कठफोड़वा || woodpecker ||

कठफोड़वा (woodpecker)

कठफोड़वा (woodpecker) छोटे आकार का रंग बिरंगा और सुंदर पक्षी है, जो पिकिडे (picidae) परिवार का सदस्य है। इस परिवार के सदस्य ऑस्ट्रेलिया, न्यू गिनी, न्यूजीलैंड, मेडागास्कर और चरम ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर लगभग संसार में हर जगह पाए जाते हैं। कई लोग इसे हुदहुद पक्षी समझने की भूल करते हैं, लेकिन ये हुदहुद नहीं है। यह अपनी नुकीली चोंच से पेड़ों पर प्रहार करने के लिए जाना जाता है, ताकि पेड़ की छाल के पीछे छुपे कीड़े मकोड़े बाहर आ जाए और उसे अपना आहार बना सके। कठफोड़वा 1 सेकंड में 20 बार चोंच मार सकता है। तो आइए कठफोड़वा के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करते हैं- 

कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||

कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य

  1. दुनिया में कठफोड़वा की लगभग 200 विभिन्न प्रजातियाँ हैं। 
  2. अधिकांश कठफोड़वा लगभग 7 सेंटीमीटर लंबे और 7 ग्राम वजन के होते हैं। हालांकि कुछ प्रजातियां 50 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं।
  3. कठफोड़वा की चोंच काफी मजबूत होती है, जो पेड़ों पर प्रहार करने और उसकी छाल को छेदकर आहार प्राप्त करने में सहायक हैं।
  4. कठफोड़वा प्रति सेकंड 20 बार अपना सिर पेड़ पर ठोकता है। 
  5. यह प्रति दिन 8,000 से 12,000 बार अपना सिर पेड़ पर ठोकता है। कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||
  6. कठफोड़वा 24 किलोमीटर/घंटे की रफ़्तार से उड़ान भरता है। 
  7. कठफोड़वाओं के आहार में मुख्य रूप से सजीव और मृत वृक्षों में पाए जाने वाले कीट और कीटडिंभ हैं। इनके आहार में चींटी, दीमक, झींगुर और उनके लार्वा, मकड़ी, इल्ली, अन्य आर्थ्रोपोड्स, चिड़ियों के अंडे, छोटे रोडेंट, गिरगिट, फल, नट्स, पौधों का रस शामिल हैं। 
  8. बुढ़वा के पैरों की दो उंगलियां सामने की ओर होती हैं और दो पीछे की ओर, इसे जाइगोडैक्टल पैर (zygodactyl feet) कहते हैं। पैरों की ये संरचना उन्हें पेड़ पर चढ़ते समय और उस पर प्रहार कर छेद बनाते समय पकड़ और संतुलन बनाने में मदद करती है।
  9. कठफोड़वा सूखे पेड़ के तने को खोदकर अपना घोंसला बनाते हैं। इस प्रक्रिया में 10 से 28 दिन का समय लगता है। घोंसला बनाने का कार्य नर और मादा दोनों मिलकर करते हैं।
  10. कई कठफोड़वाओं के नाखून अन्य पक्षियों की तुलना में अधिक लंबे और मोटे होते हैं जो उन्हें पेड़ों पर बेहतर पकड़ देते हैं।
  11. कठफोड़वा अपने द्वारा पिछले वर्ष बनाये घोंसले का दोबारा इस्तेमाल नहीं करते/या बहुत ही कम करते हैं
  12. कठफोड़वा की जीभ 10 सेंटीमीटर लंबी होती है जो उसकी चोंच की तिगुनी है।इनकी जीभ लंबी संकरी और कांटेदार होती है, उनमें स्पाइन होते हैं, जिससे उन्हें पेड़ों की छाल से कीड़े निकालने में आसानी होती है।
  13. इनकी चिपचिपी लार भी कीटों को पकड़ने में सहायक होती है।
  14. कठफोड़वा की आवाज तेज और कर्कश है उड़ान भरते समय आती की आवाज करता है।
  15. प्रजाति के अनुसार कठफोड़वा के रंग में भिन्नता देखने को मिलती है। कई प्रजाति के कठफोड़वा के पंखों का रंग भूरा, जैतून के रंग का और चितकबरा होता है। 
  16. वहीं कई प्रजातियों में लाल और पीले रंग के पंख होते हैं। कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||
  17. कुछ प्रजातियों के पंखों का पैटर्न नारंगी, हरा, भूरा, मैरून और सुनहरे रंग का होता है।
  18. कठफोड़वा की अधिकांश प्रजातियाँ जंगलों या जंगली इलाकों में रहती हैं, हालांकि कुछ प्रजातियाँ जंगलों से दूर चट्टानी पहाड़ियों और रेगिस्तान जैसे इलाकों में रहने के लिए भी जानी जाती हैं। 
  19. वर्तमान में ज्ञात कठफोड़वा की सबसे बड़ी प्रजाति  ‘ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ (The great slaty woodpecker) है, जिसका वैज्ञानिक नाम ‘मुलरिपिकस पुल्वरुलेंटस’ (Mulleripicus pulverulentus) है।
  20. वसंत ऋतु में भी कठफोड़वा काफ़ी तेज आवाज़ निकालते हैं, जो खोखले तने या कभी-कभी किसी धातुई सतह पर अपनी चोंच/सिर ठोकने से निकली आवाज़ से मिलकर और तेज सुनाई पड़ती है। 
  21. ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ की लंबाई 48-58 सेंटीमीटर और वजन 360-563 ग्राम होता है।
  22. ग्रेट स्लैटी कठफोड़वा’ मुख्यतः भारतीय उप-महाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है।
  23. मादा कठफोड़वा एक बार में 2 से 5 अंडे देती हैं। अंडों को सेने की अवधि 11 से 14 दिनों तक की होती है। लगभग 18 से 35 दिन में कठफोड़वा के बच्चे घोंसला छोड़ने लायक हो जाते हैं। 
  24. कठफोड़वा पेड़ के तने पर लगातार अपनी चोंच ठोंकता और बजाता है, फिर भी इसके मस्तिष्क को कोई नुकसान नहीं पहुँचता, इसका कारण इसकी शारीरिक विशेषतायें हैं। कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||
  25. कठफोड़वा का मस्तिष्क छोटा और कोमल होता है, जिसके आसपास संकरा सबडूरल स्पेस (subdural space) होता है, जिसमें Cerebrospinl fluid भरा होता है, जिससे कठफोड़वा के पेड़ पर चोंच ठोकने के दौरान मस्तिष्क खोपड़ी में आगे-पीछे गति नहीं करता, बल्कि अपने स्थान पर रहता है। 
  26. खोपड़ी में मजबूत और स्पंज जैसी हड्डियाँ होती हैं। 
  27. पेड़ को ठोकने के दौरान उत्पन्न 99.7 प्रतिशत ऊर्जा strain energy के रूप में संग्रहित होती है, जो पूरे शरीर में वितरित होती है और बहुत कम भाग मस्तिष्क में जा पाता है और उसे वहां कम आघात पहुँचता है। 
  28. कठफोड़वा के पंख उसके नथुने को एक हेयर-ब्रश की तरह ढके रहते हैं। इस तरह वह पेड़ को ठोकते/कुरेदते समय लकड़ी ने महीन अंश साँस लेते समय उसके नथुने में नहीं जा पाते। 
  29. साल में एक बार कठफोड़वा अपने पंख झड़ा देते हैं।  
  30. कठफोड़वा एक ही साथी के साथ जीवन भर रहते हैं। 
English Ranslate

woodpecker

The woodpecker is a small-sized, colorful and beautiful bird, which is a member of the Picidae family. Members of this family are found almost everywhere in the world except Australia, New Guinea, New Zealand, Madagascar and the extreme polar regions. Many people mistake it to be a Hudhud bird, but it is not Hudhud. It is known to strike trees with its sharp beak, so that insects hiding behind the bark of the tree can come out and make it their diet. The woodpecker can peck 20 times in 1 second. So let's share detailed information about Woodpecker-
कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||

Interesting facts about woodpeckers

  1. There are about 200 different species of woodpeckers in the world.
  2. Most woodpeckers are about 7 cm long and weigh 7 grams. Although some species grow up to 50 cm tall.
  3. Woodpeckers have very strong beaks, which are helpful in attacking trees and getting food by piercing its bark.
  4. The woodpecker bangs its head on the tree 20 times per second.
  5. It bangs its head on the tree 8,000 to 12,000 times per day.
  6. Woodpeckers fly at a speed of 24 km/h.
  7. The woodpecker's diet consists mainly of insects and larva found in living and dead trees. Their diet includes ants, termites, crickets and their larvae, spiders, caterpillars, other arthropods, bird eggs, small rodents, chameleons, fruits, nuts, plant sap.कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||
  8. Old age feet have two toes on the front and two on the back, this is called zygodactyl feet. This structure of the legs helps them to hold and balance while climbing the tree and making holes by striking it.
  9. Woodpeckers build their nests by digging dry tree trunks. This process takes 10 to 28 days. Nest building is done by both the male and the female.
  10. Many woodpeckers have longer and thicker nails than other birds which give them a better grip on trees.
  11. Woodpeckers do not/or rarely re-use nests they made last year
  12. The woodpecker's tongue is 10 cm long, which is three times that of its beak. Their tongues are long, narrow and spiny, they have spines, which makes it easy for them to extract insects from the bark of trees.
  13. Their sticky saliva also helps in catching insects.
  14. The sound of the woodpecker is loud and hoarse as does the sound of an onslaught while in flight.
  15. There is a variation in the color of the woodpecker according to the species. The wings of many species of woodpeckers are brown, olive colored and pied.
  16. At the same time, many species have red and yellow feathers.
  17. The plumage pattern of some species is orange, green, brown, maroon and golden.
  18. Most species of woodpeckers live in forests or wooded areas, although some species are also known to live in areas away from forests, such as rocky hills and deserts.
  19. The largest species of woodpecker currently known is the great slaty woodpecker, whose scientific name is Mulripicus pulverulentus.कठफोड़वा से जुड़े रोचक तथ्य || Interesting facts about woodpeckers ||
  20. Woodpeckers also make very loud noises in the spring, which are further accentuated by the sound of hollow stems or sometimes banging their beaks/heads on a metal surface.
  21. The 'Great slaty woodpecker' measures 48-58 cm in length and 360-563 grams in weight.
  22. The 'Great slaty woodpecker' is found mainly in the Indian sub-continent and Southeast Asia.
  23. Female woodpeckers lay 2 to 5 eggs at a time. The incubation period for eggs is from 11 to 14 days. Woodpecker young are able to leave the nest in about 18 to 35 days.
  24. The woodpecker constantly bangs and plays its beak on the trunk of the tree, yet its brain is not harmed, the reason for this is its physical characteristics.
  25. The woodpecker's brain is small and soft, surrounded by a narrow subdural space, filled with cerebrospinal fluid, which allows the brain not to move back and forth in the skull when pecking at the woodpecker tree, but instead of its location. lives on.
  26. The skull has strong and sponge-like bones.
  27. 99.7 percent of the energy generated during hitting a tree is stored in the form of strain energy, which is distributed throughout the body and very little goes to the brain and it gets less trauma there.
  28. Woodpecker's wings cover its nostrils like a hair-brush. In this way, he is not able to enter the nostrils while inhaling the fine part of the wood while hammering / scraping the tree.
  29. Woodpeckers shed their wings once a year.
  30. Woodpeckers stay with a single partner for life.

11 comments:

  1. कठफोड़वा पंछी के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिये आपको हृदय से आभार🙏

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  2. अच्छी जानकारी

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  3. शानदार वर्णन 👏🏻👏🏻

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  4. भांति-भांति के जीव जंतुओं से संसार भरा पड़ा है... अच्छी जानकारी साझा की 👌👌

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  5. Nice information

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  6. रोचक तथ्य और कुछ तथ्य तो आश्चर्यजनक हैं।

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  7. बहुत ही दिलचस्प

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  8. कठफोड़वा एक अद्भुत चिड़िया है जो पेड़ की छाल में रहने के लिए छेद करता है।

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  9. I often hear woodpeckers when I go for a walk in the forest.
    Now I know a lot more about him.

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