महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

इस साल महाशिवरात्रि (Maha Shivratri ) 11 मार्च 2021 को है। महाशिवरात्रि (Maha Shivratri ) पर आज सुबह 9.25 तक महान कल्याणकारी शिव योग रहेगा, इसके बाद सिद्ध योग शुरू हो जाएगा।

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

शिव योग में किए जाने वाले धर्म कर्म और मांगलिक अनुष्ठान बहुत ही फलदायी होते हैं।

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri ) हिंदुओं का प्रमुख त्योहार और भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )  का त्योहार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरंभ अग्नि लिंग (जो महादेव का विशालकाय स्वरूप है) के उदय से हुआ। इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाले 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि को सबसे प्रमुख माना जाता है। भारत सहित पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बड़ी उत्साह से मनाया जाता है।

कथाएं-

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )


महाशिवरात्रि (Maha Shivratri ) से संबंधित कई पौराणिक कथाएं हैं, जिनमें से एक इस प्रकार है-

समुद्र मंथन

अमर अमृत को प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन हुआ, लेकिन इसके साथ ही हलाहल नामक विष भी पैदा हुआ था। हलाहल विष में ब्रह्मांड को नष्ट करने की क्षमता थी, जिसे केवल भगवान शिव ही नष्ट कर सकते थे। भगवान शिव ने हलाहल नामक विष को अपने कंठ में रख लिया था। जहर इतना शक्तिशाली था कि भगवान शिव दर्द से पीड़ित हो उठे थे और उनका गला गहरा नीला हो गया था। इस कारण से भगवान 'नीलकंठ' के नाम से प्रसिद्ध हैं। उपचार के लिए चिकित्सकों ने देवताओं को भगवान शिव को रात भर जगाए रखने की सलाह दी। शिव को आनंद लेने और जागते रहने के लिए देवताओं ने रात भर अलग -अलग नृत्य और संगीत बजाए। जैसे सुबह हुई, उनकी भक्ति से प्रसन्न हो भगवान शिव उन सभी को आशीर्वाद दिया। शिवरात्रि इस घटना का उत्सव है जिसे शिव ने दुनिया को बचाया। तब से इस दिन भक्त उपवास रखते हैं।

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

अनुष्ठान

शिव पुराण के अनुसार महाशिवरात्रि पूजा में 6 वस्तुओं को अवश्य शामिल करना चाहिए-

* शिवलिंग को पानी, दूध और शहद से अभिषेक करना चाहिए। बेर और बेलपत्र जो आत्मा की शुद्धि करते हैं, अवश्य चढ़ाना चाहिए।

* सिंदूर का पेस्ट स्नान के बाद शिवलिंग पर लगाना चाहिए। यह पुण्य का प्रतिनिधित्व करता है।

* फल, जो दीर्घायु और इच्छाओं की संतुष्टि को दर्शाते हैं।

* जलती धूप, धन और अनाज चढ़ाना चाहिए।

* दीपक जलाना चाहिए।

* पान का पत्ता(सांसारिक सुखों के साथ संतोष अंकन करते हैं)।

अभिषेक में निम्न वस्तुओं का प्रयोग नहीं किया जाता है-

तुलसी के पत्ते

हल्दी

चंपा और केतकी के फूल

इस दिन 'ओम नमः शिवाय' और "महामृत्युंजय" जप का जाप करना चाहिए।

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Maha Shivratri

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

 This year Maha Maha Shivratri is on 11 March 2021. On Maha Shivaratri (Maha Shivratri), there will be great welfare Shiva Yoga till 9.25 this morning, after this Siddha Yoga will begin.

 Dharma karma and Manglik rituals performed in Shiva Yoga are very fruitful.

 Maha Shivaratri is the main festival of Hindus and the main festival of Lord Shiva. The festival of Maha Shivratri is celebrated on the Chaturdashi of the Krishna Paksha of Phalgun month. It is believed that the creation of this world started on this day. According to mythology, the creation of this day began with the rise of Agni Linga (which is the giant form of Mahadev). On this day, Lord Shiva was married to Goddess Parvati. Mahashivaratri is considered to be the most prominent of the 12 Shivaratris that occur in the year. The holy festival of Mahashivaratri is celebrated with great enthusiasm all over the world including India.

 stories-

 There are many mythological stories related to Maha Shivratri, one of which is as follows-

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

 Churning of the sea

 The sea churned to obtain the immortal nectar, but along with it a poison called Halahl was also born. Halahl venom had the ability to destroy the universe, which only Lord Shiva could destroy. Lord Shiva had kept the venom named Halahal in his throat. The poison was so powerful that Lord Shiva was suffering from pain and his throat became dark blue. For this reason God is famous as 'Neelkanth'. For the treatment, the doctors advised the gods to keep Lord Shiva awake overnight. The gods played different dances and music throughout the night to make Shiva enjoy and stay awake. Pleased with their devotion as the morning came, Lord Shiva blessed them all. Shivaratri is the celebration of this event which Shiva saved the world. Since then, devotees keep fast on this day.

 The ritual

 According to Shiva Purana, 6 things must be included in Mahashivaratri Puja-

 * Shivalinga should be anointed with water, milk and honey. Plum and bell leaf which purify the soul must be offered.

 * Sindoor paste should be applied on Shivling after bath. It represents virtue.

 * Fruits, which reflect longevity and satisfaction of desires.

 * Burning incense, money and grains should be offered.

 * Lamp should be lighted.

 * Betel leaf (marking satisfaction with worldly pleasures).

 The following items are not used in Abhishek-

 Basil leaves

 turmeric

 Champa and Ketki Flowers

 One should chant 'Om Namah Shivaya' and "Mahamrityunjaya" on this day.

महाशिवरात्रि (Maha Shivratri )

महाशिवरात्रि                                                                      Maha Shivratri 

महाशिवरात्रि 2021                                                             Maha Shivratri 2021 

महाशिवरात्रि 2021 कब है                                                   Maha Shivratri 2021 Timing 

महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है                                        Maha Shivratri ka mahatw 

महाशिवरात्रि का महत्व                                                      Maha Shivratri story 

19 comments:

  1. Very nice & also same to u Shiv ratri ki shubh kamnay

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  2. सारी सृष्टि जिनके शरण में..
    नमन है उन महादेव के चरणों में... 🙏🙏

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  3. चरणों में नमन

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  4. हर हर महादेव, आप सबको महाशिवरात्रि की बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं

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  5. ओम नमः शिवाय।महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोले नाथ तथा माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था।भगवान शिव का आशीर्वाद एवं कृपा हम सभी लोगों पर बनी रहे।

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  6. जय हो भोलेनाथ की 🙏🙏🙏

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  7. Har har Mahadev...🙏🙏🙏🙏

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