4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

विज्ञान दिन प्रतिदिन नई बुलंदियों को छूने का कीर्तिमान बनाए जा रहा है। नए आविष्कार, नई तकनीकें और नई खोज से इंसान हर दिन विकसित हो रहा है। कुछ समय पहले वैज्ञानिकों ने एक नई खोज की थी जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान रह गया था। मिस्र के इजिप्ट में वैज्ञानिकों को एक व्हेल का प्राचीन जीवाश्म मिला। यह कोई साधारण बात नहीं कि वैज्ञानिकों ने चार पैरों वाली व्हेल की एक नई प्रजाति की खोज की है, जो लगभग 43 मिलियन वर्ष अर्थात 4 करोड़ साल से भी अधिक पहले हमारे ग्रह पर रहती थी।

4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

अगस्त 2021 में यह खोज चर्चा में थी। यह खोज मिस्र के वेस्ट डेजर्ट में खोजे गए प्राणी के आंशिक जीवाश्म पर आधारित थी। जीव का नाम "फियोमीसेटस औबिस" रखा गया था। औबिस को मिस्र में मौत का देवता माना जाता है।

प्राणियों की खोज शोधकर्ताओं को इस बात की बेहतर समझ देती है कि कैसे स्तनपायी जमीन पर अपने जीवन से समुद्री जीव बनने के लिए परिवर्तित हो गए। जीवाश्म वास्तव में अफ्रीका में पाया जाने वाला सबसे पहला व्हेल जीवाश्म है।


जीवाश्म प्रोटोसेटिडे प्रजाति कहां की है। यह व्हेल की वह प्रजाति है जब जानवर जमीन से समुंद्र में रहने के लिए आ रहे थे। तब उनके अंदर अलग-अलग बदलाव हो रहे थे। यह जीवाश्म इजिप्ट के पश्चिमी रेगिस्तान में खुदाई के दौरान मिला था जहां माना जाता रहा है कि कभी समुंद्र बहता था।

4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

शोधकर्ताओं के अनुसार, अपने जीवनकाल के दौरान, चार पैरों वाली व्हेल वास्तव में सबसे उच्च कोटि की शिकारी रही होगी। शोधकर्ता बताते हैं कि अब तक, इस अवधि के व्हेल काफी हद तक एक रहस्य बने हुए हैं, लेकिन जीवाश्म कुछ स्पष्टता प्रदान करता है।अनुमान है कि इसका वजन आधा टन से अधिक था और इसकी लंबाई लगभग 3 मीटर यानी 10 फीट थी तथा वैज्ञानिकों का दावा है कि इसका वजन 600 किलो रहा होगा। 

4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

यह पहली बार नहीं है कि किसी व्हेल के पैरों वाले जीवाश्म पाए गए हैं। लेकिन "फियोमीसेटस औबिस" को ब्लू व्हेल की सबसे पहली प्रजाति माना जा सकता है। माना जाता है कि पहली व्हेल साउथ एशिया में करीब 50 मिलियन साल पहले विकसित हुई थी। साल 2011 में वैज्ञानिकों ने पेरु में भी 43 मिलियन साल पुरानी चार पैरों वाली बेल के जीवाश्म हासिल किए थे।

4 पैरों वाली व्हेल का 4 करोड़ साल पुराना जीवाश्म

जर्नल प्रोसीडिंग्स में प्रकाशित खोज पर एक पेपर के प्रमुख लेखक अब्दुल्ला गोहर ने रॉयटर्स को दिए एक बयान में कहा, "फियोमीसेटस औबिस" एक प्रमुख नई व्हेल प्रजाति है, और मिस्र और अफ्रीकी जीवाश्म विज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण खोज है।"

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4 million year old fossil of 4 legged whale

Science is making records to touch new heights day by day. Human beings are developing every day with new inventions, new technologies and new discoveries. Some time ago scientists had made a new discovery about which everyone was surprised to know. Scientists found an ancient fossil of a whale in Egypt. It is no simple matter that scientists have discovered a new species of four-legged whale, which lived on our planet about 43 million years ago, that is, more than 40 million years ago.

This discovery was in discussion in August 2021. The discovery was based on a partial fossil of the creature discovered in the West Desert of Egypt. The organism was named "Phaeomycetus anubis". Aubis is considered the god of death in Egypt.

The discovery of the creatures gives researchers a better understanding of how mammals transitioned from their lives on land to becoming sea creatures. The fossil is actually the earliest whale fossil ever found in Africa.

Where is the fossil Protocetidae species from? This is the species of whale when animals were coming from land to live in the sea. Then different changes were happening inside him. This fossil was found during excavations in the Western Desert of Egypt where it is believed that once the sea used to flow.

According to the researchers, during its lifetime, the tetrapod whale may have actually been the apex predator. Until now, whales from this period have remained largely a mystery, the researchers point out, but the fossil provides some clarity. It is estimated to have weighed more than half a ton and was about 10 feet (3 m) long, and scientists It is claimed that its weight would have been 600 kg.

This is not the first time that fossils of a whale's feet have been found. But "Phaeomycetus anubis" can be considered as the earliest species of blue whale. The first whales are believed to have evolved in South Asia about 50 million years ago. In 2011, scientists also found fossils of a 43-million-year-old four-legged vine in Peru.

"Phaeomycetus anubis is a major new whale species, and an important discovery for Egyptian and African paleontology," Abdullah Gohar, lead author of a paper on the discovery published in the journal Proceedings, said in a statement to Reuters.

9 comments:

  1. निश्चित ही आधुनिक युग में विज्ञान के चमत्कारों से मानवता लाभान्वित होती आई है। आज के ब्लॉग में आपने दुर्लभ जानकारी दी है।

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  2. दुर्लभ और लाभप्रद जानकारी

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  3. Itne purane jivashm ka milna vaigyanikon ki ek badi uplabdhi hai..

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  4. Nice information

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  5. Incredible! But it was a monster!

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