सेंट फिलोमेना चर्च, मैसूर (Saint Philomena Church, Mysore)

सेंट फिलोमेना चर्च (Saint Philomena Church)

एशिया के सबसे ऊंचे चर्चों में से एक सेंट फिलोमेना चर्च है। इस चर्च के शिखर की ऊंचाई 175 फीट है। यह मीलों दूर से दिखाई देता है। प्रत्येक मीनार पर एक क्रॉस बना हुआ है। इसमें करीब 800 लोग रह सकते हैं। यह मैसूर चर्च एक नव-गॉथिक चमत्कार है, जो जुड़वां शिखरों वाली एक विशाल संरचना है। इसकी वास्तुकला जर्मनी के कोलोन कैथेड्रल से प्रेरित थी। 

सेंट फिलोमेना चर्च, मैसूर (Saint Philomena Church, Mysore)

सेंट फिलोमेना चर्च कर्नाटक के मैसूर शहर में एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। सेंट फिलोमेना चर्च (Saint Philomena Church) नव-गॉथिक शैली में सन 1936 में निर्मित किया गया और साथ ही यह भारत के सबसे ऊंचे चर्चों में से एक है। वर्तमान में सेंट जोसेफ चर्च के रूप में प्रसिद्ध यह चर्च ग्रीस के तीसरी सदी की संत फिलोमेना को समर्पित है।

सेंट फिलोमेना चर्च, मैसूर (Saint Philomena Church, Mysore)

सेंट फिलोमेना कैथेड्रल का निर्माण मैसूर के महाराजा मुमुदी कृष्णराज वाडियार ने 1843 में चौथी शताब्दी के संत और शहीद सेंट फिलोमेना की याद में किया था। कैथेड्रल का निर्माण 19वीं शताब्दी में मैसूरु में रहने वाली बड़ी संख्या में यूरोपीय आबादी को उपहार के रूप में किया गया था। चूंकि यूरोपीय लोगों की बढ़ती आबादी के कारण एक बड़े चर्च की आवश्यकता महसूस की गई थी, इसलिए नए चर्च की नींव अक्टूबर 1933 में मैसूर के तत्कालीन राजा कृष्णराजेंद्र वोडेयार द्वारा रखी गई थी। सेंट फिलोमेना के कुछ अवशेष इस चर्च की मुख्य वेदी के नीचे एक तलघर में संरक्षित रखे गए हैं।

सेंट फिलोमेना चर्च, मैसूर (Saint Philomena Church, Mysore)

भारत के सबसे बड़े कैथेड्रल में से एक, मैसूरु में सेंट फिलोमेना कैथेड्रल गोथिक वास्तुकला का एक उल्लेखनीय उदाहरण है। रोमन कैथोलिक चर्च के लैटिन कैथोलिक संत, सेंट फिलोमेना की स्मृति का सम्मान करने के लिए बनाया गया यह भव्य चर्च, जर्मनी के खूबसूरत कोलोन कैथेड्रल से प्रेरणा लेता है। 

चर्च की खिड़कियों में सुंदर सा ग्लास पेंटिंग हैं जो यीशु मसीह के जन्म, पुनरुत्थान, अंतिम भोज और क्रूस पर चढ़ाई को दर्शाती हैं। इन्हें फ्रांस से लाया गया था। यहाँ भी चर्च हॉल के अंदर किसी भी फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। 

सेंट फिलोमेना चर्च, मैसूर (Saint Philomena Church, Mysore)

इसके डिजाइन और सुंदरता के कारण चर्च परिसर के भीतर कई फिल्मों की शूटिंग हुई। फिल्म: अमिताभ बच्चन अभिनीत 1977 की बॉलीवुड फिल्म 'अमर अकबर एंटनी' के विभिन्न दृश्य मैसूर के सेंट फिलोमेना कैथेड्रल में फिल्माए गए थे।

8 comments:

  1. अमर अकबर एंथनी 🎊

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  2. क्या बात है रूपा जी अब ये चर्च पक्का फेमस हो क्यों कि........ ☺️☺️☺️☺️☺️

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  3. 🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
    🙏जय जय सियाराम 🚩🚩🚩
    👍👍👍बहुत बढ़िया 🙏
    👍Enjoy 😊

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  4. Beautiful church and you are🤩🤩

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