बिहार का राज्य पशु गौर/बैल

बिहार का राज्य पशु गौर/बैल

बैल बिहार का राजकीय पशु है। इसे बिहार की राज्य सरकार द्वारा 2013 में राजकीय पशु घोषित किया गया था। बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और बैल बिहार के कृषि की प्रधानता का प्रतीक है क्योंकि भारत में सदियों से बेल का प्रयोग कृषि कार्यों में किया जाता रहा है।  यह खेत की जुताई में काम आने वाला और सामान को ढोने के लिए उपयोग में लाया जाने वाला सबसे उपर्युक्त पशु होता है।

बिहार का राज्य पशु गौर/बैल

बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और बैल बिहार के कृषि की प्रधानता का प्रतीक है क्योंकि भारत में सदियों से बैल का प्रयोग कृषि कार्यों में किया जाता रहा है। विभाजन के बाद राज्य के वर्तमान भौगोलिक परिवेश, वनस्पति प्रजातियों तथा प्राणियों की उपलब्धता एवं उनके संरक्षण की जरूरत महसूस की गयी। खेती के यंत्रीकरण के चलते बैलों का उपयोग कम होता जा रहा है। इससे उनके अस्तित्व पर ही संकट खड़ा हो गया है। यही वजह है कि सरकार द्वारा इन्हें संरक्षित व संवर्धित करने की प्रयास की जा रही है।  

गौर केवल बिहार का ही नहीं बल्कि गोवा का भी राजकीय पशु है। यह गौरवंश का विशालतम प्राणी है। कंधे तक 6 फुट की ऊंचाई वाले वयस्क नर का वजन 650 से 1000 किग्रा. तक होता है। पूंछ को छोड़कर इसकी लंबाई करीब सवा नौ फुट होती है।

मादा नर से थोड़ी छोटी होती है। नर का रंग काला एवं मादा ललछौंह भूरे रंग की होती है जो गौर की एक स्पष्ट पहचान है। इसके चारों पैरों का खुर से लेकर घुटने तक का रंग सफेद होता है। घुटने तक सफेद पैर नर एवं मादा दोनों के होते हैं। नर के सिर पर एक जोड़ी मजबूत घुमावदार सींग होते हैं जो लगभग 45 से 46 इंच तक लंबे हो सकते हैं। मादा के सींग अपेक्षाकृत पतले एवं नर से छोटे होते हैं

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Bihar's state animal Gaur/Bull

Bull is the state animal of Bihar. It was declared the state animal by the state government of Bihar in 2013. Bihar is an agricultural state and the bull is a symbol of the importance of agriculture in Bihar because the bull has been used in agricultural activities for centuries in India. This is the most important animal used for plowing the fields and carrying goods.

Bihar's state animal Gaur/Bull

Bihar is an agricultural state and the bull is a symbol of the importance of agriculture in Bihar because bulls have been used in agricultural work for centuries in India. After partition, the need was felt for the present geographical environment of the state, availability of plant species and animals and their conservation. Due to mechanization of farming, the use of oxen is decreasing. Due to this their very existence is in danger. This is the reason why the government is making efforts to preserve and promote them.

Gaur is the state animal not only of Bihar but also of Goa. This is the largest animal of Gaur dynasty. The weight of an adult male with height of 6 feet at the shoulder is 650 to 1000 kg. Happens till.  Excluding the tail, its length is about nine and a quarter feet.

The female is slightly smaller than the male. The color of the male is black and that of the female is brown, which is a clear identity of Gaur. The color of its four legs from hoof to knee is white. Both males and females have white legs up to the knees. The male has a pair of strong curved horns on his head that can grow to about 45 to 46 inches long. The horns of the female are relatively thinner and smaller than those of the male.

भारतीय राज्य के राजकीय पशुओं की सूची || List of State Animals of India ||

भारतीय राज्य के राजकीय पक्षियों की सूची |(List of State Birds of India)

10 comments:

  1. यह एक महत्वपूर्ण जानकारी हैं ।

    🐂✌️🤗🙏

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  2. अच्छी जानकारी

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  3. 🙏🙏💐💐शुभरात्रि 🕉️
    🙏जय शिव शम्भू 🚩🚩🚩
    👍👍👍अच्छी जानकारी 🙏
    🙏आप का बहुत बहुत धन्यवाद
    💐💐

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  4. Good information

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