अक्सर ही... मेरे दिल में खयाल आता है

अक्सर ही... मेरे दिल में ये ख्याल आता है... 

Rupa Oos ki Ek Boond
"ख़त्म होने जैसा ज़िंदगी में कुछ नहीं होता, 
हमेशा एक नई सुबह हमारा इंतजार करती है.."

अक्सर ही...

मेरे दिल में खयाल आता है-

काश! शहर के हर चौराहे पर,

किसी एक नुक्कड़ पर,

चाय की एक गुमटी

औरतों के लिए भी होती...

जिंदगी के कुछ पल 

जहाँ खड़ी हो कर 

चाय पीते 

कभी अकेले

तो कभी अपने दोस्तों के संग

लुत्फ उठाते कभी बारिश की बूंदों का 

तो कभी ओस की बूंदों का 

कभी जेठ की दोपहरी का 

तो कभी ठण्ड की धुप का 

कभी शीतल मंद बयार का 

तो कभी आती हुई बहार का 

कभी-कभी नहीं...

अक्सर ही... मेरे दिल में खयाल आता है

काश...

बिना झिझक 

बीच बाज़ार, भरे चौराहे, 

ठहाके लगा सकते 

साझा कर पाते 

अपने घुमक्कड़ी के किस्से 

नौकरी की परेशानियां

नज़रंदाज़ कर दी गयी फब्तियां,

भाग दौड़ भरी जिंदगी की उलझनें 

देश की इकोनॉमी पर अपने विचार

वायरल हुए जोक और मीम्स 

और वो सब कुछ 

जो उनके मन की चारदीवारी में

खरबों युगों से ज़ब्त है

एक धौल में सारी मायूसी लापता हो जाये

चाय की चुस्कियों के मिठास में

गुम हो जाये कहीं ...

बेटी के भविष्य की चिंता,

बेटे से बढ़ते फासले का भय 

बंद हो जाये...

इतनी देर कैसे हो गयी,

इतनी देर कहाँ रह गयी,

घर का कुछ ध्यान है या नहीं

जैसे अनगिनत सवालों का गूंजना

और सबसे बड़ा सवाल

कि ''आज खाने में क्या पकेगा?''

की पकाहट से कुछ पल के लिए सही...

मिल जाये मुक्ति

भूल जाये घर की जिम्मेदारियों को 

घर और दफ्तर के बीच 

जो भूल चली है खुद को। 

औरतें अपने सारे फ़िक्र, 

सारी परेशानियां

पास पड़े कूड़े के डब्बे में फेंक दें

और मुस्कुराते हुए कहें...

चल यार! कल फिर मिलते हैं

इसी समय 

अपने इसी चाय के नुक्कड़ पर ..

कभी-कभी नहीं...

अक्सर ही... मेरे दिल में खयाल आता है

काश ...

अक्सर ही... मेरे दिल में खयाल आता है

"हारता वही है जो दुनियां से नहीं 
अपने आप से हार जाता है.."

18 comments:

  1. वाह वाह... लाजवाब
    Good morning ☕☕

    ReplyDelete
  2. वाह, शुभ रविवार

    ReplyDelete
  3. औरत की अभिलाषा पर किया गया सार्थक चित्रण मन को झकझोर देता है।

    ReplyDelete
  4. चाय का कप हाथों में लेकर तुम्हें सोचना,
    मेरे बेहतरीन लम्हों में से एक लम्हा है ☕

    ReplyDelete
  5. नारी की जिंदगी को परिभाषित करती बेहतरीन कविता।
    शुभ रविवार

    ReplyDelete
  6. काश...ऐसा हो🙂

    ReplyDelete
  7. पवन कुमारMarch 5, 2023 at 7:37 PM

    क्या कहना इस कविता का 🙏🙏🙏🙏🙏
    ऐसा होता तो कितना अच्छा होता 🌹🌹🌹

    ReplyDelete
  8. "दुखी"रहना है तो, सब मे कमी खोजो,
    और
    "प्रसन्न" रहना है, तो सब मे "गुण" खोजो

    ReplyDelete
  9. Kya baat hai bahut sundr

    ReplyDelete
  10. Aksar to nahi par kabhi kabhi mere Dil me khyaal ata hai ki ....☕☕

    ReplyDelete
  11. सुबह का उगता सूरज ना सिर्फ दिन की शुरुआत करता है बल्कि वो सूरज आपके जीवन को भी नई शुरुआत देने का काम करता है। बस हमें इस सूरज की किरण को एक नई दिशा और नई शुरुआत के आधार के तौर पर लेने की जरूरत है।

    हर दिन नया है, हर दिन अनोखा है और हर दिन में कुछ न कुछ ऐसा खास है, जो कि आपके जीवन को बदल सकता है। बशर्तें आपको और हमें हर दिन को एक सकारात्मक शुरुआत के रूप में लेने की जरूरत है।

    भले ही अभी तक हमारे जीवन मे लाखो कठिनाइयाँ रही हो, भले ही अभी हमें हर तरफ से निराशा ही हाथ लगी हो, लेकिन हमें हमेशा ये सोच कर अपने दिन की शुरुआत करनी चाहिए कि अब तक हमारे साथ चाहे कुछ भी हुआ हो, हम कैसी भी परिस्थिति में रहे हो, लेकिन आज का दिन, आज की सुबह हमारे जीवन मे नया सवेरा लाने वाली है। यही विश्वास हमें जीवन मे निरन्तर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकती है।

    🙏🏻🪷 राधे राधे रूपा जी 🪷🙏🏻

    ReplyDelete
  12. मोहतरमा लिंग के आधार पर एक नई व्यवस्था की शुरूआत करना चाहती है हर सरकारी विभाग में तो महिला आरक्षण तो है ही अब व्यवसाय में भी महिला आरक्षण की आवश्यकता है नमन करता हू मै आप की सोच को

    ReplyDelete