मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता

मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता


मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता

"अजीब से सिलसिले है तेरे मेरे दरमियान 
फासले भी बहुत है और महोब्बत भी बेपनाह. ...!!

मिलते अगर हम,

तो क्या एहसास होता

धड़कते दिल में,

क्या क्या ज़ज़्बात होता

बहते आँखों से आंसू, 

या लब खिलखिलाते

या दोनों के संगम का, 

एक साथ एहसास होता

करते ढेर सारी बातें, 

या चुप मुस्कुराते

चलते साथ साथ 

और हाथो में हाथ होता

रुकते फिर बहाने से, 

देखने को आखें

निगाहों ही निगाहों में, 

उमड़ता वो प्यार होता

बैठ कर कही, 

सीने से तेरे लग जाते

रुक जाए अब पल यही, 

ऐसा विचार होता

मिलते अगर हम तो क्या एहसास होता..💕

9 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द मंगलवार 12 नवंबर 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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    1. पांच लिंकों के आनन्द में इस रचना को स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार 💐💐

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  2. Waah Very nice 👌🏻

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  3. संजय कुमारNovember 11, 2024 at 11:54 PM

    🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
    🚩🚩जय श्री राधेकृष्ण🚩🚩
    🚩🚩राधे राधे 🚩🚩
    👍👍👍वाह जी.. बहुत खूब 🙏
    🙏हमेशा स्वस्थ व मस्त रहिये,
    अपना और अपनों का ख्याल रखिये🙏
    🙏🙏बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐

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  4. सुंदर कल्पना !

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  5. बहुत सुन्दर प्रस्तुति

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