वैदिक घड़ी
क्या आप जानते है "वैदिक घड़ी" 12-प्राचीन वैदिक मूल सिद्धांतों को दर्शाती है, जिनके नाम इस तरह है....
ब्रह्म 1 है!
अश्विनी कुमार 2 है!
गुण 3 है!
वेद 4 है!
प्राण 5 है!
रस (स्वाद) 6 है!
ऋषि 7 है!
सिद्धि 8 है!
द्रव्य (पदार्थ) 9 है!
दिशाएँ 10 है!
रूद्र 11 है!
आदित्य 12 है!
आइये अब इनको विस्तार से जानते है आज के ब्लॉग के माध्यम से ⤵️
1) ब्रह्म 1 है!
2) अश्विनी कुमार (नासत्य और 'द्स्त्र') 2 है!
3) गुण (सत्व, रजस और तमस) 3 है!
4) वेद (ऋग्, यजुर, साम और अथर्व) 4 है!
5) प्राण (प्राण, अपान, समान, उदान और व्यान) 5 है!
6) रस (स्वाद) (मीठा, अम्ल, नमक, कड़वा, कठोर और कसैला) 6 है!
7) ऋषि (अगस्त्य, अत्रि, भारद्वाज, गौतम, जमदग्नि, वशिष्ठ और विश्वामित्र) 7 हैं!
8) सिद्धि (अनिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकामी, इशितव और वशित्व) 8 हैं!
9) द्रव्य (पदार्थ) (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश, काल (समय), अंतरिक्ष, आत्मा और मन) 9 है!
10) दिशा (कार्डिनल दिशाएं) (पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम, जेनिथ और नादिर) 10 है
11) रुद्र (निरति, शंभू, अपराजिता, मृगव्यध, कपार्डी, दहन, खारा, अहिरब्राध्या, कपाली, पिंगला और सेनानी) 11 है!
12) आदित्य (विष्णु, आर्यमा, इंद्र, वरुण, त्वस्ता, धाता, भग, स्वित्र, विवस्वान, अंशुमन, मित्र और पूष) 12 हैं!
अद्भुत वैदिक घड़ी, जो हमें बहुत कुछ सिखाती है!
ज्ञानवर्धक जानकारी
ReplyDeleteअत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी शेयर करने केलिए साधुवाद
ReplyDeleteवैदिक काल भारत के इतिहास का स्वर्णिम
ReplyDeleteकाल था। कितना अद्भुत और विकसित
विज्ञान था। घड़ी का १० नम्बर भी १०
बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण बातों
को जानने और समझने में मददगार थी।
दुःख इसी बात की होती है कि मैक्कले
ने हमारे सारी शिक्षा प्रणाली को बर्बाद
कर दिया जिसका भुक्तभोगी हमलोग
अभी तक बने हुए हैं।
बहुत ही अद्भुत जानकारी 🙏🏻👍
ReplyDeleteNice information...
ReplyDeleteBahut achi jankari
ReplyDeleteअच्छी जानकारी
ReplyDeleteअद्भुत जानकारी
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteGood information 👍
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteGood information
ReplyDeleteवाह
ReplyDelete