लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

लैम्प्रे मछली (Lamprey Fish)

मछलियां तो आप लोगों ने बहुत ढेर सारी देखी होगी अनेकों प्रकार की मछलियां छोटी बड़ी रंग बिरंगी पर आज मैं जिस मछली की बात करने जा रही हूं उसके बारे में कम लोगों को ही पता होगा। दुनिया में एक से एक खतरनाक मछल‍ियां भी हैं, उन्हीं में एक ऐसी मछली ऐसी है, जो डायनासोर का भी शिकार कर चुकी है। ऐसी मछली जो पूरी शरीर का खून चूस लेती है और 45 करोड़ साल से इस धरती पर जिंदा है। इस मछली का नाम है "लैम्प्रे मछली (lamprey fish)" इस मछली का जबड़ा नहीं है, फ‍िर भी इतनी खतरनाक है कि अगर किसी के पीछे पड़ जाए तो जान लेकर ही मानती है। 

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

समुद्र के भीतर भी हमारी धरती की तरह कई ऐसे जीव मौजूद हैं, जिनके बारे में जानकर हम इंसान हैरान रह जाते हैं। इसी कड़ी में आज एक ऐसी मछली के बारे में जानेंगे, जिसे 'समुद्री वैम्पायर' के नाम से भी जाना जाता है।इसका काम केवल खून चूसना ही है। ये छोटी सी बिना जबड़े की मछली 45 करोड़ साल से धरती पर है। इसने डायनासोरों का भी खून चूसा है और पेड़ों को भी सुखाया है। ये अपने शिकार का खून और शरीर के सारे तरल पदार्थ चूस लेती है। उसे सूखा कर मार डालती है। जहां तक बात रही इनके खाने या पीने की तो ये सिर्फ तरल पदार्थ पीते हैं। प्रशांत महासागर की सैलमन, फ्लैटफिश, रॉकफिश और और हेक का खून इसका भोजन है। 

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

इस मछली की अधिकतम लंबाई 40 इंच तक होती है और वजन 8 किलोग्राम या कभी कभी उससे अधिक भी हो जाता है। इसकी पीठ का रंग नीला, काला और हरा होता है, जबकि इसके पेट का रंग आम तौर पर सुनहरा या सफेद होता है। ये मछली अपना आधे से ज्यादा जीवन नदी के पानी में बिताती है, इसके साथ ही यह जीवन के कई साल समुद्र के पानी में भी बिताती है और वहां रह कर हर तरह से खुद को मजबूत बनाती है। बाद में वह अंडे देने के लिए मीठे पानी में वापस आती है। इसे समुद्री मछली की श्रेणी में भी रखा जाता है। बिना जबड़े वाली इस मछली को पैसिफिक लैम्प्रे (Pacific Lamprey) भी कहते हैं। 

इस मछली की सबसे बड़ी पहचान उसका मुंह होता है, इसके मुंह में चारो तरफ दांत होते हैं, जो इसे अपना शिकार पकड़ने और उसका खून चूसने में सहयोग करते हैं। इसके दांत काफी नुकीले होते हैं और मुंह की बनावट ऐसी होती है कि यह शिकार का खून और मांस तुरंत खींच सके। यह मछलियों के प्राचीन समूह अगनाथा (Agnatha) से आती है। इसका वैज्ञानिक नाम एंटोसफेनस ट्राइडेंटस (Entosphenus tridentatus) है। 

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

इसे अटलांटिक महासागर की मछली भी कहा जाता है और यह उत्तरी अमेरिका से लेकर यूरोप तक पाई जाती है। वैसे इसे प्रशांत महासागर में भी देखा जाता है। यह एक बार में लगभग एक लाख अंडे देती है और उसके 36 दिनों के अंदर मादा लैम्प्रे मर जाती है। उन अंडों की देखभालनर सी लैंप्री करता है। पर्यावरण के लिए जरूरी इस मछली के बारे में मान्यता है कि आज से लगभग 36 करोड़ साल पहले पहली बार इसका जन्म हुआ था। 

क्षुद्रग्रह (Asteroid) के कारण हुए विनाशकारी विनाश के बावजूद, यह ध्यान देने योग्य है कि लैंप्रे मछली जीवित रहने में कामयाब रही। लैम्प्रे, स्टर्जन और डायनासोर से भी अधिक समय से अस्तित्व में हैं। यहाँ तक कि पेड़ों से भी अधिक समय तक। वे पांच बार बड़े पैमाने पर विलुप्त होने से बच गए हैं और कम से कम 66 मिलियन वर्ष पहले क्रेटेशियस युग के बाद से विकसित नहीं हुए हैं।

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 Lamprey Fish

You must have seen a lot of fishes, many types of fishes, big and small, but very few people would know about the fish that I am going to talk about today. There are many dangerous fishes in the world, among them there is one such fish which has even hunted dinosaurs. Such a fish which sucks the blood of the entire body and has been alive on this earth for 45 crore years. The name of this fish is "Lamprey fish". This fish does not have a jaw, yet it is so dangerous that if it chases someone, it will risk its life.

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

Like our earth, there are many such creatures present inside the ocean, knowing about which we humans are surprised. In this episode, today we will learn about a fish which is also known as 'sea vampire'. Its job is only to suck blood. This small jawless fish has been on earth for 45 crore years. It has also sucked the blood of dinosaurs and dried up trees. It sucks the blood and all the body fluids of its victim. It dries it up and kills it. As far as their food or drink is concerned, they drink only liquids. Its food is the blood of salmon, flatfish, rockfish and hake of the Pacific Ocean.

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

The maximum length of this fish is up to 40 inches and the weight can be 8 kilograms or sometimes even more. The color of its back is blue, black and green, while the color of its belly is usually golden or white. This fish spends more than half of its life in river water, along with this it also spends many years of its life in sea water and by staying there, it strengthens itself in every way. Later she returns to freshwater to lay eggs. It is also kept in the category of marine fish. This jawless fish is also called Pacific Lamprey.

The biggest identity of this fish is its mouth, it has teeth all around its mouth, which help it in catching its prey and sucking its blood. Its teeth are very sharp and the structure of the mouth is such that it can immediately extract the blood and flesh of the victim. It comes from the ancient group of fishes, Agnatha. Its scientific name is Entosphenus tridentatus.

It is also called the fish of the Atlantic Ocean and is found from North America to Europe. By the way, it is also seen in the Pacific Ocean. It lays about one lakh eggs at a time and within 36 days the female lamprey dies. Those eggs are taken care of by the male lamprey. It is believed that this fish, which is important for the environment, was first born about 36 crore years ago.

लैम्प्रे मछली (lamprey fish)

Despite the devastating destruction caused by the asteroid, it is noteworthy that the lamprey fish managed to survive. Lampreys have been around longer than sturgeons and dinosaurs. Even longer than the trees. They have survived five mass extinctions and have not evolved since the Cretaceous era at least 66 million years ago.

15 comments:

  1. Amazing information 👏keep it up mam

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  2. Extraordinary information. How little we know about our world. Thank you my friend.

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  3. अच्छी जानकारी

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  4. 🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
    🙏जय जय सियाराम 🚩🚩🚩
    👍Sea Vampire ----👌👌👌अद्धभुत व रोचक जानकारी🙏
    🙏आप का बहुत बहुत धन्यवाद 💐💐

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  5. पवन कुमारNovember 2, 2023 at 7:39 AM

    विचित्र जीव है यह मछली । परमात्मा की अद्भुत संसार की अद्भुत रचना🙏🙏🙏🙏🙏

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  6. अच्छी जानकारी

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  7. न जाने कैसी कैसी मछली आती है हमारे दिमाग के उस तरफ की बात है यह🤔

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