प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

प्रेम मंदिर

आज ब्लॉग के पाठकों को राधा कृष्णा की नगरी में लिए चलते हैं और वृंदावन के प्रेम मंदिर का भ्रमण कराते हैं। प्रेम मंदिर भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले के समीप वृंदावन में एक हिंदू मंदिर है। यह भगवान श्रीकृष्ण की क्रीडा स्थली कहे जाने वाले वृंदावन का "प्रेम मंदिर" 'प्रेम' का प्रतीक माना जाता है। यह मंदिर भगवान राधा कृष्ण और सीता राम को समर्पित है। भगवान श्रीकृष्ण की क्रीडा स्थली कहे जाने वाले वृंदावन में श्री कृष्ण और राधा रानी के प्रेम के अनगिनत किस्से और कहानियां सुनने को मिल जाएंगे। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

यह जगद्गुरु कृपालु परिषद, एक अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी, शैक्षणिक, आध्यात्मिक, धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया है। मंदिर परिसर वृंदावन के बाहरी इलाके में 54 एकड़ जमीन पर है और  मंदिर की संरचना पांचवी जगद्गुरु, कृपालु महाराज द्वारा स्थापित की गई थी। इसे राजस्थान और उत्तरप्रदेश के एक हजार शिल्पकारों ने तैयार किया है। यह मन्दिर प्राचीन भारतीय शिल्पकला के पुनर्जागरण का एक नमूना है।

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

इस मंदिर का निर्माण जनवरी 2001 में शुरू हुआ और उद्घाटन समारोह 15 फरवरी से 17 फरवरी 2012 तक हुआ। मंदिर 17 फरवरी 2012 को जनता के लिए खोला गया था। इस मन्दिर के निर्माण में 11 वर्ष का समय और लगभग 100 करोड़ रुपए की धन राशि लगी है। प्रेम मंदिर के बगल में 73,000 वर्ग फुट, गुंबद के आकार का सत्संग हॉल है, जहाँ एक समय में 25,000 लोग एक साथ बैठकर प्रभु की आराधना कर सकते हैं, जिसमें प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आकर भजन कीर्तन एवं सत्संग करते हैं। मंदिर खुलने के साथ ही मंदिर में सत्संग की आवाजें शुरू हो जाती हैं। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

प्रेम मंदिर कई एकड़ में फैला हुआ है और इसकी ऊंचाई 125 फीट है। इसकी लंबाई 122 फीट है। मंदिर की चौड़ाई लगभग 115 फीट है। इस मंदिर को संगमरमर के पत्थरों से बनाया गया है, जिसे इटली से मंगवाया गया था। मंदिर की दीवारों पर बेहतरीन कारीगरी की गई है, जो कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के मन को अपनी ओर आकर्षित करती है। मंदिर के गुंबद के ऊपर लगे पीतल के बड़े-बड़े घडे उन्हें और भी आकर्षित करते हैं। मंदिर में एक विशाल झूमर भी दिखाई देता है और श्रद्धालुओं की नजर इस झूमर से नहीं हटती है। वाकई में बेहद खूबसूरत झूमर है। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

सभी वर्ण, जाति, देश के लोगों के लिये खुले मन्दिर के लिए द्वार सभी दिशाओं में खुलते है। मुख्य प्रवेश द्वारों पर आठ मयूरों के नक्काशीदार तोरण हैं तथा पूरे मन्दिर की बाहरी दीवारों पर राधा-कृष्ण की लीलाओं को शिल्पांकित किया गया है। इसी प्रकार मन्दिर की भीतरी दीवारों पर राधाकृष्ण और कृपालुजी महाराज की विविध झाँकियों का भी अंकन हुआ है। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

मन्दिर में कुल 94 स्तम्भ हैं जो राधा-कृष्ण की विभिन्न लीलाओं से सजाये गये हैं। अधिकांश स्तम्भों पर गोपियों की मूर्तियाँ अंकित हैं, जो सजीव जान पड़ती है। मन्दिर के गर्भगृह के बाहर और अन्दर प्राचीन भारतीय वास्तुशिल्प की उत्कृष्ट पच्चीकारी और नक्काशी की गयी है तथा संगमरमर की शिलाओं पर राधा गोविन्द गीत सरल भाषा में लिखे गये हैं।

ये तो हुई मंदिर के अंदर की खूबसूरती। अब चलते हैं बाहरी परिसर की तरफ। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

मंदिर के चारों तरफ मंदिर परिसर में भगवान कृष्ण की मुख्य लीलाओं को दर्शाया गया है। प्रेम मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की जन्म से लेकर कुरुक्षेत्र में अर्जुन को दिए गए संदेश तक की लीला को चित्रण किया है। जब हम मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश करते हैं तो प्रवेश के साथ ही भगवान कृष्ण की लीलाओं को देख सकते हैं।   इस मंदिर का मुख्य आकर्षण श्री कृष्ण की मनोहर झांकियां और सीता-राम का खूबसूरत फूल बंगला है। इसमें फव्वारे, राधा-कृष्ण की मनोहर झाँकियाँ, श्री गोवर्धन लीला, कालिया नाग दमन लीला, झूलन लीला की झाँकियाँ उद्यानों के बीच सजायी गयी है। यह मन्दिर वास्तुकला के माध्यम से दिव्य प्रेम को साकार करता है। इसमें भगवान श्री कृष्णा गाय बछड़ों के साथ और ग्वाल बालाओं के साथ नजर आते हैं तो कहीं राधा रानी के साथ झूला झूलते हुए। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

वहीं पर गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाए हुए भी नजर आते हैं (मंदिर परिसर में गोवर्धन पर्वत की सजीव झाँकी बनायी गयी है)। आगे चलकर भगवान श्री कृष्ण के जन्म को भी दर्शाया गया है। इसके साथ ही माखन चोरी कर भागते हुए का दृश्य भी दर्शाया गया है। 

प्रेम मन्दिर, वृन्दावन || Prem Mandir, Vrindavan

इस मंदिर खासियत ये भी है कि ये दिन में बिल्कुल सफेद दिखाई देता है और शाम को ये अलग-अलग रंग में नजर आता है। शाम होते ही मंदिर की सतरंगी रोशनी भक्तों को काफी आकर्षित करती है, जिसे आप वीडियो में देख सकते हैं। हर 30 सेकेंड में मंदिर की लाइटें अपना रंग भी बदलती हैं। 

4 comments:

  1. Good information

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  2. 🙏🙏💐💐
    🕉️शुभरात्रि 🕉️
    🚩🚩राधे राधे राधे राधे 🚩🚩
    🙏श्री राधा माघव का आशीर्वाद आप और आपके परिवार पर हमेशा बना रहे 🙏
    👌👌👌बहुत सुन्दर प्रस्तुति... आपका बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐
    🚩🚩जय श्री राधे कृष्ण🚩🚩

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