क्या आप जानते है कि विश्व में सबसे अधिक क्षेत्र में फैला मंदिर कौन सा है?

क्या आप जानते है कि विश्व में सबसे अधिक क्षेत्र में फैला मंदिर कौन सा है?

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

ये है अंगकोर वाट का मंदिर प्रांगण जो कि केवल हिन्दू धर्म नहीं, बल्कि सभी धर्मो के धार्मिक स्मारकों में सबसे बड़ा है। आज जानते है कुछ तथ्य हमारी संस्कृति के इस अनसुने अध्याय के बारे में, दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर, 800 साल से भी ज्यादा पुराना है अंगकोर वाट का मंदिर (Angkorwat Temple)

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

1 - अंगकोर वाट का मंदिर कंबोडिया देश में स्थित है, जी हां, सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर भारत में नहीं है।

2 - इसका निर्माण खमेर राजवंश के राजा सूर्यवर्मन द्वारा कराया गया था, जो कि भगवान विष्णु को समर्पित है।

3 - यह प्रांगण 402 एकड़ भूमि में फैला है, आप इसकी भव्यता का अंदाजा इस बात से लगा सकते है कि इस प्रांगण में 227 फुटबाल के मैदान आसानी से समा सकते है।

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

4 - इस मंदिर का कंबोडिया में इतना महत्व है कि आप उनके राष्ट्रीय ध्वज पर इस मंदिर को देख सकते है।

5- मंदिर दो भागो में विभाजित पहला भाग मंदिर की मुख्य इमारत तथा दूसरा भाग उसका बरामदा इस मंदिर की संरचना बाहर से अंदर की ओर जाने पर ऊपर की ओर उठती सी प्रतीत होती है, इसका कारण है कि यह हिन्दू धर्म के मेरु पर्वत का निरूपण करता है।

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

6 - कंबोज के इस मंदिर को मौलिक रूप से शिव को समर्पित किया गया था। लेकिन बाद में इसे विष्णु भगवान से जोड़ दिया गया। हालांकि यहाँ त्रिदेव –ब्रह्मा, विष्णु, महेश की मूर्तियाँ एक साथ मौजूद हैं।

7 - एक समय ऐसा आया कि ये मंदिर खंडहर में तब्दील हो चुका था लेकिन जनवरी 1860 में एक फ्रांसीसी रिसर्चर हेनरी महोत ने इसे फिर से दुनिया की नज़रों में लाने का काम किया। 18 वी सदी में हेनरी मौहोत ने अपने यात्रा वर्णन से पश्चिमी देशों में इस स्मारक का वर्णन कुछ इन शब्दों में किया है।

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

हमारे सनातन धर्म और संस्कृति में 
एक खोजोगे हजार मिलेंगे..

इतिहास को खुद में समेटे कभी गुमनाम रहा ये मंदिर आज यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल है। मंदिर वास्तुकला के अनुपम नमूना पेश करते हुए भारत की प्राचीनता और कंबोडियाई कनेक्शन को सहेजे हुए है। मीकांग नदी के किनारे सिमरिप शहर में बने इस मंदिर को देखने दुनियाभर से लोग आते हैं। खास बात है कि ये मंदिर 1983 से कंबोडिया के राष्ट्रध्वज पर भी अंकित है। जानकर खुशी होगी कि वर्ष 1986 से लेकर वर्ष 1993 तक भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने इस मंदिर को संरक्षित करने के साथ ही संवारने का काम किया है। ये अपने आप में अपनापन को दर्शाने के लिए काफी है। जड़ों में जाएँगे तो पाएँगे कि कंबोडिया की धरती को भारत से आए शासकों ने ना केवल आबाद किया है, बल्कि इसे बनाया और सजाया भी है। 

कंबोडिया का हिन्दू सम्राज्य, जहां है विश्व का सबसे बड़ा मंदिर | angkor wat | अंगकोर वाट

सनातन संस्कृति सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ठ है 🚩🚩

12 comments:

  1. सनातन धर्म ही सर्वश्रेष्ठ है 🚩 जय श्री राम 🚩

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  2. जय सनातन धर्म और संस्कृति

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  3. Hum log kitni hi jankariyon se anbhigya rahte..
    Aisi jankariyon ko share karne ke liye bahut bahut dhanyavad..

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  4. Rustam singh vermaJune 20, 2023 at 3:04 PM

    विस्तृत जानकारी
    जय सनातन संस्कृति

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  5. त्रिदेव की मूर्तियों से सुसज्जित
    प्रभु श्रीहरि विष्णु को समर्पित
    अति विशाल और अति विराट
    विश्व प्रसिद्ध मंदिर अंकोरवाट
    खमेर राजवंश के राजा सूर्यवर्मन
    द्वारा किया गया इसका निर्माण
    800 वर्षों से भी पुराना मंदिर
    विदेश में सनातन धर्म का प्रमाण
    https://rupaaooskiekboond.blogspot.com/2023/06/blog-post_20.html?m=1

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  6. Very nice information..

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  7. पवन कुमारJune 21, 2023 at 11:12 AM

    सत्य सनातन धर्म ही सबसे पहले माना जाता था।
    दुनियां भर में फैले अद्भुत मंदिर भी इसी ओर इंगित करती है। अंकोरवाट मंदिर भी उन्ही में से एक है🙏

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