
कद्दू क्या होता है?
कद्दू खरबूज और तरबूज यह तीनों एक ही प्रजाति के हैं। कद्दू का छिलका मोटा और चिकना होता है और इसका गूदा पीला, गहरा हरा और नारंगी से लेकर लाल रंग तक का हो सकता है। कद्दू कड़वा, मधुर, थोड़ा गर्म प्रकृति का, रुखा कफ और वात को कम करने वाला, मल को निकालने में मदद करने वाला अर्थात कब्ज से राहत दिलाने वाला अग्नि को मंद करने वाला, कमजोरी को दूर करने वाला, कृमि तथा सूजन कम करने वाला एक सब्जी है। समस्त भारतवर्ष में इसकी खेती की जाती है।
जानते हैं कद्दू के फायदे नुकसान उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में
कद्दू एक ऐसी सब्जी है, जिसका इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है। कद्दू का उपयोग सूप, सब्जी, हलवा बनाने में किया जाता है। अत्यधिक पौष्टिक होने के कारण कच्चे कद्दू का जूस भी पिया जाता है।
सिर दर्द में
यदि किसी को काम के तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी की वजह से सिर में दर्द की शिकायत रहती है, तो कद्दू तथा इमली का काढ़ा बनाकर 10-20 मिलीलीटर काढ़े में शक्कर मिलाकर पीने से सिर दर्द कम होता है।
वजन कम करने में
कद्दू एक बहुत ही कम कैलोरी वाली सब्जी है। 100 ग्राम कद्दू में केवल 26 कैलोरी होती है। अधिकांश आहार विशेषज्ञ वजन घटाने के लिए कद्दू के सेवन की सलाह देते हैं।
फटे होठों के लिए
अक्सर किसी बीमारी के कारण और गर्मी या सर्दी की वजह से होंठ फट जाते हैं। ऐसे में कद्दू के बीजों को पीसकर होठों पर लगाने से फटे हुए होंठ ठीक हो जाते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में
कद्दू में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा होती है और यह मांसपेशियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में सहायक होता है। यह शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की वृद्धि करके प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यूनिटी सिस्टम) को मजबूत करता है। यह जुकाम, फ्लू और बुखार जैसे विभिन्न प्रकार के संक्रमण से लड़ने में भी लाभकारी होता है।
कृमि निकालने के लिए
बच्चे अक्सर पेट में कीड़े की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में 1 से 3 ग्राम पीले कद्दू के बीज का चूर्ण का सेवन करने से पेट के कृमि निकल जाते हैं।
कब्ज में आराम
अगर किसी को कब्ज की शिकायत रहती है, तो कद्दू का सेवन करने से फायदा मिलता है। पीले कद्दू फल का साग बनाकर खाने से कब्ज ठीक होता है।
आमाशय की जलन में
अगर मसालेदार खाना खाने के कारण या किसी साइड इफेक्ट के कारण आमाशय में जलन होने की तकलीफ हो जाती है, तो कद्दू के छोटे फल को भूनकर उसका रस निकालकर पीने से यकृत या लीवर तथा आमाशय के जलन से छुटकारा मिलता है।
बबासीर में
अनियमित भोजन, ज्यादा मसालेदार, तैलीय तथा तीखा खाने से पाइल्स की शिकायत हो जाती है। ऐसे में कद्दू के छिलके को सुखाकर तथा पीसकर चूर्ण बना लें। इसको खाने से पाइल्स में बहुत आराम मिलता है।
रक्तस्राव में
अगर बवसीर के कारण रक्तस्राव हो रहा हो तो कद्दू के फल के गूदे को चीनी की चाशनी में पकाकर 5 से 10 ग्राम मात्रा में सेवन करने से अवश्य बवासीर रक्तसव से राहत मिलती है।
मूत्र संबंधी बीमारी
मूत्र संबंधी बीमारी जैसे मूत्र विसर्जन के वक्त दर्द या जलन होना मूत्र रुक रुक कर आना कम आना आदि की समस्या है तो कद्दू के 5 से 10 ग्राम बीजों को पीसकर मिश्री या शहद मिलाकर सेवन करने से सभी रोगों से राहत मिलती है।
त्वचा संबंधी बीमारियों में
आजकल के प्रदूषण भरे वातावरण में त्वचा संबंधी रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। किसी ना किसी तरह के त्वचा संबंधी परेशानियों से हर कोई ग्रस्त है। ऐसे में पीले कद्दू के फल के गूदे को पीसकर लगाने से त्वचा संबंधी रोगों में लाभ होता है।
बुखार में
बदलते मौसम की वजह से या किसी अन्य संक्रमण के कारण बुखार हुआ है, तो कद्दू की सब्जी बनाकर खाने से बुखार में लाभ होता है।
अनिद्रा रोग में
आजकल की जीवन शैली में अनिद्रा की बीमारी आम हो गई है। ज्यादातर लोग अनिद्रा की बीमारी से ग्रसित हैं। ऐसे में कद्दू के बीज से बने तेल से सिर की मालिश करने से अनिद्रा की बीमारी दूर होती है।
सूजन तथा जलन में
अगर कहीं चोट लग जाने के कारण या किसी बीमारी की वजह से शरीर के किसी अंग में सूजन है, तो कद्दू के गूदे को पीसकर सूजन वाले स्थान पर लगाने से सूजन तथा जलन दूर होती है।
बिच्छू के काटने पर
बिच्छू के काटने पर पके हुए कद्दू के बीजों को पीसकर डंक वाले स्थान पर लगाने से विष का असर कम होता है।
कद्दू में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutritional Value of Pumpkin)
कद्दू का उपयोग
- कद्दू की सब्जी बनाई जाती है
- कद्दू का खीर भी बनाया जाता है
- कद्दू के लड्डू भी बनाए जाते हैं
- कद्दू की चटनी जायकेदार रसम भी बनता है
कद्दू के नुकसान
- कद्दू स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है, पर कुछ परिस्थिति में यह नुकसान भी करती है।
- कद्दू में मूत्र वर्धक गुण होते हैं। इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
- जो लोग लिथियम आधारित दवाओं का सेवन करते हैं, उन्हें कद्दू का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
- फाइबर की अच्छी मात्रा होने के कारण अधिक मात्रा में कद्दू का सेवन करने से कुछ लोगों को पेट में दर्द, ऐंठन आदि समस्याएं हो सकती हैं।
- जिन लोगों को निम्न रक्तचाप संबंधी समस्या है, उनके लिए भी कद्दू का अत्यधिक सेवन ठीक नहीं होता।
English Translate
Pumpkin
Pumpkin is a vegetable that is found in almost every season and it is used in cooking many types of dishes in the kitchen. In some places, Pumpkin is called Kadima and Kushmand. Pumpkin is rich in nutrients like potassium, vitamins, fiber, folate, magnesium, due to which it is used as a medicine for many diseases. In Ayurveda, the seeds and seeds in the fruit of pumpkin are used the most for medicine.
What is Pumpkin?
Pumpkin, Melon and Watermelon These three belong to the same species. Pumpkin's skin is thick and smooth and its pulp can be yellow to dark green and orange to red in color. Pumpkin is a bitter, sweet, slightly warm nature curry, which reduces dryness, helps in excretion of stool, that is, relieves constipation, closes the fire, removes weakness, removes weakness and is a vegetable that reduces inflammation. It is also known as Kushmanda Kadima. It is cultivated all over India.
Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of pumpkin.
Pumpkin is such a vegetable that is used in almost every household in every household. Pumpkin is used in making soup, vegetable pudding, being highly nutritious, raw pumpkin juice is also used.
In Headache
If someone complains of headache due to work stress and hectic life, then make a decoction of pumpkin and tamarind and mix sugar in 10-20 ml decoction and drink it, it ends headache.
Weight Loss
Pumpkin is a very low calorie vegetable, 100 grams of pumpkin contains only 26 calories. Most dieticians recommend the consumption of pumpkin for weight loss.
For Chapped Lips
Often the lips are cracked due to some disease and due to heat or cold, in such a way, grinding pumpkin seeds and applying it on the lips cures chapped lips.
In Boosting Immunity
Pumpkin contains a good amount of magnesium and is helpful in keeping the muscles and the immune system strong. It strengthens the immune system by increasing the white blood cells in the body. It fights various types of infections like cold, flu and fever. It is also beneficial.
To Remove the Worm
Children are often troubled by the problem of worms in the stomach, so taking 1 to 3 grams powder of yellow pumpkin seeds removes stomach worms.
Constipation Relief
If someone has a complaint of constipation, then consuming pumpkin gives benefit by making greens of yellow pumpkin fruit and eating it, constipation is cured.
In Gastric Irritation
If there is a burning sensation in the stomach due to eating spicy food or due to any side effect, then after roasting the small fruit of pumpkin and taking out its juice, drinking it, it gets rid of liver or liver and stomach irritation.
In Piles
Irregular food, eating more spicy, oily and spicy, causes complaints of piles. In such a situation, make a powder by drying and grinding the peel of the pumpkin. Eating this gives great relief in piles.
In Bleeding
If bleeding is occurring due to hemorrhoids, then taking 5 to 10 grams of the pulp of pumpkin fruit in sugar syrup and taking it in quantity definitely provides relief from hemorrhoids.
Urinary Disease
If there is a problem of urinary diseases such as pain or burning during urine excretion, if there is a problem of less frequent urination, etc., then grinding 5 to 10 grams of pumpkin seeds and mixing sugar candy or honey gives relief from all these people.
In Skin Diseases
In today's pollution-filled environment, the risk of skin diseases increases, everyone is suffering from some kind of skin related problems, grinding the pulp of yellow pumpkin fruit and applying it is beneficial in skin related diseases.
In Fever
If fever has occurred due to changing weather or due to any other infection, then eating pumpkin vegetable is beneficial in fever.
In Insomnia
In today's lifestyle, insomnia has become common, most people are suffering from insomnia, in such a situation, massaging the body and head with oil made from pumpkin seeds cures insomnia.
In Inflammation and Swelling
If there is swelling in any part of the body due to injury or due to some disease, then grinding pumpkin pulp and applying it on the inflamed area ends swelling and burning.
On Scorpion Bite
On the bite of a scorpion, grinding ripe pumpkin seeds and applying it on the sting site reduces the effect of the venom.
Use of pumpkin
- Pumpkin vegetable is made
- Pumpkin pudding is also made
- Pumpkin laddus are also made
- Pumpkin chutney also makes delicious rasam
Side Effects of Pumpkin
- Pumpkin is very beneficial for health, but in some circumstances it also harms.
- Pumpkin has diuretic properties. Therefore, consuming it in excess can lead to a lack of water in the body.
- People who take lithium based drugs should not consume pumpkin in excess.
- Consuming pumpkin in large quantities due to its good amount of fiber can cause stomach ache, cramps etc. problems for some people.
- People who have low blood pressure related problems, too much consumption of pumpkin is not good for them.
kya baat kaddu..useful post..
ReplyDeleteVery useful
ReplyDeleteसर्वसुलभ फल
ReplyDeleteकोहड़ा प्रचलित नाम, अच्छी जानकारी। बड़ा फायदेमंद है आज ही जाना, मैं तो इसे बेकार ही समझता था।
ReplyDeleteकद्दू,अच्छी जानकारी
ReplyDeleteबड़े काम का है कद्दू...
ReplyDeleteउपयोगी लेख 👍👍👌👌
Very useful
ReplyDeleteकद्दू के इतने फायदे कभी सोचा नहीं था। उपयोगी पोस्ट👍👍
ReplyDeleteकद्दू विभिन्न प्रकार से प्रयोग में आता है।इसमें अनेक औषधीय गुण होते हैं।अच्छी जानकारी।
ReplyDeleteबड़े काम का लेख है।जहांतक ज्यादा सेवन का प्रश्न है तो अति सर्वत्र वर्जयेत
ReplyDeleteUseful post. .. mute to baht passed ha kudzu..😊😊
ReplyDeleteUse full
ReplyDeleteकद्दू खाते है बुद्धू
ReplyDeleteबहुत लाभदायक जानकारी
ReplyDeleteमुझे कद्दू का हलवा ज्यादा पसंद है
कितने सारे औषधीय गुण है कोहड़ा में ,
ReplyDeleteहमलोग तो बस इसका हलवा खाते हैं।
इसके पत्ते की सब्जी तथा फूलों के
पकौड़ी भी खाते हैं। अब तो आपसे
प्रदत जानकारी से इसका विभिन रोगों
में भी इस्तेमाल करूँगा🙏🙏🙏🙏🙏
👏👌👌👌Thanks for sharing valuable information 🙏🙏
ReplyDelete🙏🙏🙏💐💐Thanks
Very useful information 👌🏻
ReplyDeleteसेहतमंद
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